
नाबालिगों के यौन उत्पीड़न मामले में कर्नाटक पुलिस ने लिंगायत मठ के संत शिवमूर्ति मुरुगा के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है. शिवमूर्ति मुरुगा पर कई नाबालिगों के यौन शोषण का आरोप है. इसके लिए उनके खिलाफ पॉक्सो (POCSO) के तहत भी मामला दर्ज किया गया है. शिवमूर्ति से अगले दो दिनों में पूछताछ हो सकती है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुरुगा के खिलाफ मैसूर सिटी पुलिस ने मामला दर्ज किया था. दो नाबालिगों की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज किया गया था.
शिवमूर्ति मुरुगा को अदालत से राहत नहीं
कर्नाटक के चित्रदुर्गा जिले की एक स्थानीय अदालत ने गुरुवार को मुरुगा की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई कल शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी. चित्रदुर्गा की सत्र अदालत ने मामले में दो नाबालिग पीड़िताओं के वकीलों के बीच मतभेदों की वजह से सुनवाई स्थगित कर दी.
वहीं, इस मामले की जांच की निगरानी के संबंध में वकीलों के एक समूह ने कर्नाटक हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार के पास याचिका दायर की है. इनका आरोप है कि इस मामले में हुई जांच में कई खामियां हैं और यहां तक कि गृहमंत्री तक आरोपी के समर्थन में बयान दे रहे हैं.
कई सामाजिक संगठनों ने शिवमूर्ति मुरुगा के खिलाफ कल सुबह 10.30 बजे बेंगलुरु के फ्रीडम पार्क में विरोध प्रदर्शन करने का आह्वान किया है.
शिवमूर्ति मुरुगा की गिरफ्तारी पर संशय भी रहा
इससे पहले शिवमूर्ति मुरुगा की गिरफ्तारी को लेकर भी संशय बना रहा. उन्हें हिरासत में लिए जाने या फिर गिरफ्तारी के दावे किए, जिसका बाद में कर्नाटक पुलिस ने खंडन भी किया था. दरअसल, शिवमूर्ति मुरुगा पर नाबालिगों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगा है. इसके बाद पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज किया था. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा था कि उन्हें पुलिस ने सोमवार को हिरासत में ले लिया.
इस मामले में पुलिस का कहना है कि हमने अभी तक उन्हें न तो हिरासत में लिया और न ही गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि अफवाहें थीं कि वे मठ से फरार हो गए हैं. हालांकि, वे कार से हाईवे पर मिले थे, वे कानूनी परामर्श लेने जा रहे थे. उन्हें पुलिस वापस चित्रदुर्ग मठ परिसर में ला रही है.
क्या है मामला?
मुरुगा लिंगायत मठ काफी प्रसिद्ध मठ है. मठ के संत शिवमूर्ति मुरुगा पर नाबालिगों के यौन शोषण का आरोप है. मैसूर पुलिस ने दो नाबालिगों की शिकायत के बाद संत के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. पुलिस ने POCSO एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है.
संत शिवमूर्ति मुरुगा के खिलाफ जिन दो लड़कियों ने मामला दर्ज कराया है, वे दरअसल मुरुगा लिंगायत मठ द्वारा संचालित स्कूल में ही पढ़ती हैं. ये पीड़िताएं एक एनजीओ की मदद से जिला बाल कल्याण समिति के पास शिकायत दर्ज कराने पहुंची थीं. इस मामले में शिवमूर्ति मुरुगा के अलावा चार वॉर्डन के खिलाफ भी केस दर्ज हुआ है.
शिकायत में कहा गया है कि मठ द्वारा संचालित स्कूल के हॉस्टल में रहने वाली 15 और 16 साल की लड़कियों का लगभग साढ़े तीन साल तक यौन उत्पीड़न हुआ. एनजीओ का कहना है कि शिवमूर्ति मुरुगा ने इन दो लड़कियों का ही नहीं बल्कि और कई नाबालिगों का भी यौन उत्पीड़न किया है.