
कर्नाटक का रण जीतने के बाद कांग्रेस के हौसले बुलंद हैं और वह दक्षिण के राज्यों में पैठ बनाने में जुट गई है. इसी कड़ी में सोमवार को तेलंगाना के कई नेताओं ने कांग्रेस का हाथ थामा. पार्टी बदलने की इस रस्म अदायगी से सीएम केसीआर की पार्टी बीआरएस को बड़ा झटका लगा है. तेलंगाना में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और इस चुनावी साल में बीआरएस के कई नेताओं ने कांग्रेस की सदस्यता ले ली. जानकारी के मुताबिक 35 बीआरएस नेताओं ने कांग्रेस की सदस्यता ली है.
बीआरएस को लगा झटका
सोमवार को पूर्व सांसद पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी, तेलंगाना के पूर्व मंत्री जुपल्ली कृष्णा राव के साथ अन्य नेता कांग्रेस में शामिल हो गए. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी की मौजूदगी में इन नेताओं ने पार्टी का हाथ थामा. इस दौरान कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, पार्टी के तेलंगाना प्रभारी माणिकराव ठाकरे और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रेवंत रेड्डी मौजूद थे. मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने नई दिल्ली स्थित एआईसीसी कार्यालय में तेलंगाना कांग्रेस के नेताओं से मुलाकात भी की. वहीं सामने आया है कि तेलंगाना में चुनावी तैयारियों की समीक्षा के लिए राहुल गांधी 2 जुलाई को तेलंगाना का दौरा करेंगे.
खम्मम में आयोजित होगी रैली
बता दें कि पूर्व सांसद पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी और तेलंगाना सरकार के पूर्व मंत्री जुपल्ली कृष्ण राव सहित कम से कम 35 बीआरएस नेताओं ने कांग्रेस में शामिल होने की घोषणा की थी. इसी के तहत इन नेताओं ने सोमवार को यहां पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात की है. इसके बाद, जुलाई की शुरुआत में ही तेलंगाना के खम्मम में एक सार्वजनिक रैली का आयोजन होना है, जहां ये सभी नेता औपचारिक तौर पर कांग्रेस में शामिल होंगे. बता दें कि पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी पिछले लोकसभा चुनाव में खम्मम से बीआरएस सांसद थे.
भारत जोड़ो यात्रा से आया है बदलावः पवन खेड़ा
सोमवार को हुए इस घटनाक्रम पर पवन खेड़ा ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के बाद बदलाव का तूफान आया है. कर्नाटक में आपने यह असर देखा है. पार्टी कांग्रेस और सोनिया गांधी ने तेलंगाना दिया. आज कई बड़े नेताओं ने खड़गे और राहुल गांधी से मुलाकात की है. उन्होंने कहा कि 'देशभर में बदलाव की बयार चल रही है, जिसका परिणाम कर्नाटक में देखने को मिला और परिवर्तन की बयार अन्य राज्यों में देखने को मिल रही है. अब महत्वपूर्ण बीआरएस नेता कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं.
बोले जुपल्लीः बीआरएस ने खो दिया शासन का अधिकार
वहीं, बीआरस में पूर्व मंत्री रहे, जुपल्ली कृष्णा राव ने कहा कि 'बीआरएस ने राज्य पर शासन करने का नैतिक अधिकार खो दिया है. राज्य में भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी और लूटपाट चल रही है. हम कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं, क्योंकि हमें कांग्रेस और सोनिया गांधी को तेलंगाना वापस उपहार में देना है. उन्होंने राज्य बनाया था.
हम बीआरएस को हराने के लिए कुछ भी करेंगेः रेवंत रेड्डी
तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने कहा कि कई वरिष्ठ नेता आज कांग्रेस में शामिल हुए हैं. हम बीआरएस को हराने के लिए कुछ भी करेंगे और लोगों को बताएंगे कि कैसे बीआरएस 4 करोड़ नागरिकों को धोखा देने के लिए भाजपा के साथ मिलकर काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि बीआरएस यह दिखाने की कोशिश में था कि वे बीजेपी के साथ नहीं हैं, जबकि वह बीजेपी के साथ हैं. बीआरएस का गठबंधन फेविकोल गोंद की तरह है.