
कर्नाटक के शिवमोगा जिले में बुल दौड़ प्रतियोगिता के दौरान हुए हादसों में दो लोगों की मौत हो गई. यह हादसे शिवमोग्गा के दो अलग-अलग गांवों में शनिवार को हुए. शिकारीपुरा के गामा गांव में बुल दौड़ प्रतियोगिता के दौरान बेकाबू बैल ने एक शख्स को टक्कर मार दी, जिससे उसकी मौत हो गई. इसी तरह सोराबा तालुका के जेड गांव में भी बैल की टक्कर से एक शख्स की मौत हो गई.
बुल दौड़ कर्नाटक के तटीय इलाकों में आयोजित होने वाला पारंपरिक त्योहार है, जिसे होरी हब्बा के नाम से जाना जाता है. इस दौरान स्थानीय लोग अपने बैलों को सजाकर उन्हें दौड़ प्रतियोगिता में लेकर आते हैं.
इन हादसों में मारे गए लोगों की पहचान शिकारीपुरा के गामा गांव के प्रशांत (36) और सोराबा तालुक के जेड गांव के आदि (20) के रूप में हुई है.
प्रशासन के मुताबिक, इन बैल दौड़ प्रतियोगिताओं के आयोजन के लिए आयोजकों ने पुलिस विभाग से मंजूरी नहीं ली थी. शिवमोगा के एसपी मिथुन कुमार के मुताबिक, पुलिस को इन दोनों घटनाओं के बारे में कोई जानकारी नहीं थी क्योंकि आयोजकों ने बुल दौड़ प्रतियोगिताओं के आयोजन के लिए मंजूरी नहीं ली थी. मामले की जांच शुरू कर दी गई है.
कर्नाटक के गृह मंत्री अरागा ज्ञानेंद्र ने रविवार को बताया कि पुलिस इन मामलों में आवश्यक कार्रवाई करेगी. उन्होंने कहा, यह एक पारंपरिक खेल है. अगर इस दौरान मौतें हुई हैं तो पुलिस उसकी जांच करेगी. आयोजकों को प्रतियोगिता को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए थी. मैं जिला पुलिस के साथ इस पर चर्चा करूंगा.