Advertisement

ताजमहल पर विवादों के बीच एलॉन मस्क का ट्वीट, लोग दिखाने लगे मंदिरों की खूबसूरती

टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने ताजमहल को लेकर 9 मई को ट्वीट करके कहा, 'यह आश्चर्यजनक है, मैंने 2007 में दौरा किया और ताजमहल भी देखा था, जो वास्तव में दुनिया का एक अजूबा है.' इस पर कई लोग एलन मस्क को मंदिरों की खूबसूरती दिखाने लगे.

ताज महल (फाइल फोटो-PTI) ताज महल (फाइल फोटो-PTI)
aajtak.in
  • लखनऊ,
  • 10 मई 2022,
  • अपडेटेड 1:47 PM IST
  • एलन मस्क ने की ताजमहल की तारीफ
  • बोले- 2007 में मैंने किया था ताज का दीदार

दुनिया के 7 अजूबों में एक यानी ताजमहल इस वक्त अलग वजहों से सुर्खियों में है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का एक नेता ताजमहल के इतिहास को लेकर अदालत पहुंचा है. दावा ये है कि ताजमहल का सत्य 22 कमरों के अंदर बंद है, ये कमरे खुलेंगे तो एक अलग सच सामने आएगा. इस बीच दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क का ताजमहल को लेकर एक ट्वीट वायरल हो रहा है, जिसे उन्होंने सोमवार यानी 9 मई को किया था.

Advertisement

हाल में माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर को खरीदने वाले टेस्ला के मालिक एलन मस्क ने ताजमहल को लेकर 9 मई को ट्वीट करके कहा, 'यह आश्चर्यजनक है, मैंने 2007 में दौरा किया और ताजमहल भी देखा था, जो वास्तव में दुनिया का एक अजूबा है.' एलन मस्क ने यह ट्वीट एक फोटो के रिप्लाई में किया था, जिसे आगरा के लाल किले का बताया जा रहा था. एलन मस्क के ट्वीट पर कमेंट की बाढ़ आ गई और लोग उन्हें देश के मंदिरों की खूबसूरती के बारे में बताने लगे.

ताजमहल में शिवमंदिर को लेकर विवाद

दरअसल, दुनिया की सबसे खूबसूरत धरोहरों में से एक ताजमहल के इतिहास पर विवाद है. ताजमहल में शिव मंदिर का मामला फिर से गर्म हो गया. बकायदा इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में एक अर्जी दायर की गई है. याचिका में ताजमहल के 22 बंद कमरों से जुड़े राज से पर्दा उठाने की मांग की गई है. बड़ी बात ये है कि ताजमहल में मंदिर होने के दावे को हवा बीजेपी नेता ने दी है.

Advertisement

याचिका में क्या है?

बीजेपी नेता की याचिका में कहा गया, 'ये सम्मानपूर्वक प्रस्तुत किया जाता है कि कई सालों से एक विवाद चरम पर है जो ताजमहल या तदज महल या तेजो महालय से संबंधित है. कुछ हिंदू गुट और प्रतिष्ठित संत इस स्मारक को पुराने शिव मंदिर के रूप में दावा कर रहे हैं जो कई इतिहासकारों और तथ्यों द्वारा समर्थित हैं, हालांकि कई इतिहासकार इसे मुगल सम्राट शाहजहां द्वारा निर्मित ताजमहल के रूप में मानते हैं. कुछ लोगों का ये भी मानना है कि तेजो महालय या ताजमहल ज्योतिर्लिंग यानी उत्कृष्ट शिव मंदिरों में से एक प्रतीत होता है.'

याचिका में कहा गया, 'कई इतिहास की किताबों में यह है कि 1212 ईस्वी में, राजा परमर्दी देव ने तेजो महालय मंदिर महल (वर्तमान में ताजमहल) का निर्माण किया था. मंदिर बाद में जयपुर के तत्कालीन महाराजा राजा मान सिंह को विरासत में मिला था. उनके बाद संपत्ति राजा जय सिंह द्वारा आयोजित और प्रबंधित किया गया था, लेकिन शाहजहां (1632 में) ने कब्जा कर लिया गया था और बाद में इसे शाहजहां की पत्नी के स्मारक में बदल दिया गया था.'

ताजमहल के 22 कमरों का राज क्या है?

एक रिपोर्ट के मुताबिक, ताजमहल में मुख्य मकबरे और चमेली फर्श के नीचे 22 कमरे बने हैं. ये वही 22 कमरे हैं, जो आखिरी बार 1934 में खोले गए थे, यानी आजादी के पहले कमरों को खोला गया और आजादी के बाद से लेकर अब तक 22 कमरो को खोला नहीं गया. एक दावे के मुताबिक, सभी 22 कमरे मुगल काल से बंद हैं. साल 1934 में भी इनको सिर्फ निरीक्षण के लिए खोला गया लेकिन रिकॉर्ड में इसका जिक्र नहीं है.

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement