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पाकिस्तान के साथ सामान्य संबंध बनाना बेहद कठिन: विदेश मंत्री एस जयशंकर

एशिया सोसायटी द्वारा आयोजित एक ऑनलाइन कार्यक्रम के दौरान विदेश मंत्री जयशंकर ने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की बखिया उधेड़ कर रख दी. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान सरकार आतंकवाद को सार्वजनिक तौर पर समर्थन देती रही है, और इसे वे सही ठहराते रहते हैं.

विदेश मंत्री ने पाकिस्तान पर साधा निशाना (फाइल फोटो) विदेश मंत्री ने पाकिस्तान पर साधा निशाना (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 16 अक्टूबर 2020,
  • अपडेटेड 9:48 PM IST
  • विदेश मंत्री ने पाकिस्तान पर साधा निशाना
  • कहा- PAK के साथ सामान्य संबंध कठिन
  • कश्मीर पर बोले- ये हमारा आंतरिक मामला

एशिया सोसायटी द्वारा आयोजित एक ऑनलाइन कार्यक्रम के दौरान विदेश मंत्री जयशंकर ने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की बखिया उधेड़ कर रख दी. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान सरकार आतंकवाद को सार्वजनिक तौर पर समर्थन देती रही है, और इसे वे सही ठहराते रहते हैं. इसी वजह से पाकिस्तान के साथ सामान्य संबंध मुकम्मल करना बेहद कठिन है.

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जयशंकर ने कार्यक्रम के दौरान पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा, "आपके सवाल 'हम पाकिस्तान के साथ कैसे हैं' के संदर्भ में... हम अभी भी हैं, जो कि पाकिस्तान की तरफ से जारी आतंकवाद है." इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यह न केवल आतंकवाद है, बल्कि पाकिस्तान भारत के साथ सामान्य व्यापार नहीं करता है और उसने नई दिल्ली को एमएफएन (मोस्ट फेवर्ड नेशन) का दर्जा भी नहीं दिया है.

जयशंकर ने कार्यक्रम के दौरान आगे कहा, "हमारे बीच सामान्य वीजा संबंध नहीं है, वे उस मामले में बहुत रिस्ट्रिक्टिव हैं. उन्होंने भारत और अफगानिस्तान के बीच कनेक्टिविटी को भी अवरुद्ध कर दिया है."

पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि सामान्य पड़ोसी वीजा और व्यापार करते हैं. वे आपको कनेक्टिविटी देते हैं और सबसे महत्वपूर्ण है कि वे आतंकवाद को शह नहीं देते हैं. और मुझे लगता है कि जब तक हम उस समस्या का समाधान नहीं करते हैं, तब तक यह चुनौती बनी रहेगी कि आपके इस अनूठे पड़ोसी के साथ एक सामान्य संबंध कैसे हैं, यह हमारी विदेश नीति के लिए भी बहुत ही परेशान करने वाला मुद्दा है."

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कश्मीर से जुड़े एक सवाल के जवाब में जयशंकर ने कहा कि जम्मू-कश्मीर राज्य अब दो केंद्र शासित प्रदेश बन गए हैं. उन्होंने कहा, "भारत की बाहरी सीमाएं नहीं बदली हैं. भारत की बाहरी सीमाएं आज भी वही हैं जो आज से पांच साल पहले या 20 साल पहले या फिर 40 साल पहले थीं."

कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान की टिप्पणी पर विदेश मंत्री ने कहा, "जहां तक ​​हमारे पड़ोसियों की चिंता की बात है, उनके लिए हमारा कहना है कि यह हमारा आंतरिक मसला है. प्रत्येक देश अपने प्रशासनिक अधिकार क्षेत्र को बदलने का अधिकार रखता है. चीन जैसे देश ने भी अपने प्रांतों की सीमाओं को बदल दिया है और मुझे यकीन है कि बहुत से अन्य देश भी ऐसा करते हैं. पड़ोसी तभी प्रभावित होते हैं जब आपकी बाहरी सीमाएं बदल जाती हैं. इस मामले में ऐसा नहीं हुआ है."

 

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