
आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल इन दिनों सुर्खियों में हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सहयोगी विभव कुमार पर आरोप है कि उन्होंने स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट की थी. हालांकि स्वाति मालीवाल के कभी आम आदमी पार्टी के साथ करीबी रिश्ते थे. AAP और अरविंद केजरीवाल की प्रबल समर्थक रहीं स्वाति मालीवाल का पार्टी और उसके नेता के साथ 'दोस्त से लेकर दुश्मन' तक का संबंध रहा है.
दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवाल से मारपीट के मामले में दिल्ली पुलिस ने विभव कुमार को गिरफ्तार कर लिया है और स्वाति की मेडिकल रिपोर्ट में चोट के निशान पाए गए हैं. उनका दावा है कि ये चोट 13 मई को दिल्ली में मुख्यमंत्री आवास पर विवाद के दौरान लगी थी.
हालांकि AAP ने शुरुआत में इस मामले को सुलझाने की कोशिश की थी, लेकिन स्वाति की ओर से विभव कुमार के खिलाफ FIR दर्ज कराने के बाद मामला खुलकर सामने आ गया. यह मुद्दा बड़े पैमाने पर राजनीतिक विवाद में बदल गया और चुनावी मौसम में आम आदमी पार्टी के लिए एक बाधा बन गया. एक नजर डालते हैं स्वाति मालीवाल के आम आदमी पार्टी से रिश्तों से लेकर इनमें खटास आने तक के सफर पर...
2006 से केजरीवाल और सिसोदिया के साथ हैं
स्वाति मालीवाल करीब 2 दशकों से केजरीवाल के साथ हैं, वह 2006 में AAP के प्रमुख और दिल्ली के पूर्व मंत्री मनीष सिसौदिया द्वारा संचालित 'परिवर्तन' नामक NGO में शामिल हुईं और उनके साथ मिलकर काम करने लगीं. NGO ने दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में राशन वितरण में नियमितता पर ध्यान केंद्रित किया. सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के नेतृत्व वाले भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के दौरान भी स्वाति मालीवाल केजरीवाल के पक्ष में मजबूती से खड़ी थीं. इस दौरान आंदोलन की रणनीति तैयार करने से लेकर विरोध प्रदर्शन करने तक स्वाति हमेशा केजरीवाल के कोर ग्रुप का हिस्सा रहीं.
नवीन जयहिंद के संपर्क में कब आईं?
इस आंदोलन के दौरान वह AAP के पूर्व नेता नवीन जयहिंद के संपर्क में आईं, जो इस आंदोलन का हिस्सा थे और जनवरी 2012 में स्वाति ने नवीन से शादी कर ली. इतना ही नहीं, स्वाति मालीवाल निर्भया मामले में तत्कालीन यूपीए सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन का भी हिस्सा थीं.
केजरीवाल के साथ ली राजनीति में एंट्री
जब केजरीवाल ने अन्ना हजारे से अपने रास्ते अलग कर लिए और मुख्यधारा की राजनीति में एंट्री करने का फैसला किया तो स्वाति मालीवाल ने भी केजरीवाल के साथ राजनीति में शामिल होने का रास्ता अपनाया. साल 2013 में अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस के समर्थन से राष्ट्रीय राजधानी में 49 दिनों की सरकार बनाई थी. उस समय स्वाति मालीवाल ने न चुनाव लड़ा और न ही सरकार का हिस्सा बनीं.
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष बनीं स्वाति
इसके बाद 2014 में अरविंद केजरीवाल ने सरकार से इस्तीफा दे दिया और वाराणसी में प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला किया. पार्टी के तमाम नेताओं के साथ स्वाति मालीवाल भी वाराणसी में प्रचार में शामिल हुईं, लेकिन केजरीवाल ने 2015 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में बड़ी जीत हासिल की और मुख्यमंत्री बने. यही वह समय था जब स्वाति को दिल्ली महिला आयोग का प्रमुख चुना गया. अचानक निरीक्षण करने, महिला सुरक्षा के विषय पर दिल्ली पुलिस को नोटिस भेजने से लेकर कई अन्य मुद्दों पर स्वाति मालीवाल ने जिम्मेदारी संभाली. 2020 में जब आम आदमी पार्टी ने फिर से जीत हासिल की, तो स्वाति मालीवाल दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष बनी रहीं.
स्वाति के काम की तारीफ
अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष के रूप में स्वाति के काम की सराहना की. केजरीवाल ने तब भी स्वाति मालीवाल का समर्थन किया था जब उन्होंने पूर्व उपप्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम के स्मारक समता स्थल पर बलात्कारियों को 6 महीने के भीतर सजा देने की मांग को लेकर भूख हड़ताल की थी.
केजरीवाल के स्वास्थ्य पर जाहिर की थी चिंता
बता दें कि दिल्ली शराब घोटाले में जब केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया था, तब मालीवाल भारत में नहीं थीं, लेकिन उन्होंने अरविंद केजरीवाल के लिए इंसुलिन की मांग की थी और जब वह अमेरिका में थीं, तब भी उन्होंने जेल में केजरीवाल के स्वास्थ्य पर चिंता व्यक्त की थी. कुछ दिन पहले उन्होंने दिल्ली शराब घोटाले में जमानत पर रिहा होने पर संजय सिंह की सराहना की थी.
अमित मालवीय पर साधा था निशाना
29 मार्च को जब बीजेपी नेता अमित मालवीय ने अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के दौरान स्वाति मालीवाल की गैरमौजूदगी पर सवाल उठाया तो स्वाति मालीवाल ने मालवीय से कहा था कि कुछ दिन और रुकिए आईटी सेल फर्जी खबरों की फैक्ट्री है. मेरी बहन का इलाज चल रहा है और मैं जल्द ही वापस आ रही हूं. मैं तब भी अरविंद केजरीवाल के साथ थी, जब आपने बीजेपी के लिए बोलना नहीं सीखा था, मैं आपको परेशान करके रखूंगी.
AAP ने स्वाति पर लगाए ये आरोप
हालांकि हालिया घटनाक्रम में AAP नेता और दिल्ली की मंत्री आतिशी ने स्वाति मालीवाल पर बीजेपी के इशारे पर खेलने का आरोप लगाया है. आतिशी ने कहा कि भाजपा का एक पैटर्न है. पहले वे मामले दर्ज करते हैं और फिर नेताओं को जेल भेजने की धमकी देते हैं. स्वाति मालीवाल भ्रष्टाचार निरोधक शाखा द्वारा दर्ज एक अवैध भर्ती मामले में आरोपों का सामना कर रही हैं. इस मामले में एक FIR दर्ज की गई है, इस मामले में उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है. AAP नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा ने मालीवाल को ब्लैकमेल किया और उन्हें इस साजिश का चेहरा बनाया. इतना ही नहीं, AAP ने स्वाति मालीवाल के कॉल रिकॉर्ड की जांच की भी मांग की.