
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत को रविवार को पात्रा चॉल घोटाले में गिरफ्तार कर लिया. बताया जा रहा है कि ईडी ने संजय राउत को PMLA एक्टर के सेक्शन 19 के सब सेक्शन (1) के तहत गिरफ्तार किया गया है. ईडी सूत्रों से आजतक को जानकारी मिली है कि संजय राउत को तीन प्रमुख वजहों के चलते गिरफ्तार किया गया है.
जांच अधिकारी ने अरेस्ट मेमो में यह जिक्र किया है कि जांच के आधार पर यह पाया गया है कि संजय राउत मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत दोषी हैं. बताया जा रहा है कि संजय राउत को गिरफ्तार करने के पीछे ये तीन वजह बताई जा रही हैं.
1- संजय राउत जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे.
2- ईडी की जांच में लेन-देन की जो जानकारी मिली है, उससे पता चलता है कि संजय राउत को इस पूरे घोटाले में लाभ मिला है. वे मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल हैं.
3- संजय राउत ने मनी लॉन्ड्रिंग के मुख्य आरोपी प्रवीण राउत की मदद की है.
संजय राउत की रिमांड मांगेंगी ED
ED संजय राउत को आज स्पेशल PMLA कोर्ट में पेश करेगी. ईडी कोर्ट से संजय राउत की रिमांड इन्हीं तीन ग्राउंड्स के आधार पर मांगेगी. इससे पहले ईडी संजय राउत का मेडिकल चेकअप के लिए उन्हें ईडी दफ्तर से जेजे हॉस्पिटल लाई है.
संजय राउत के घर ईडी ने रविवार को छापेमारी की थी. उनके घर पर करीब 9 घंटे सर्च ऑपरेशन चला था. इस दौरान ईडी को राउत के घर से 11.5 लाख रुपए बरामद हुए थे. इसके बाद ईडी ने उन्हें पूछताछ के लिए दफ्तर में बुलाया था. ईडी ने कुछ घंटों की पूछताछ के बाद संजय राउत को गिरफ्तार कर लिया.