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मणिपुर के कांगपोकपी जिले में हर ओर सन्नाटा, जवानों का पहरा, देखें ग्राउंड पर कैसे हैं हालात

इंफाल-दीमापुर राजमार्ग (NH-2) पर सभी वाहनों की मुक्त आवाजाही लागू होने के बाद कुकी समुदाय के लोगों और सुरक्षा बलों के बीच हुई झड़प में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई और 27 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे.

मणिपुर के कांगपोकपी जिले में हर ओर सन्नाटा. मणिपुर के कांगपोकपी जिले में हर ओर सन्नाटा.
जितेंद्र बहादुर सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 09 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 1:49 PM IST

मणिपुर में शनिवार को कांगपोकपी जिले में एक बार फिर से हिंसा देखने को मिली. आजतक की टीम प्रभावित इलाके का जायजा लेने के लिए ग्राउंड जीरो पर पहुंची. इस दौरान सड़कों पर सन्नाटा देखने को मिला.  जवान गश्त करते देखे गए. सड़कों पर जगह-जगह उग्रवादियों ने रास्ते को ब्लॉक कर रखा है. इस दौरान कैमरे में जली हुई गाड़ियां भी कैद हुईं. वहीं, कुकी समुदाय ने अनिश्चितकालीन बंद का ऐलान किया है. 

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दरअसल, इंफाल-दीमापुर राजमार्ग (NH-2) पर सभी वाहनों की मुक्त आवाजाही लागू होने के बाद कुकी समुदाय के लोगों और सुरक्षा बलों के बीच हुई झड़प में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई और 27 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे. कुकी समुदाय के लोग फ्री मूवमेंट का विरोध कर रहे थे और सड़क को ब्लॉक कर दिया, जिसे सुरक्षाबलों ने खुलवाने की कोशिश की तो उन्होंने हिंसा शुरू कर दी. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाबलों को बल प्रयोग करना पड़ा. 

मणिपुर में फ्री ट्रैफिक मूवमेंट 8 मार्च से शुरू 

इस निर्देश का पालन करते हुए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल ने राज्य प्रशासन के साथ मिलकर 8 मार्च से फ्री ट्रैफिक मूवमेंट की शुरुआत की. फ्री मूवमेंट के पहले दिन राज्य में हिंसा देखने को मिली, जिसमें कांगपोकपी से सेनापति जा रही एक सार्वजनिक बस पर भीड़ द्वारा हमला किया गया. बस पर कथित तौर पर कुकी समुदाय के लोगों द्वारा पत्थरबाजी की गई. कुकी समुदाय के लोग तब तक कोई स्वतंत्र आवागमन नहीं चाहते हैं, जब तक कि मणिपुर के पहाड़ी जिलों के लिए अलग प्रशासनिक व्यवस्था की उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती.

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यह भी पढ़ें: मणिपुर में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी कामयाबी... IED, ग्रेनेड समेत कई बड़े हथियार बरामद

सुरक्षाबलों ने भीड़ को काबू करने के लिए लाठी चार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे. इस कार्रवाई में कुछ प्रदर्शनकारी घायल हो गए और एक की मौत हो गई. इससे पहले मणिपुर के मुख्य सचिव ने कहा था कि राज्य परिवहन की बसें केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के संरक्षण में चलेंगी ताकि जनता की असुविधा को कम किया जा सके और राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने की दिशा में पहल की जा सके. इसके अलावा, अधिकारियों ने बताया कि लगभग 114 हथियार बरामद किए गए और राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयास के तहत प्रतिबंधित संगठनों के सात सदस्यों को गिरफ्तार किया गया.

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