
बंगाल की खाड़ी में बना तूफान दाना आज यानी 24 अक्टूबर की शाम ओडिशा के तट से टकराएगा, जिसकी रफ्तार 110-120 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है. मौसम विभाग की मानें तो चक्रवात दाना तेजी से उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ रहा है, जिसकी वजह से तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को निकालकर सुरक्षित जगह पर ले जाया जा रहा है. आइए जानते हैं कि चक्रवात दाना से निपटने के लिए क्या तैयारियां की गई हैं और इसका असर किन राज्यों पर होगा.
1. ओडिशा और बंगाल में आने वाला चक्रवाती तूफान दाना आज तट से टकराएगा, जिस वक्त ये तूफान सतह से टकराएगा इसकी रफ्तार 120 से 130 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है. तूफान की वजह से ओडिशा और बंगाल में तेज हवाएं चलेंगी और बहुत भारी बारिश होने की संभावना है.
ओडिशा तट की ओर बढ़ रहा साइक्लोन दाना, लैंडफॉल वाले इलाके से निकाले गए 3 लाख लोग, पढ़ें हर अपडेट
2. बंगाल और ओडिशा के लिए मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी किया है. तूफान को देखते हुए दोनों राज्यों में एनडीआरएफ की कई टीमें अलर्ट पर हैं. कोलकाता एयरपोर्ट पर आज शाम से कल सुबह तक उड़ाने बंद कर दी गई है. वहीं, 150 से ज्यादा ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है. इसके अलावा तूफान का असर बिहार और झारखंड तक दिखाई दे सकता है.
3. मौसम विभाग की इस चेतावनी को देखते हुए राज्य सरकारों ने तूफान से निपटने की तैयारी युद्धस्तर पर शुरू कर दी है. ओडिशा के पुरी, खुर्दा, गंजम और जगतसिंहपुर जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है. वहीं बंगाल के दक्षिण 24 परगना और मिदनापुर जिलों में अलर्ट जारी किया गया. इसके अलावा मछुआरों को समुद्र में से दूर रहने की चेतावनी भी जारी की गई है.
4. दाना तूफान को लेकर NDRF ने बंगाल और ओडिशा मे मोर्चा संभाल लिया है. दोनों ही राज्यों में NDRF की कई टीमों की तैनाती कर दी गई है. चक्रवाती तूफान दाना की आशंका को देखते हुए रेलवे ने 150 से अधिक एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों को रद्द कर दिया है. तूफान का खतरा बड़ा है. ऐसे में कोई नुकसान ना हो इसे लेकर हर संभव कोशिश की जा रही है. हर मोर्चे पर इस तूफान से निपटने की तैयारी जोरों पर है.
5. मध्य और समीपवर्ती उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर भीषण चक्रवाती तूफान "दाना" पिछले 6 घंटों के दौरान 12 किमी प्रति घंटे की गति के साथ उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया. ये स्थिति आज, 24 अक्टूबर सुबह 6 बजे की थी. राज्य सरकार ने एनडीआरएफ की 19 टीम, ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल की 51 टीम और अग्निशमन सेवा की 178 टीम तैनात की हैं. इसके अलावा प्रभावित जिलों में 40 अतिरिक्त टीम भी तैनात की गई हैं.
6. मौसम विभाग का अनुमान है कि तूफान दाना पुरी के बीच उत्तरी ओडिशा और पश्चिम बंगाल तटों से टकराएगा. लैंडफॉल 24 अक्टूबर की आधी रात से 25 की सुबह के दौरान भितरकनिका और धमारा (ओडिशा) के करीब सागर द्वीप पर हो सकती है. इस दौरान 100-110 किमी से 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं. ओडिशा सरकार ने राज्य के दो प्रमुख मंदिरों जगन्नाथ मंदिर और कोणार्क टेंपल को श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया है. ये आदेश फिलहाल 25 अक्टूबर तक प्रभावी है. मुख्यमंत्री के "zero casualty" लक्ष्य को सुनिश्चित करने के लिए, राज्य सरकार ने एनडीआरएफ, ओडीआरएएफ और अग्निशमन सेवाओं की तैनाती की है.
7. ओडिशा और पश्चिम बंगाल भीषण चक्रवाती तूफान के लिए तैयार हैं, दोनों राज्यों की सरकारों ने लोगों को खतरे वाले इलाकों से निकालना शुरू कर दिया है और संवेदनशील क्षेत्रों में शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का निर्णय लिया है. ओडिशा के 14 जिलों में स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय सहित सभी शैक्षणिक संस्थान 25 अक्टूबर तक बंद रहेंगे. वहीं बंगाल में 26 अक्टूबर तक सात जिलों में स्कूल बंद रहेंगे.
8. मौसम विभाग के मुताबिक, ओडिशा के भद्रक जिले में तूफान सबसे ज्यादा बर्बादी ला सकता है. भद्रक में अभी से भारी बारिश हो रही है. धुआंधार बारिश और तेज रफ्तार हवा से पेड़ धुंध में गुम दिख रहे हैं. चेतावनी के लिए समंदर के तट पर लाल झंडे लगाए गए हैं ताकि पर्यटकों को दूर रखा जा सके. समुद्र किनारे की दुकाने बंद हैं, पुरी से करीब 3000 टूरिस्टों को वापस भेज दिया गया है. वहीं पुरी में 4 दिन के होटल की बुकिंग पर रोक लग चुकी है.
9. तूफान दाना को देखते हुए ओडिशा के 14 राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है. वहीं करीब 3 हजार गांवों से 10 लाख लोगों को राहत शिविरों में शिफ्ट किया जा रहा है. बंगाल के राज्यपाल आनंद बोस ने की लोगों से सतर्क रहने की अपील की है. इसके अलावा अंतर्राष्ट्रीय रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक ने तूफान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए रेत पर कलाकृति बनाकर लोगों से की सतर्क रहने की अपील की है.
10. ओडिशा के भुवनेश्वर में प्रशासन की तरफ से राहत केंद्रों और चक्रवात आश्रयों में खाद्य सामग्री, आवश्यक दवाओं, पानी और बिजली की पर्याप्त व्यवस्था की गई है. इसके अलावा गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित प्रसव के लिए नजदीकी अस्पतालों में भेजा गया है. बिजली की समस्या ना हो इसके लिए करीब 700 इलेक्ट्रिकल गैंगमैन की व्यवस्था की गई है.