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Nepal Flood: भारत ने फिर निभाया पड़ोसी का धर्म, नेपाल को भेजी राहत सामग्री

नेपाल इस समय प्राकृतिक आपदाओं से जूझ रहा है. वहां के कई इलाके बाढ़ और भूस्खलन की मार झेल रहे हैं. इस संकट की घड़ी में नेपाल के लिए भारत ने राहत सामग्री भेजी है. इससे पहले भी साल 2015 में नेपाल में आए भूकंप के समय भारत ने सबसे पहले सहायता की थी.

aajtak.in
  • नई दिल्ली ,
  • 08 अक्टूबर 2024,
  • अपडेटेड 10:55 PM IST

बाढ़ और भूस्खलन की वजह से नेपाल के कई इलाके तबाह हैं. इस आपदा की घड़ी में नेपाल के लिए भारत ने राहत सामग्री भेजी है. नेपाल स्थित भारत की एम्बेसी ने सोमवार को नेपाल में पहली राहत खेप पहुंचाई. नेपाल में तैनात भारतीय अधिकारियों ने स्लीपिंग बैग, कंबल, तिरपाल सहित कई अन्य राहत सामग्री दी.

न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, भारतीय दूतावास ने बताया कि भारत ने 4.2 टन राहत सामग्री दी है. ये राशि उन परिवारों की सहायता के लिए दी गई है जो नेपाल में आई बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित हुए हैं. पिछले महीने हुई भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से वहां भारी जान-माल का नुकसान हुआ था और इस आपदा में 240 लोगों की जान चली गई थी.

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भारत ने भेजी राहत

बताया गया है कि भारत द्वारा नेपाल को भेजी गई राहत में स्लीपिंग बैग, कंबल, तिरपाल, पानी की बॉटल और क्लोरिन की गोलियां हैं. इसके अलावा जारी की गई प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि भारत दवाओं, हाईजीन के साथ और जो भी जरूरत के सामान हैं उनकी व्यवस्था कर रहा है. जल्द ही उसकी भी खेप नेपाल के लिए रवाना की जाएगी. भारत सरकार ने कहा है कि नेपाल में आई बाढ़ और भुस्खलन की वजह से हुए नुकसान के बाद इस संकट की घड़ी में हम हर संभव सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

पहले भी की है मदद

इससे पहले भी साल 2015 में नेपाल में आए भारी विनाशकारी भूकंप के समय में भारत ने सबसे पहले नेपाल में राहत प्रदान की थी. उस वक्त भारत ने विदेश में अपना सबसे बड़ा आपदा राहत अभियान 'ऑपरेशन मैत्री' चलाया था. इसके बाद नवंबर 2023 में जब नेपाल के जजरकोट भूकंप आया था तब भी भारत ने राहत सामग्री भेजी थी.

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