
कोरोना काल में हो रही NEET-JEE परीक्षा के लिए शुक्रवार का दिन अहम हो सकता है. सुप्रीम कोर्ट छह राज्यों के छह कैबिनेट मंत्रियों की पुनर्विचार याचिका पर विचार करेगा. दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने सितंबर में होने वाली NEET-JEE परीक्षा स्थगित करने की याचिकाओं को खारिज कर दिया था. कोर्ट के आदेश के खिलाफ छह राज्यों के छह कैबिनेट मंत्रियों ने पुनर्विचार याचिका दायर की थी, जिसपर कोर्ट अब विचार करेगा.
जस्टिस अशोक भूषण, जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस कृष्ण मुरारी की बेंच याचिका पर विचार करेगी. 17 अगस्त को फैसला देने वाले पीठ की अध्यक्षता जस्टिस अरुण मिश्रा कर रहे थे. वकील सुनील फर्नांडिस के माध्यम से दायर याचिका में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट का 17 अगस्त का आदेश NEET-JEE परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों/उम्मीदवारों की सुरक्षा और उनके जीवन के अधिकार को सुरक्षित करने में असफल रहा है.
बता दें कि 17 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने सितंबर में होने वाली NEET और JEE परीक्षा स्थगित करने की याचिका खारिज कर दी थी. पीठ की अध्यक्षता कर रहे जस्टिस अरुण मिश्रा ने कहा था कि परीक्षा स्थगित करने से छात्रों का करियर संकट में आ जाएगा.
जस्टिस अरुण मिश्रा ने याचिकाओं को खारिज करते हुए कहा था कि जीवन को कोविड-19 में भी आगे बढ़ना चाहिए. क्या हम सिर्फ परीक्षा रोक सकते हैं? हमें आगे बढ़ना चाहिए. अगर परीक्षा नहीं हुई तो क्या यह देश के लिए नुकसान नहीं होगा? छात्र शैक्षणिक वर्ष खो देंगे.