
तमिलनाडु में पिछले कुछ दिनों से बारिश कहर बरपा रही है. मौसम विभाग ने आज (शनिवार), 12 नवंबर को भी तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. भारी बारिश की संभावना के चलते राज्य के कई इलाकों में स्कूल की छुट्टी कर दी गई है. वहीं, तमिलनाडु के चार जिलों तिरुवल्लूर, रानीपेट, डिंडीगुल, थेनी और नीलगिरी जिलों और कांचीपुरम के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है. बता दें कि बीते कई दिन से बारिश के बीच तमिलनाडु के जिलों में स्कूल बंद हैं.
इसे देखते हुए तमिलनाडु के 27 जिलों में स्कूल की छुट्टी घोषित कर दी गई है. चेन्नई, चेंगलपेट, कांचीपुरम, तिरुवल्लूर, तंजावुर, थिरुवरुर, वेल्लोर, अरियालुर, नीलगिरी, डिंडीगुल, कोयंबटूर, थिरुपथुर, रानीपेट, शिवगंगई, त्रिची, मयिलादुथुराई, विल्लुपुरम, सलेम, कुड्डालोर, रामनाथपुरम, पुदुकोट्टई, थेनी जिला समेत 27 जिलों में आज भी बंद हैं. इसके साथ ही पुडुचेरी और कराईकल में स्कूलों और कॉलेजों के लिए भी अवकाश घोषित किया गया है.
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और पूर्वोत्तर श्रीलंका के आसपास के क्षेत्रों में कम दबाव का क्षेत्र शनिवार सुबह तक उत्तर-पश्चिम की ओर तमिलनाडु और पुडुचेरी तटों की ओर बढ़ सकता है. इसके बाद ये तमिलनाडु और केरल की तरफ उत्तर पश्चिम दिशा में घूम सकता है. जिससे आंतरिक तमिलनाडु और केरल में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है.
बता दें कि इस साल चेन्नई में भारी बारिश से पिछले 30 साल का रिकॉर्ड टूटा है. समाचार एजेंसी पीटीआई की खबर के मुताबिक, मौसम विज्ञान के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के उप महानिदेशक एस बालचंद्रन ने चेन्नई के मौसम पर बात करते हुए कहा था कि 1 नवंबर को नुंगमबक्कम में 8 सेंटीमीटर वर्षा दर्ज की गई थी, जो पिछले 30 वर्षों में पहली बार है. वहीं पिछले 72 वर्षों में तीसरी बार इतनी बारिश हुई है. उन्होंने जानकारी देते हुए कहा था कि 1990 में, चेन्नई में 13 सेंटीमीटर बारिश हुई थी और 1964 में यह 11 सेंटीमीटर थी, दोनों बार ये 01 नवंबर को हुई थी.