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मस्जिद के सर्वे से शुरू, मंदिर की खोज और अब बिजली चोरी...संभल में अब तक क्या-क्या हुआ

संभल में बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. मस्जिद के सर्वे से शुरू हुआ विवाद मंदिर की खोज और अब बिजली की चोरी तक आ गया है. एक के बाद एक विवाद सामने आ रहे हैं. पिछले करीब एक महीने में संभल सियासी गलियारे में चर्चा का विषय बना हुआ है...

संभल में बिजली चोरी पर कार्रवाई के दौरान सुरक्षाकर्मी. (PTI) संभल में बिजली चोरी पर कार्रवाई के दौरान सुरक्षाकर्मी. (PTI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 19 दिसंबर 2024,
  • अपडेटेड 1:28 PM IST

संभल में बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. मस्जिद के सर्वे से शुरू हुआ विवाद मंदिर की खोज और अब  बिजली की चोरी तक आ गया है. एक के बाद एक विवाद सामने आ रहे हैं. पिछले करीब एक महीने में संभल सियासी गलियारे में चर्चा का विषय बना हुआ है. ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिर कब क्या हुआ और कैसे यूपी का ये इलाका इन दिनों सड़क से लेकर सदन तक सुर्खियों में है...

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कोर्ट ने मस्जिद के सर्वे का आदेश दिया

दरअसल, कोर्ट ने शाही जामा मस्जिद के वीडियो-फोटोग्राफी का आदेश दिया था. हिंदू पक्ष का दावा था कि ये मस्जिद नहीं है बल्कि श्रीहरिहर मंदिर है. इसके बाद कोर्ट ने सर्वे के आदेश दिए. 19 नवंबर को पुलिस की मौजूदगी में सर्वे कराया गया. सर्वे के बाद बयानबाजियों का दौर चालू हो गया. सपा ने इस सर्वे पर तीखी प्रतिक्रिया दी. 19 नवंबर को जब कोर्ट के बाद सर्वे शुरू हुआ तो खुद सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क वहां पहुंचे थे और उन्होंने इस कदम को माहौल बिगाड़ने वाला बताया था.

इसके बाद धीरे-धीरे तनाव बढ़ता चला गया. फिर आई 22 तारीख. उस दिन जुमे की नमाज होनी थी. प्रशासन ने इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया. पूरे संभल में धारा-163 लागू की गई. पुलिस ने फ्लैग मार्च किया.

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24 नवंबर को बिगड़ गया माहौल...

24 नवंबर को भी सर्वे के उद्देश्य से सुबह करीब साढ़े सात बजे सर्वे की टीम जामा मस्जिद के अंदर दाखिल हुई. करीब एक घंटे तक हालात सामान्य थे तभी अचानक भीड़ आ गई और पुलिस के बीच बहस हो गई. इसके बाद इलाके में पत्थरबाजी शुरू हो गई. माहौल बिगड़ गया. पुलिस को भी बल प्रयोग करना पड़ा. इस हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई.

इस हिंसा के बाद पुलिस एक्शन मोड में आ गई. कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. विपक्ष ने भी बीजेपी को घेरा. आरोपियों की तस्वीर चस्पा की गई.

यह भी पढ़ें: संभल में सपा सांसद बर्क के पिता के खिलाफ FIR दर्ज, बिजली विभाग के कर्मचारियों को धमकाने का आरोप

फिर मिला मंदिर...

इस हिंसा के बाद जब उपद्रवियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया गया तो बिजली चोरी का मामला सामने आया. लेकिन 14 दिसंबर को पुलिस उस वक्त हैरान रह गई जब दीपा राय इलाके में चेकिंग के समय अचानक एक मंदिर मिल गया जो कि सन 1978 का बताया जा रहा है. यह मंदिर 46 सालों से बंद था. जो सपा सांसद के घऱ से 200 मीटर की दूरी पर था.

इसके बाद 15 दिसंबर को मंदिर को खोला गया और वहां पूजा पाठ की गई. इसके बाद कुएं मिलने की जानकारी सामने आई और उसकी खुदाई कराई गई. वहीं, इसी बीच संभल के और इलाके सरायतरीन में भी मंदिर मिला.

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फिर गरमाया बिजली चोरी का मुद्दा

प्रशासन ने मंदिर के आसपास अवैध अतिक्रमण को भी हटाया. इसी बीच, उत्तर प्रदेश बिजली विभाग ने संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर रहमान के परिसर में बिजली के उपयोग में अनियमितताओं को चिन्हित किया. वहीं, गुरुवार को बिजली विभाग ने सर्वे के बाद एंटी पावर थेफ्ट की धारा 135 के तहत सपा सांसद के खिलाफ FIR दर्ज की गई है.

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