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SpiceJet की लापरवाही, नहीं आई बस तो दिल्ली एयरपोर्ट पर पैदल ही चले पैसेंजर

शनिवार देर रात स्पाइसजेट की हैदराबाद-दिल्ली फ्लाइट से बड़ी संख्या में उतरे पैसेंजरों को दिल्ली एयरपोर्ट के टरमैक पर पैदल चलना पड़ा. सूत्रों के मुताबिक एयरलाइन उन्हें टर्मिनल तक ले जाने के लिए करीब 45 मिनट तक बस मुहैया नहीं करा सकी. बताया जा रहा है कि मामले की जांच DGCA कर रहा है.

स्पाइसजेट की इस लापरवाही की जांच कर रहा DGCA स्पाइसजेट की इस लापरवाही की जांच कर रहा DGCA
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 07 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 5:59 PM IST

भारत में एयरलाइंस (Airlines) में तकनीकी खामियां लगातार सामने आ रही हैं. जिसके चलते विमानन नियामक डीजीसीए (DGCA) ने कई एयरलाइंस पर सख्ती भी दिखाई है. इस बीच स्पाइसजेट (Spicejet) की एक बड़ी लापरवाही देखने को मिली है. न्यूज एजेंसी के मुताबिक शनिवार रात स्पाइसजेट की हैदराबाद-दिल्ली फ्लाइट (Hyderabad-Delhi Flight) से बड़ी संख्या में उतरे पैसेंजरों को दिल्ली एयरपोर्ट के टरमैक (Tarmac) पर पैदल चलना पड़ा. सूत्रों के मुताबिक एयरलाइन उन्हें टर्मिनल (Airport Terminal) तक ले जाने के लिए करीब 45 मिनट तक बस मुहैया नहीं करा सकी.

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सूत्रों ने रविवार को एजेंसी को बताया कि विमानन नियामक डीजीसीए घटना की जांच कर रहा है. हालांकि, स्पाइसजेट ने कहा कि कोचों के आने में थोड़ी देरी हुई, लेकिन जैसे ही बसें आईं, सभी यात्रियों को उसमें बैठाकर टर्मिनल बिल्डिंग तक ले जाया गया. 

एयरलाइन ने कहा,  "हमारे स्टाफ के बार-बार अनुरोध के बावजूद कुछ यात्रियों ने टर्मिनल की ओर पैदल चलना शुरू कर दिया. बसों के आने तक वे मुश्किल से कुछ ही मीटर चले होंगे. जिसके बाद सभी को बस में बैठाकर टर्मिनल तक ले जाया गया."

बता दें कि टरमैक एयरपोर्ट पर रनवे से साइड वाला क्षेत्र होता है, जिस पर यात्रियों को लाने के लिए बसों को ही चलने की अनुमति है. इस पर यात्रियों के पैदल चलने की अनुमति नहीं है क्योंकि यह सुरक्षा के लिहाज से खतरनाक हो सकता है. केवल वाहनों के लिए ही टरमैक पर एक सीमांकित मार्ग है. इसलिए, एयरलाइंस यात्रियों को टर्मिनल से विमान तक ले जाने और वापस टर्मिनल तक लाने के लिए बसों का उपयोग करती हैं.

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नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के आदेशों के अनुसार, स्पाइसजेट वर्तमान में अपनी 50 प्रतिशत से अधिक उड़ानों का संचालन नहीं कर रही है.

दरअसल, डीजीसीए ने जुलाई में एयरलाइन की उड़ानों पर आठ सप्ताह की अवधि के लिए रोक लगा दी थी. कारण, 19 जून से 5 जुलाई के बीच स्पाइसजेट के विमानों में तकनीकी खराबी की कम से कम आठ घटनाएं सामने आई थीं.

सूत्रों ने कहा कि स्पाइसजेट की हैदराबाद-दिल्ली उड़ान शनिवार को लगभग 11:24 बजे अपने गंतव्य पर उतरी. इस दौरान इसमें 186 यात्री सवार थे. जिसके बाद एक बस तुरंत आई और कुछ यात्रियों को टर्मिनल 3 पर ले गई. बाकी यात्रियों ने करीब 45 मिनट तक इंतजार किया और जब उन्हें कोई बस नहीं दिखी तो वे टर्मिनल की ओर चलने लगे, जो करीब 1.5 किमी दूर था. इन यात्रियों के करीब 11 मिनट तक टरमैक पर चलने के बाद दोपहर करीब 12 बजकर 20 मिनट पर एक बस उन्हें टर्मिनल तक ले जाने के लिए आई.

इस घटना के बारे में पूछे जाने पर, स्पाइसजेट ने एक बयान में कहा, "यह जानकारी कि स्पाइसजेट की उड़ान हैदराबाद-दिल्ली के यात्रियों को 6 अगस्त को टर्मिनल की ओर पैदल चलने के लिए मजबूर किया गया था, गलत है और इससे इनकार किया जाता है. यात्रियों को टरमैक से टर्मिनल बिल्डिंग तक ले जाने के लिए कोचों के आने में सिर्फ कुछ देरी हुई थी."

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