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तमिलनाडु सरकार में मंत्री और करुणानिधि के पोते... कौन हैं उदयनिधि स्टालिन, जिन्होंने सनातन धर्म पर दिया विवादित बयान

सनातन धर्म पर विवादित बयान से चर्चा में आए उदयनिधि स्टालिन 2021 में पहली बार विधायक बने थे. इसके बाद दिसंबर 2022 में उन्हें पहली बार स्टालिन सरकार में मंत्री बनाया गया. राजनीति में आने से पहले वह एक सफल अभिनेता और निर्माता भी रह चुके हैं.

तमिलनाडु के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन (फाइल फोटो) तमिलनाडु के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन (फाइल फोटो)
ऋषि कांत
  • नई दिल्ली,
  • 03 सितंबर 2023,
  • अपडेटेड 6:56 AM IST

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को लेकर ऐसा बयान दिया, जिसने चेन्नई से लेकर दिल्ली तक बवाल मचा रखा है. बीते शनिवार को उन्होंने सनातन उन्मूलन सम्मेलन में बोलते हुए कहा कि यह धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है. उदयनिधि ने कहा कि सनातन धर्म मच्छर से फैलने वाले डेंगू और मलेरिया की तरह है और इसे खत्म करना होगा.  

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उदयनिधि ने अपने बयान में सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से की. उन्होंने कहा कि सनातन का सिर्फ विरोध नहीं किया जाना चाहिए बल्कि इसे समाप्त ही कर देना चाहिए. उन्होंने कहा कि कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही कर देना चाहिए. हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते. हमें इसे मिटाना है. इसी तरह हमें सनातन को भी मिटाना है. उदयनिधि के इस बयान के बाद राजनीतिक दलों ने उनपर हमले तेज कर दिए हैं. हिंदू सेना ने इस बयान पर उदयनिधि के खिलाफ दिल्ली पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई गई है.  

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करुणानिधि के पोते हैं उदयनिधि स्टालिन 

उदयनिधि स्टालिन को राजनीति विरासत के रूप में मिली है. वह तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री और द्रविड़ नेता स्वर्गीय एम करुणानिधि के पोते हैं. उदयनिधि के पिता एमके स्टालिन डीएमके चीफ और तमिलनाडु के वर्तमान मुख्यमंत्री हैं. उन्हें बीते साल ही स्टालिन सरकार में खेल और युवा मामलों का मंत्री बनाया गया था. इसके अलावा वह डीएमके की युवा विंग के राज्य सचिव भी हैं.  

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2019 में हुई राजनीतिक सफर की शुरुआत 

उदयनिधि के राजनीतिक सफर की शुरुआत साल 2019 में हुई. उन्हें डीएमके यूथ विंग का सचिव बनाया गया. इसी साल हुए लोकसभा चुनाव में उन्होंने डीएमके के लिए चुनाव प्रचार किया. जींस और शर्ट में दिखने वाले 45 वर्षीय उदयनिधि चेपॉक-तिरुवल्लिकेनी सीट से 2021 में पहली बार विधायक बने. एमके स्टालिन ने दिसंबर, 2022 को उन्हें सरकार में शामिल किया था. राजनीति में आने से पहले वह साउथ सिनेमा में अभिनेता और निर्माता हुआ करते थे. उनकी पहली फिल्म 'ओरु काल ओरु कन्नडी' थी. 

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इससे पहले भी दे चुके हैं विवादित बयान 

उदयनिधि इससे पहले भी विवादित बयान दे चुके हैं. साल 2021 में उन्होंने पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज और अरुण जेटली की मौत को लेकर टिप्पणी की थी. उन्होंने आरोप लगाया कि इन दोनों नेताओं की मौत पीएम मोदी के दबाव की वजह से हुई थी. इसके अलावा जूनियर स्टालिन ने पीएम मोदी पर वरिष्ठ बीजेपी नेताओं को साइडलाइन करने का भी आरोप लगाया था. उदयनिधि के इन बयानों पर काफी विवाद हुआ था. 

किरुथिगा से हुई उदयनिधि की शादी 

उदयनिधि स्टालिन का जन्म 27 नवंबर 1977 को हुआ था. उदयनिधि की शादी किरुथिगा से हुई. वह इनबॉक्स 1305 नाम की मैग्जीन की संपादक हैं. इसके अलावा फिल्म डायरेक्टर भी हैं, जिन्होंने साल 2013 में वणक्कम चेन्नई, 2018 में काली और 2022 पेपर रॉकेट नाम की वेब सीरीज को डायरेक्ट किया था. उदयनिधि की मां का नाम दुर्गा स्टालिन है. उदयनिधि का एक बेटा और एक बेटी है.  

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