Advertisement

लापरवाही, भगदड़ और 6 मौतें... बीमार महिला के लिए खोला गया था गेट, तिरुपति हादसे पर हुआ अब ये खुलासा

हादसे के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के बोर्ड मेंबर भानु प्रकाश रेड्डी ने कहा, "टोकन बांटने के लिए 91 काउंटर खोले गए थे. ये गेट गुरुवार सुबह खोले जाने थे."

तिरुपति मंदिर हादसा (स्क्रीनग्रैब) तिरुपति मंदिर हादसा (स्क्रीनग्रैब)
अपूर्वा जयचंद्रन
  • हैदराबाद,
  • 09 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 12:21 PM IST

आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) में मंदिरों के शहर तिरुपति में वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में विशेष दर्शन का टोकन लेने के दौरान भगदड़ मच गई. इस हंगामे के वक्त 4 हजार से ज्यादा भक्त इसकी चपेट में आ गए. अब तक आई जानकारी के मुताबिक, भीड़भाड़ और "प्रशासन की चूक" के कारण मची भगदड़ में करीब 6 लोगों की मौत हो गई.

Advertisement

मंदिर में मची भगदड़ के पीछे की वजह भी सामने आई है. जानकारी के मुताबिक, छह घायलों में से एक मल्लिका नाम की महिला भक्त बैरागी पट्टीडा पार्क में टोकन काउंटर पर कतार में अपनी बारी का इंतजार कर रही थीं. इसी वक्त वो अचानक बीमार पड़ गईं. उन्हें हॉस्पिटल ले जाने के लिए गेट खोले गए, इसके बाद भगदड़ मच गई. 

बुधवार की रात, देश भर से हजारों भक्त 10 दिवसीय विशेष वैकुंठ द्वार दर्शनम के लिए आए, जो शुक्रवार से शुरू होने वाला है. घटना के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) के बोर्ड मेंबर भानु प्रकाश रेड्डी ने कहा, "टोकन बांटने के लिए 91 काउंटर खोले गए थे. ये गेट गुरुवार सुबह खोले जाने थे." 

उन्होंने बताया कि इस भगदड़ में छह भक्तों की मौत हो गई, 40 घायल हो गए, हम मेडिकल सुविधाएं मुहैया करवा रहे हैं. टीटीडी के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ. मैं भक्तों से ईमानदारी से माफी मांगता हूं. हम जांच करके कार्रवाई करेंगे. 

Advertisement

सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले वीडियोज में देखा जा सकता है कि पुलिस अफसर भीड़ को कंट्रोल कर रहे हैं. 

उन्होंने बताया कि इस भगदड़ में छह भक्तों की मौत हो गई, 40 घायल हो गए, हम मेडिकल सुविधाएं मुहैया करवा रहे हैं. टीटीडी के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ. मैं भक्तों से ईमानदारी से माफी मांगता हूं. हम जांच करके कार्रवाई करेंगे. 

'लापरवाही का नतीजा...'

सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले वीडियोज में देखा जा सकता है कि पुलिस अफसर भीड़ को कंट्रोल कर रहे हैं. टीटीडी चेयरमेन बीआर नायडू ने घटना के लिए मैनेजमेंट को जिम्मेदार ठहराया है.उन्होंने कहा कि यह हादसा एडमिनिस्ट्रेशन की लापरवाही का नतीजा है. डीएसपी ने एक तरफ का गेट खोल दिया और भगदड़ मच गई. हादसे में घायल एक घायल की पहचान हुई है, आज मुख्यमंत्री नायूड उनके परिवार से मिलने जाएंगे.

यह भी पढ़ें: Tirupati Temple Stampede: तिरुपति बालाजी मंदिर में कैसे मची 'जानलेवा' भगदड़? जानें वजह

हर साल जुटती है लाखों की भीड़

वैकुंठ एकादशी पर हर साल तिरुपति वैकुंठ द्वार दर्शन के लिए लाखों भक्तों की भीड़ उमड़ती है. देश के देश के कोने-कोने से लोग इन विशेष दिनों में तिरुपति के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं. इस बार वैकुंठ द्वार दर्शन 10 जनवरी से 19 जनवरी तक होने हैं. इस विशेष दर्शन के लिए ही टोकन बांटे जाने की व्यवस्था की गई थी. टोकन 9 जनवरी की सुबह से बांटे जाने थे, लेकिन इसके लिए 8 जनवरी की रात से ही लोगों की भीड़ लगनी शुरू हो गई और भीड़ बढ़ने पर भगदड़ मच गई.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement