
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने शुक्रवार को इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में शिरकत की. 'अंबेडकर और समावेश' पर आयोजित सत्र में उन्होंने विस्तार से बात की और कहा कि उनके भारत का विचार एक ऐसा देश है, जहां भारतीयों को इस बात का अधिकार होना चाहिए उन्हें क्या खाना चाहिए और किससे प्यार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि मेरा आइडिया ऑफ इंडिया ऐसा है, जहां लोग खराब इतिहास को लेकर किसी की निंदा नहीं करेंगे.
हिंदू और हिंदुत्व पर कही ये बात
थरूर ने हिंदू राष्ट्र का भी जिक्र किया और कहा, 'यूनिटी का मतलब यूनिफॉरमिटी नहीं है, जैसा कुछ सत्ता पक्ष के लोग सोचते हैं. मैंने अपनी किताब में भी हिंदू के बारे में बहुत कुछ लिखा है. मुझे नहीं लगता कि एक हिंदू होने में गर्व करने का मतलब ये नहीं है कि मैं ही सबसे अच्छा हूं..मुझे हिंदू राष्ट के विचार को लेकर आपत्ति है. विवेकानंद ने हिंदू और इंडिया के बारे में बात कही थी. उन्होंने इसके उदय से लेकर उत्थान तक के बारे में बताया था.लोकतंत्र में हर किसी को अपने विचार रखने का अधिकार है और मैंने भी यहां अपने विचार रखे हैं. उन्होंने कहा कि आजकल भारत को लेकर कुछ कह दें तो उसे हिंदू विरोधी कहा जाता है.'
ग्रामीण जीवन का किया जिक्र
मैंने गांव का जीवन देखा है. जहां लोग मिलजुलकर रहते हैं. बचपन में हर साल 6 हफ्ते मेरे गांव में बीतते थे, जिनमें से कई साल तक वहां बिजली नहीं थी और पाइप का पानी नहीं था. गांव में लोग बड़े ही सद्भाव से रहते हैं और एक दूसरे से भिन्न विचार रखने के बावजूद एक दूसरे का आदर करते हैं.
समावेशन सिखाता है हिंदुत्व
हिंदुत्व का जिक्र करते हुए थरूर ने कहा कि यहां एक समुदाय के खिलाफ घृणा फैलाई जा रही है जो चिंता का विषय है. उन्होंने कहा, 'मैं कॉलेज के समय से विवेकानंद को फॉलो करता हूं और उनका हिंदुत्व का आइडिया बिल्कुल अलग था. विवेकानंद का हिंदुत्व हमें समावेशन सिखाता है. हमें एक दूसरे के विचारों का सम्मान करना है.' थरूर ने कहा,'आज जरूरत है देश के युवाओं को रोजगार मिले औऱ लोगों को अच्छी स्वास्थ्य व्यवस्था मिले जिससे उनका जीवन बेहतर हो सके. आज भी ये चुनौतियां बनी हुई हैं. सरकार को यह नहीं सिखाना चाहिए कि हम क्या करें, क्या खाएं. जहां हर किसी को समान अधिकार मिले ऐसा भारत होना चाहिए.'