
देश के अलग-अलग हिस्सों से दूसरे संप्रदाय के खिलाफ भड़काऊ बयानबाजी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. राम नवमी के दिन ऐसा ही एक मामला कर्नाटक के रायचूर में देखने को मिला. मौका श्रीराम सेना के एक कार्यक्रम का था. इस अवसर पर न सिर्फ खुलेआम तलवारें लहराई गईं, बल्कि अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ जमकर जहरीली जुबान बोली गई. इस मामले का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है. ये दोनों श्रीराम सेना के ही पदाधिकारी हैं.
10 अप्रैल को रामनवमी का त्योहार था. इस अवसर पर रायचूर में श्रीराम सेना की ओर से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में संगठन के संयोजक राजचंद्र रामनगौड़ा ने जो भाषण दिया, उससे विवाद खड़ा हो गया. रामनगौड़ा ने कहा कि 'लव जिहाद' नहीं बल्कि 'लव केसरी' करें. आपको ये करना ही होगा. उन्होंने कहा कि मैंने यहां एक कॉलेज के पास देखा है कि वे (मुस्लिम लड़के) एक सप्ताह तक नहाते नहीं हैं. लेकिन परफ्यूम लगाकर लड़कियों के पीछे भागते हैं. दुर्भाग्य से हमारी लड़कियों को नहीं पता कि किससे शिकायत करें.
उन्होंने कहा कि हम आज अपनी लड़कियों को ये मैसेज दें कि अगर कोई मुस्लिम लड़का किसी हिंदू महिला को परेशान करता है, तो वो हमारे पास आए. यहां मैं खुद (राजचंद्र) और हमारे युवा भाई डॉ. बसनगौड़ा बी पाटिल उसे सुनने के लिए हैं. हमको तलवारों के साथ सिर्फ डांस नहीं करना है, बल्कि ऐसे लड़कों पर इसे चलाना भी है, ताकि हम अपने धर्म की रक्षा कर सकें. उन्होंने कहा कि ध्यान रखें कि वे (मुसलमान) हम पर हमला करेंगे. लेकिन आपको उस समय शांत नहीं रहना है. यहां हम आपके लिए हैं, हमारे अध्यक्ष हमारे साथ हैं, हमारा संगठन श्रीराम सेना है.
इस विवादित बयान के बाद संयोजक राजचंद्र रामनगौड़ा और श्रीराम सेना के रायचूर जिलाध्यक्ष मंजूनाथ के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. आरोपियों के खिलाफ IPC की धारा 153 (दंगा भड़काने के इरादे से उकसाना), 153 (ए) (धर्म, नस्ल पर हमला करना) और 295 (ए) (धार्मिक भावनाओं को आहत करने के इरादे से जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कार्य) के तहत FIR दर्ज की गई है.