क्या है पूरा मामला?
न्यायमूर्ति एन. कोटिस्वर सिंह के दौरे के पहले चुराचांदपुर जिले के बार एसोसिएशन ऑल मणिपुर बार एसोसिएशन (एएमबीए) ने बयान जारी कर कहा, "शांति और सार्वजनिक व्यवस्था के हित में मैतेई समुदाय के जज को हमारे जिले में कदम नहीं रखेंगे. चाहे उनका नाम क्यों ना सुप्रीम कोर्ट के 6 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल हो."
मणिपुर में मई 2023 से शुरू हुई जातीय हिंसा में अब तक 250 से ज्योदा लोग मारे और हजारों लोग विस्थापित हो चुके हैं. सुप्रीम कोर्ट के जजों का यहा दौरा अपनी तरह का पहला दौरा है जो कि ऐतिहासिक है. चुराचांदपुर जिला कुकी और मैतेई समुदायों के बीच लंबे समय से चल रहे जातीय संघर्ष का केंद्र है.