
हिमाचल प्रदेश यूं तो बेहद ही शांतिप्रिय राज्य है, यहां अपराध का ग्राफ दूसरे राज्यों के मुकाबले काफी नीचे है. लेकिन आधुनिकता के इस युग में ठगी को अंजाम देने वाले शातिर अब नए-नए तरीकों से ठगी कर रहे हैं. हाल ही में साइबर क्राइम यूनिट को कुछ शिकायतें मिलीं हैं जिसमें देखा गया है कि राज्य के जिला शिमला, कांगड़ा और मंडी में कुछ लोग वॉट्सएप (WhatsApp) ओर इंस्टाग्राम (Instagram) हैक होने की शिकायत कर रहे हैं.
यह भी पढ़ें: साइबर ठगी के 111 करोड़ रखने को दिए 623 बैंक खाते, सूरत में गैंग का भंडाफोड़
उनका कहना है कि एक लिंक वॉट्सएप और इंस्टाग्राम पर भेजा जाता है. जिसमें किसी शादी का निमंत्रण, बैंक का मैसेज, न्यूज का लिंक, बधाई संदेश, कोई भी निमंत्रण या कोई ऐसा लिंक जो देखते ही जरूरी लगे. अंजाने में व्यक्ति इस लिंक पर क्लिक करता है, जिसके जरिए एपीआई की (API Key) को हिट करता है. जिसके बाद जहां से मेसेज आया है वो पूरी तरह से आपके डिवाइस को हैक कर लेता है.
हिमाचल प्रदेश साइबर क्राइम विभाग के डीआईजी मोहित चावला ने बताया कि बीते कुछ दिनों से लोग शिकायत कर रहे थे. जिसके बाद पुलिस ने एक एडवाइजरी जारी की है. एडवाइजरी के जरिए लोगों को इस ठगी के नए तरीके को लेकर जागरूक किया गया है. इस तरह के मैसेज आने पर लोग डरें नहीं बल्कि थोड़ा होशियारी से काम लें.
यह भी पढ़ें: असम में साइबर ठगों का कहर, 6 महीने में लूटे 8 करोड़, अब तक 2200 करोड़ के फ्रॉड का खुलासा
उन्होंने कहा साइबर क्राइम से ठगी की शिकायत या जानकारी 1930 टोल फ्री नंबर के जरिए की जा सकती है. उन्होंने कहा कि ये भी देखा गया है कि डिजिटल शादी कार्ड का इस्तेमाल अब मालवेयर फैलाने और पर्सनल डेटा चुराने के लिए किया जा रहा है. ठगों ने शादी के कार्ड के नाम पर वायरस वाली फाइलें (ऐपीके फाइल) भी भेजनी शुरू कर दी हैं, जिनसे फोन में मालवेयर डाउनलोड हो सकता है और हैकर्स आपके डिवाइस तक पहुंच बना सकते हैं.
पुलिस ने लोगों को सलाह दी है कि अगर किसी अज्ञात नंबर से शादी कार्ड, कोई लिंक या कोई संदिग्ध फाइल आए, तो उसे बिल्कुल न खोलें और न ही डाउनलोड करें.पुलिस ने इस तरह के मामलों से बचने के लिए एडवाइजरी दी है कि अगर कोई अज्ञात नंबर से डिजिटल शादी कार्ड या अन्य फाइलें मिलती हैं, तो उसे बिना वेरिफाई किए न खोलें और न ही डाउनलोड करें. हमेशा यह सुनिश्चित करें कि कार्ड भेजने वाला व्यक्ति जानकार हो और फाइल का स्रोत विश्वसनीय हो. अगर किसी अनजान नंबर से संदिग्ध फाइलें आ रही हों, तो उसे तुरंत डिलीट कर दें.