
पटना में बागेश्वर धाम के कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री का दरबार सजा हुआ है. वो बिहार की राजधानी में हनुमान कथा के आयोजन लिए आए हुए हैं. ऐसे में उनसे मुलाकात करने और कथा सुनने को कई भक्तों के अलावा नेता भी पहुंच रहे हैं. बीते दिन कई भाजपा नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों ने धीरेंद्र शास्त्री का स्वागत किया.
ऐसे में बिहार सरकार से जुड़े लोगों को भी इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा गया. लेकिन राज्य के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने हनुमंत कथा के निमंत्रण पत्र को ठुकरा दिया है. बागेश्वर धाम के कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री के पटना में 17 मई तक चलने वाले कार्यक्रम को लेकर सियासत पहले से ही तेज है.
दरबार में रविवार को पहुंची थी लाखों की भीड़
पटना से 25 किलोमीटर दूर नौबतपुर में चल रहे कार्यक्रम में लाखों की तादाद में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. बागेश्वर धाम के धीरेंद्र शास्त्री ने रविवार को पटना के करीब नौबतपुर में दरबार लगाया था. वहां भक्तों की ऐसी भीड़ जुटी कि सांस लेना मुश्किल हो गया. आयोजकों को करीब दो लाख लोगों के पहुंचने की उम्मीद थी लेकिन पांच से छह लाख लोग पहुंच गए. उमड़ी भीड़ से धीरेंद्र शास्त्री के साथ ही आयोजक भी हैरान रह गए. इतने लोगों को संभालना मुश्किल हो गया. हालात बेकाबू हो गए और धीरेंद्र शास्त्री ने दरबार बीच में ही रोकने की घोषणा कर दी.
कथा में शामिल होने पहुंचे कई केंद्रीय मंत्री
हालांकि बाद में भक्तों की भारी मांग पर इस दरबार को दोबारा चालू किया गया. बता दें कि पहले दिन की कथा में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, अश्विनी चौबे के अलावा बिहार बीजेपी के कई बड़े नेता भी पहुंचे थे. आयोजकों की तरफ से बड़े इंतजाम के दावे किए गए थे, लेकिन कार्यक्रम के पहले दिन ही बदइंतजामी देखने को मिली थी. दूसरे दिन भी हालात नहीं बदले. भीषण गर्मी के बावजूद भारी तादाद में लोग कथा में शामिल होने पहुंचे थे.
इतनी भीड़ पहुंची की सारे इंतजाम हुए फेल
रविवार को कथा के लिए बनाए गए पंडाल में उमस और ऑक्सीजन की कमी होने की वजह से लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी थी. इसके बाद कथा को समय से पहले खत्म करना पड़ा था. पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने खुद मंच से ऐलान किया था कि लोग कम संख्या में कार्यक्रम में शामिल हों. गर्मी ज्यादा है, इसलिए टेलीविजन और सोशल मीडिया के जरिए कथा सुनें.
गौरतलब है कि धीरेंद्र शास्त्री 13 मई को पटना पहुंचे थे और 17 मई तक रुकेंगे. वो 15 मई को दिव्य दरबार लगाने वाले थे. इसे देखते हुए प्रशासन भी चौकस था. कथा के साथ ही दिव्य दरबार में भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद थी. इसलिए जिला प्रशासन ने पुलिस बल और मजिस्ट्रेट की तैनाती के निर्देश दिए थे. दरअसल, पटना जिला प्रशासन ने धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम के दौरान आतंकी हमले को लेकर अलर्ट जारी किया है. पटना जिला नियंत्रण कक्ष की तरफ से जो लेटर जारी किया गया है, उसमें आशंका जताई गई कि बाबा बागेश्वर के कार्यक्रम के दौरान आतंकी संगठन आईईडी ब्लास्ट कर सकते हैं. कार्यक्रम में उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए सुरक्षा का इंतजाम करने का निर्देश जिला नियंत्रण कक्ष की तरफ से जारी किया गया है.
हुंकार रैली के दौरान हुए ब्लास्ट का भी जिक्र
लेटर में पटना के गांधी मैदान में हुंकार रैली के दौरान हुए ब्लास्ट की घटना का भी जिक्र है. 27 अक्टूबर 2013 को पटना के गांधी मैदान में नरेंद्र मोदी की हुंकार रैली के दौरान ब्लास्ट की घटना हुई थी. इस ब्लास्ट का जिक्र बागेश्वर के कार्यक्रम की संवेदनशीलता को देखते हुए किया गया. साथ ही साल 2015 में पटना के अगमकुंआ और रामकृष्णानगर दो अलग-अलग इलाकों में हुई ब्लास्ट की घटना का जिक्र करते हुए लिखा गया कि ऐसे महत्वपूर्ण अवसर पर उग्रवादी या आतंकवादी संगठन जान-माल की क्षति पहुंचाने के लिए आईईडी का इस्तेमाल कर सकते हैं.