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'अगर प्रचार के लिए हेलिकॉप्टर दे दिया होता तो...' अखिलेश का नाम लिए बगैर बहुत कुछ कह गए शिवपाल यादव

प्रसपा मुखिया शिवपाल सिंह यादव ने यूपी में सपा की सरकार नहीं बनने पर अखिलेश यादव पर निशाना साधा. भतीजे का नाम लिए बिना चाचा ने कहा कि हमने हर मंडल में एक-एक सीट मांगी थी. एक हेलीकॉप्टर भी मांगा था. लेकिन हमारी मांग नहीं मानी गई. अगर मान जाते तो हर विधानसभा में 20-20 हजार वोट ज्यादा मिलता.

सैफई में शिवपाल सिंह यादव सैफई में शिवपाल सिंह यादव
अमित तिवारी
  • सैफई,
  • 30 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 10:27 PM IST

UP News: यूपी में समाजवादी पार्टी गठबंधन की सरकार नहीं बनने पर शिवपाल सिंह यादव का दर्द भी झलकता नजर आया. उन्होंने नाम लिए बिना भतीजे अखिलेश यादव को सैफई की दुर्दशा के लिए जिम्मेदार ठहराया. चाचा ने भतीजे पर अप्रत्यक्ष रूप से तंज कसते हुए कहा कि कुछ लोगों की वजह से गलती हो गई, वरना हम लोग सरकार में होते तो क्यों यह दिन देखने पड़ते. सब लोगों को पता हो गया है कि क्यों हमारी सरकार नहीं बनी. हमने तो एक ही सीट पर समझौता कर लिया था, तब भी अगर सरकार नहीं बना पाए तो हम क्या करें, हमने तो सीटें मांगी थीं, वो भी दी नहीं. 

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शिवपाल यादव ने आगे कहा, विधानसभा चुनाव में हमने हर मंडल में एक-एक सीट देने की बात कही थी और एक हेलिकॉप्टर मांगा था. हम सभी से अपील करते तो कम से कम 20-20 हजार वोट हर विधानसभा में बढ़ जाते. हर विधानसभा में बीस हजार वोट बढ़ जाता तो तो सरकार बन जाती.

 

दरअसल, इटावा में सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के 600 संविदा कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया है. अपनी बहाली और वेतन की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे इन कर्मचारियों को मंगलवार को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव का साथ मिला. शिवपाल सिंह यादव अपने पुत्र आदित्य यादव के साथ मंगलवार को सैफई पहुंचे थे.

शिवपाल सिंह यादव ने सैफई यूनिवर्सिटी की बदहाली को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने की बात कही. उन्होंने सभी संविदाकर्मियों की बात सुनने के बाद यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रभात कुमार सिंह से भी बातचीत की. बता दें कि सैफई पीजीआई में अनिश्चितकालीन हड़ताल और धरना प्रदर्शन करने वालों में संविदा पर कार्यरत सिक्योरिटी गार्ड, वार्ड बॉय और सफाई कर्मी शामिल हैं.

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शिवपाल यादव ने यह भी कहा है कि सैनिक कल्याण निगम के कर्मचारी सैफई अस्पताल में लगे हुए थे. जिनको नौकरी करते हुए 15 साल हो चुके हैं. कई अभी भी संविदा पर हैं और इनकी उम्र भी 50 साल की हो चुकी है. यहां के प्रशासनिक अधिकारियों ने इनको जानबूझकर हटाने का काम किया है. उन्होंने कहा प्रशासन बेईमान अधिकारियों के हाथ में है. 

शिवपाल मीडिया से बात करते हुए कहा कि प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों की सभी को फिर से नौकरी पर रखे जाने की मांग है. सैनिक कल्याण निगम के नियम के अनुसार कर्मचारियों को सभी सुविधाएं जोड़कर लगभग 23 हजार रुपये से ऊपर वेतन मिलता है. अब अब नए टेंडर में 9 हजार रुपये का वेतन मिलेगा और ड्यूटी भी 12 घंटे की लेंगे. प्रशासनिक अधिकारियों ने मिलकर गलत तरीके से अपने रिश्तेदारों को नए टेंडर में शामिल कर लिया है.

ओपीडी नहीं, दवाइयां हैं नहीं

शिवपाल बोले सैफई पीजीआई में पहले 3500 मरीजों की ओपीडी होती थी, लेकिन अब ये 1000 से नीचे आ गई है. पीजीआई में दवाइयां हैं नहीं, लापरवाही बहुत है. सभी डॉक्टर ने अपने-अपने प्राइवेट अस्पताल खोल लिए हैं, सभी मशीनें खराब पड़ी हैं. 

प्रसपा चीफ ने बताया कि चिकित्सा मंत्री से मैंने बात की थी और प्रमुख सचिव से भी बात की. अब मुख्यमंत्री से बात करने की जरूरत पड़ेगी. अभी हम लोग धरने पर बैठे थे. अब तो राउंड लेना पड़ेगा 15 दिन में राउंड लिया करेंगे. नेताजी का सपना और हम लोगों के सप को बर्बाद नहीं होने देंगे.

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