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दिल्ली में प्रेसिडेंशियल सुइट से बनाई दूरी, नॉर्मल रूम में क्यों रुके थे कनाडाई PM जस्टिन ट्रूडो?

खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों के बाद भारत-कनाडा के संबंधों को बड़ा झटका लगा है. दोनों देशों के रिश्तों में तनाव बढ़ गया है. कनाडा ने भारत सरकार के खुफिया एजेंटों की 'संभावित संलिप्तता' होने का दावा किया है. हालांकि, भारत सरकार ने इन आरोपों को बेतुका और आधारहीन बताकर खारिज कर दिया है. अब ट्रूडो के दिल्ली दौरे को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है.

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो जी-20 समिट में नई दिल्ली आए थे. (File Photo) कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो जी-20 समिट में नई दिल्ली आए थे. (File Photo)
अरविंद ओझा
  • नई दिल्ली,
  • 21 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 8:17 AM IST

खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में भारत पर सनसनीखेज आरोप लगाकर दुनिया में चर्चा में आए जस्टिन ट्रूडो को लेकर चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है. हाल ही में जी 20 समिट में हिस्सा लेने नई दिल्ली आए ट्रूडो पांच दिन तक एक होटल रहे. भारत सरकार के मेहमान होने की वजह से ट्रूडो को प्रेसिडेंशियल सुइट अलॉट किया गया था. लेकिन, वो सुईट में ठहरने की बजाय साधारण दूसरे रूम में रुके.

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बता दें कि जी20 शिखर सम्मेलन में शामिल होने भारत आए जस्टिन ट्रूडो को दूसरे नेताओं की तरह खास तवज्जो नहीं मिली थी. वो 8 सितंबर को भारत दौरे पर आए थे और 10 सितंबर को उनकी कनाडा वापसी थी. हालांकि, विमान खराब होने की बजह से ट्रूडो को दो दिन और भारत में रुकना पड़ा. कनाडा से एक अन्य विमान नई दिल्ली भेजा गया और ट्रूडो को लेकर 12 सितंबर को वापस लौटा था. ऐसे में ट्रूडो को तीन दिन की बजाय पांच दिन तक भारत में रुकना पड़ा था.

G-20 समिट के दौरान कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो को नई दिल्ली में द ललित होटल में ठहराया गया था. ट्रूडो के लिए होटल में अलग से प्रेसिडेंशियल सुइट बुक था, लेकिन उन्होंने एक भी दिन प्रेसिडेंशियल सुइट का इस्तेमाल नहीं किया. वो होटल के एक नॉर्मल रूम में रुके.

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'प्रेसिडेंशिल सुइट बुक था, लेकिन नहीं ठहरे ट्रूडो'

सूत्रों के मुताबिक, ट्रूडो जब तक दिल्ली में रहे, वो द ललित होटल के दूसरे रूम में ही रुके रहे. बताते चलें कि दिल्ली में सभी राष्ट्राध्यक्षों के लिए भारत सरकार ने वीवीआईपी होटल्स बुक किए थे. सभी होटलों में राष्ट्राध्यक्षों के लिए अलग से प्रेसिडेंशियल सुइट बुक थे. सभी प्रेसिडेंशियल सुइट के लिए दिल्ली पुलिस से लेकर तमाम सुरक्षा एजेंसियों ने पूरी सिक्योरिटी का ख्याल रखा था.

'पहेली बना होटल के नॉर्मल कमरे में रहना'

इसके बावजूद कनाडा के PM ने प्रेसिडेंशियल सुइट में रुकना ठीक नहीं समझा और वो होटल के किसी नॉर्मल रूम में रुके. उनका यह निर्णय एक पहेली बना हुआ है. 

विमान में खराबी से ट्रूडो की फजीहत

विमान में आई खराबी को लेकर ट्रूडो भारत में बेहद असहज देखे गए और वो 11 सितंबर को द ललित होटल के अपने कमरे से बाहर तक नहीं निकले. विमान की खराबी को लेकर भी ट्रूडो कनाडा की मीडिया के निशाने पर रहे. कनाडा के टेलीविजन नेटवर्क CTV न्यूज ने एक रिपोर्ट में कहा, 'यह शर्मनाक है, एक देश के तौर पर, हमारे लिए यह शर्म की बात है. एक प्लेन जिस पर हमारे प्रधानमंत्री यात्रा कर रहे हैं, उसमें खराबी आ गई जो दिखाती है कि हम किस तरह से अपने इंफ्रास्ट्रक्चर का ख्याल रख रहे हैं.'

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'पीएम मोदी और ट्रूडो का रिश्ता और खराब हुआ' 

कनाडा के ग्लोबल न्यूज ने एक रिपोर्ट में कहा, प्रधानमंत्री मोदी और जस्टिन ट्रूडो के बीच अजीब-सा रिश्ता है जिसका स्तर जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान और नीचे गिर गया. ग्लोबल न्यूज ने कहा, 'भारत की मीडिया में ट्रूडो को निशाना बनाया गया. ऐसी हेडलाइंस लगाई गईं कि शिखर सम्मेलन के दौरान ट्रूडो को अलग-थलग कर दिया गया. पीएम मोदी और ट्रूडो के बीच बस छोटी-सी द्विपक्षीय मुलाकात हुई जबकि बाकी नेताओं के साथ पीएम मोदी ने लंबी और औपचारिक वार्ता की. 

मोदी और ट्रूडो के बीच तनाव कनाडा में चल रहे खालिस्तानी आंदोलन को लेकर है. भारत इसे लेकर लगातार आपत्ति जताता रहा है. कनाडा के न्यूज चैनल ने कहा- ट्रूडो की यह दूसरी भारत यात्रा है जो बेहद खराब अनुभव वाली रही है. जस्टिन ट्रूडो प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार साल 2018 में भारत आए थे और वो दौरा भी बेहद खराब रहा था. उस दौरे में उन्होंने एक 'दोषी करार दिए गए आतंकवादी' को अपने साथ डिनर के लिए बुलाया था, जिसके बाद उनकी खूब आलोचना हुई थी.

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