
स्वाति मालीवाल मामले (Swati Maliwal Case) में अरविंद केजरीवाल के सहयोगी विभव कुमार को दिल्ली पुलिस ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास से गिरफ्तार किया. लेकिन सवाल यह है कि पुलिस को कैसे पता चला कि विभव सीएम हाउस में है. दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक विभव के सीएम हाउस में होने की जानकारी दिल्ली पुलिस को लोकल इंटेलिजेंस से मिली थी. जानकारी मिलते ही दिल्ली पुलिस तुरंत एक्टिव हुई. इसके बाद उत्तरी दिल्ली पुलिस की स्पेशल स्टाफ की टीम को तुरंत सीएम हाउस जाने के लिए कहा गया.
उत्तरी जिले की महिला IPS अफसर और एडिशनल DCP सिविल लाइंस के SHO के साथ सीएम हाउस पहुंच गईं. पुलिस जब अंदर दाखिल हुई, तो विभव अपने रूम से खुद ही निकल कर बाहर आ गया और पुलिस ने विभव को पकड़ लिया गया. विभव को पकड़कर SHO सिविल लाइंस सीएम के पीछे वाले गेट से निकलते हुए सिविल लाइंस थाने गए. इस वक्त AAP सांसद राघव भी सीएम हाउस में ही थे लेकिन किसी ने पुलिस की कार्रवाई का विरोध नहीं किया.
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पुलिस के मुताबिक पता लगाया जा रहा है कि आखिर विभव कल सीएम हाउस क्यों आया था. स्वाति मालीवाल की शिकायत के बाद विभव सीएम के साथ लखनऊ, अमृतसर और मुंबई होते हुए दिल्ली आया.
विभव ने क्यों फॉर्मेट किया अपना फोन?
सूत्रों के मुताबिक विभव कुमार जांच में सहयोग नहीं कर रहा है. मोबाइल फार्मेट होने के पीछे की एक ही वजह बता रहा है कि फोन हैंग हो गया था. ज्यादातर सवालों के जवाब सिर्फ हां या ना में दे रहा है. पुलिस को विभव की बात पर यकीन नहीं हो रहा है, इसलिए दिल्ली पुलिस विभव को लेकर मुंबई पुलिस के पास जा सकती है और सबूत को नष्ट करने के लिए FIR में धारा 201 जोड़ सकती है.
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दिल्ली पुलिस विभव से ये भी पूछ रही है कि बिना किसी उकसावे के आखिर इस मारपीट की वजह क्या थी. पुलिस इस वारदात के पीछे दूसरे लोगों की भूमिका की भी जांच करेगी. बता दें कि पुलिस को अभी भी DVR नहीं मिला है.
दिल्ली पुलिस की रिमांड कॉपी में क्या है?