
अजमेर दरगाह के खादिम सलमान चिश्ती के वायरल वीडियो को लेकर विवाद अभी थमा नहीं है. अब सामने आया है कि खादिम सलमान के बयान के बाद सोशल मीडिया और अन्य मीडिया प्लेटफॉर्म पर अजमेर दरगाह के श्राइन सूफी हाजी सैयद सलमान चिश्ती की भी तस्वीरों के साथ खबर चलाई गईं. इस मामले में सूफी ने ऐतराज जताया है और गलत फोटो हटाने की अपील की है.
दरअसल, हाल ही में खादिम सलमान चिश्ती का एक वीडियो सामने आया था. इस वीडियो में सलमान ने कहा था कि पैगंबर पर विवादित बयान देने वाली नूपुर शर्मा का सिर कलम करने वाले को इनाम में वह अपना घर देगा. हालांकि, इस बयान के बाद सलमान को गिरफ्तार कर लिया गया है. खादिम सलमान हिस्ट्रीशीटर है और उस पर हत्या समेत कई आपराधिक केस दर्ज हैं.
सलमान की गिरफ्तारी के बाद पुलिस पर उठे थे सवाल
पुलिस का कहना था कि खादिम सलमान नशे का आदी है. सलमान की गिरफ्तारी के बाद एक वीडियो को लेकर बीजेपी का कहना था कि पुलिस खादिम को बचाना चाहती है. पुलिस खादिम से कह रही है कि नशे की हालत में वीडियो बनाने का बयान दे. हालांकि, इस मामले में आरोपी पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई की गई है.
वीडियो खादिम का था, तस्वीरें सूफी की चलाईं
इस बीच, नूपुर शर्मा को लेकर इनाम की पेशकश करने वाले आरोपी सलमान चिश्ती के नाम के एक और सलमान ने खुद की फोटो चलाए जाने पर आपत्ति जताई है. अजमेर दरगाह के जाने माने सूफी हाजी सैयद सलमान चिश्ती ने रविवार को स्पष्ट किया और बताया कि नूपुर को लेकर वायरल वीडियो खादिम सलमान का था, लेकिन कुछ मीडिया संस्थानों मेरी तस्वीरें लगाकर खबरें चलाईं.
पुलिस रिकॉर्ड में खादिम हिस्ट्रीशीटर
गद्दी नशीन-दरगाह अजमेर शरीफ के हाजी सैयद सलमान चिश्ती ने एक बयान में कहा कि '5 जुलाई 2022 को वेब और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के जरिए सार्वजनिक डोमेन में नूपुर शर्मा से संबंधित मामले पर विवादास्पद और भड़काऊ बयानों के बारे में एक वीडियो संदेश चलाया गया. ये वीडियो अजमेर से 'सलमान चिश्ती उर्फ सलमान' नाम के व्यक्ति का था. उसके खिलाफ कई आपराधिक केस दर्ज हैं और स्थानीय पुलिस के रिकॉर्ड में हिस्ट्रीशीटर है.'
गलत तस्वीरें चलाई गईं
उन्होंने आगे कहा कि हम स्पष्ट करते हैं कि संबंधित व्यक्ति किसी भी तरह से हाजी सैयद सलमान चिश्ती गद्दी नशीन-दरगाह अजमेर शरीफ (अध्यक्ष-चिश्ती फाउंडेशन) राजस्थान, भारत से जुड़ा या संबंधित नहीं है. कुछ मीडिया संस्थानों ने दरगाह अजमेर शरीफ से हाजी सैयद सलमान चिश्ती की तस्वीरों / छवि का गलत तरीके से उपयोग किया है. गूगल सर्च और ऑनलाइन वेब सर्च इंजन में सर्च करने पर तस्वीरें सामने आती हैं.
हम ख्वाजा की शिक्षा में विश्वास रखते हैं...
बयान में आगे कहा- 'चिश्ती सूफी इस तरह के बयानों की कड़ी निंदा करते हैं और जो हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती (R.A) की पवित्र शिक्षा में दृढ़ता से विश्वास करते हैं. हमारे लिए 'सभी के प्रति प्रेम और किसी के प्रति द्वेष नहीं' में विश्वास रखा जाता है'
अगर गलत तस्वीरें नहीं हटी तो आगे जाएंगे
इंडिया टुडे के साथ बातचीत में सलमान चिश्ती ने खादिम पर उस टिप्पणी से खुद को दूर कर लिया, जिसमें उन्होंने उसे हिस्ट्रीशीटर कहा था. सलमान चिश्ती ने कहा कि 'समस्या यह है कि अभी भी कई मीडिया हाउस अपराधी के उस वीडियो की कहानी चला रहे हैं, लेकिन तस्वीरें मेरी यूज की जा रही हैं. मैं दुनियाभर में भारत का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं. अजमेर शरीफ का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं. सलमान चिश्ती ने आगे कहा- 'हमने थाने में शिकायत नहीं की है, लेकिन अगर इस बयान के बाद भी मेरी तस्वीरें नहीं हटाई गईं तो हम इसे प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया (एडिटर्स गिल्ड) के सामने रखेंगे.