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शाहजहां शेख के अकाउंट में करोड़ों का बैलेंस, अपराध की आय का एग्रीकल्चर लैंड में निवेश... ED की चार्जशीट की बड़ी बातें

ईडी ने अपनी चार्जशीट में कहा कि टीएमसी नेता शाहजहां शेख ने कोयले की सप्लाई पर अवैध लेवी या टैक्स की वसूली, जमीनों की डील में कमीशन से अपराध की आय, गांव के लोगों से कैश और अन्य कीमती सामान की उगाही की.

शाहजहां शेख (फाइल फोटो) शाहजहां शेख (फाइल फोटो)
अरविंद ओझा
  • नई दिल्ली,
  • 30 मई 2024,
  • अपडेटेड 5:21 PM IST

पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में 5 जनवरी को ईडी की टीम पर हमले से जुड़े केस में TMC नेता शाहजहां शेख के खिलाफ CBI के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने चार्जशीट दायर की है. जांच एजेंसी ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि शाहजहां शेख ने अपने मजबूत राजनीतिक समर्थन और गुंडों की फौज से आतंक का शासन स्थापित किया. साथ ही अवैध रूप से अपराध की आय अर्जित करने के लिए धमकी, हत्या का प्रयास, हत्या, जबरन वसूली, जमीन कब्जाने जैसे तरीकों का इस्तेमाल किया.

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ईडी ने अपनी चार्जशीट में कहा कि टीएमसी नेता शाहजहां शेख ने कोयले की सप्लाई पर अवैध लेवी या टैक्स की वसूली, जमीनों की डील में कमीशन से अपराध की आय, गांव के लोगों से कैश और अन्य कीमती सामान की उगाही की. ED के मुताबिक शाहजहां शेख की 27.08 करोड़ रुपये संपत्तियां अटैच की गई हैं, इनमें महिंद्रा थार, जीप कंपास जैसी गाड़ियां हैं. इतना ही नहीं, शाहजहां शेख के बैंक अकाउंट में करोड़ों का बैलेंस है. एग्रीकल्चर लैंड और कॉमर्शियल इमारतों समेत कई अचल संपत्तियां हैं. 

बता दें कि इस मामले में संदेशखाली और कोलकाता में कई इलाकों में छापेमारी हुई थी, 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. शेख शाहजहां, एसके आलमगीर, शिव प्रसाद हाजरा और दीदार बोक्श मोल्ला हैं. जांच के दौरान स्थानीय किसानों, आदिवासियों, मछली व्यापारियों, एजेंटों, निर्यातकों, भूमि मालिकों, ठेकेदारों सहित लगभग 100 लोगों के बयान PMLA के तहत दर्ज किए गए. ईडी ने अब तक कुल 261 करोड़ रुपए अपराध की आय के रूप में पहचान की है. 

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शेख शाहजहां ने इस काले धन को सफेद दिखाने के लिए कई तरीकों का इस्तेमाल किया. जैसे डमी व्यापारियों का उपयोग कर मछली की बिक्री से मिले पैसे को डमी व्यापारियों के बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिया गया, फिर इन पैसों को कैश में निकाल लिया गया और अवैध आय को कारोबारी लेनदेन दिखाते हुए शेख शाहजहां को दे दी गई, ये कारोबारी शाहजहां के सहयोगी थे. 

इस तरह किया संपत्तियों में निवेश 

अपराध की आय को एग्रीकल्चर लैंड और कमर्शियल बिल्डिंगों समेत कई संपत्तियों में निवेश किया गया था. ये संपत्तियां अक्सर सहयोगियों के नाम पर या शेख सुमैया हाफ़िज़िया ट्रस्ट जैसे ट्रस्टों के माध्यम से रजिस्टर्ड की गई थीं. बैंक खाते और वित्तीय लेनदेन, पैसे हासिल करने और ट्रांसफर करने के लिए कई बैंक खातों का इस्तेमाल किया गया था. एसके सबीना फिश सप्लायर्स जैसी संस्थाओं के खातों में पैसे जमा किए गए और फिर डमी व्यापारियों को ट्रांसफर कर कैश निकाल लिया गया. 

गरीबों की जमीनें हड़पीं

ईडी के मुताबिक शेख शाहजहां ने संदेशखाली के गरीब लोगों की कीमत पर मुनाफाखोरी की. उसने अपने गुंडों और राजनीतिक संगठनों के माध्यम से ज़मीनें हड़प लीं. इन जमीनों को अवैध तरीकों से ईट भट्ठों, मार्केट कॉम्प्लेक्स में बदल दिया और भारी मात्रा में पैसा एकत्र किया गया. ईडी के मुताबिक जैसा कि शेख शाहजहां के शब्दों में "संदेशखालिर नोना जोले सोना फोले" का अर्थ है कि संदेशखाली के खारे पानी में सोने की फसल उगाई और काटी जाती है.
 

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