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आतंकी अब्दुल रहमान की 10 दिन की STF रिमांड मंजूर, राम मंदिर पर हमले की रच रहा था साजिश

गुजरात एटीएस और फरीदाबाद एसटीएफ ने संयुक्त ऑपरेशन में अयोध्या के रहने वाले संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान को गिरफ्तार किया. वह राम मंदिर पर आतंकी साजिश रच रहा था. फरीदाबाद से पकड़े गए अब्दुल के पास से दो हैंड ग्रेनेड बरामद हुए थे. कोर्ट ने उसे 10 दिन के रिमांड पर भेजा, जहां एजेंसियां उससे पूछताछ करेंगी.

फाइल फोटो. फाइल फोटो.
अरविंद ओझा
  • नई दिल्ली,
  • 04 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 4:51 PM IST

अयोध्या राम मंदिर पर आतंकी साजिश करने वाला गिरफ्तार संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान को अदालत में पेश किया गया, जहां कोर्ट ने उसे 10 दिन के रिमांड पर भेजने की मंजूरी दी. पलवल एसटीएफ ने आरोपी के रिमांड की मांग की थी, जिसे स्वीकार कर लिया गया. अब गुजरात एटीएस और पलवल एसटीएफ संयुक्त रूप से आरोपी से पूछताछ करेंगी. जांच एजेंसियां आतंकी नेटवर्क और हमले की साजिश से जुड़े सुराग जुटाने में लगी हैं. अब्दुल रहमान की गिरफ्तारी से सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और इसके संपर्कों की गहन जांच की जा रही है.

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बता दें कि 2 मार्च को गुजरात एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) और फरीदाबाद स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने संयुक्त ऑपरेशन में आतंकी कनेक्शन के संदेह में अब्दुल रहमान (19) को गिरफ्तार किया था. वह उत्तर प्रदेश के फैजाबाद (अयोध्या) का निवासी है. संदिग्ध को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया, जहां वह आतंकी साजिश को अंजाम देने की तैयारी में था. उसके पास से दो हैंड ग्रेनेड बरामद किए गए थे, जिन्हें सुरक्षा एजेंसियों ने तुरंत निष्क्रिय करा दिया.

ये भी पढ़ें- अयोध्या में राम मंदिर पर आतंकी हमले की साजिश... फरीदाबाद से हैंड ग्रेनेड के साथ संदिग्ध गिरफ्तार, ISI से ली थी ट्रेनिंग

राम मंदिर को निशाना बनाने की बड़ी साजिश नाकाम

पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार संदिग्ध अब्दुल रहमान पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के संपर्क में था और उसे अयोध्या के राम मंदिर पर आतंकी हमले के लिए तैयार किया गया था. जांच में खुलासा हुआ है कि रहमान कई कट्टरपंथी जमातों से जुड़ा हुआ था और फैजाबाद में एक मटन शॉप चलाता था. सुरक्षा एजेंसियों को मिली जानकारी के अनुसार, राम मंदिर निर्माण के बाद पाकिस्तान ISI ने भारत में बड़ी आतंकी साजिश रचने की योजना बनाई थी, जिसमें अयोध्या स्थित राम मंदिर को निशाना बनाने का प्लान था.

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राम मंदिर की रेकी और हमले की साजिश

जांच में यह भी सामने आया है कि अब्दुल रहमान पहले भी कई बार अयोध्या के राम मंदिर की रेकी कर चुका था और उसने वहां की सुरक्षा व्यवस्था से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी ISI को साझा की थी. आतंकियों का मकसद राम मंदिर पर हैंड ग्रेनेड से हमला कर बड़े पैमाने पर तबाही मचाना था. इस ऑपरेशन को अंजाम देने में गुजरात ATS की भूमिका बेहद अहम रही. ATS को इनपुट मिला था कि एक संदिग्ध आतंकी भारत में सक्रिय है, जो आतंकी संगठन के निर्देश पर किसी बड़े हमले की तैयारी में जुटा हुआ है. इस जानकारी के आधार पर गुजरात ATS और फरीदाबाद STF ने जाल बिछाया और संदिग्ध को गिरफ्तार किया.

आतंकी अब्दुल रहमान.

कैसे पकड़ा गया संदिग्ध?

जांच के अनुसार, फैजाबाद से ट्रेन पकड़कर अब्दुल रहमान पहले फरीदाबाद पहुंचा था, जहां उसे एक हैंडलर ने हैंड ग्रेनेड दिए. योजना थी कि वह वापस ट्रेन से अयोध्या पहुंचे और वहां हमला करे. लेकिन इससे पहले ही सुरक्षा एजेंसियों को इनपुट मिल गया और गुजरात ATS और फरीदाबाद STF ने संयुक्त कार्रवाई कर रविवार को अब्दुल रहमान को दबोच लिया.

ISI के ISKP मॉड्यूल से जुड़ा था अब्दुल रहमान

सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों के अनुसार, अब्दुल रहमान ISI के ISKP (इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस) मॉड्यूल से जुड़ा हुआ था. माना जा रहा है कि इस मॉड्यूल में अब्दुल के अलावा और लोग भी शामिल हो सकते हैं, जिनकी तलाश की जा रही है. सेंट्रल एजेंसियों के सूत्रों ने बताया कि अब्दुल रहमान के पास से जो हैंड ग्रेनेड बरामद हुआ है, उसमें किसी कंपनी या देश का मार्का नहीं लगा हुआ था. इससे आशंका जताई जा रही है कि यह हथियार स्मगलिंग के जरिए अब्दुल तक पहुंचाया गया था. इसकी गहन जांच की जा रही है कि यह ग्रेनेड कहां से आया और इसमें कौन-कौन लोग शामिल थे.

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