Advertisement

TMC को दोहरा झटका, कांग्रेस में शामिल हुए सीएम ममता के करीबी रहे यासिर हैदर, गोवा के पूर्व सीएम ने भी छोड़ी पार्टी

तृणमूल कांग्रेस के युवा नेता रहे यासिर हैदर शनिवार को कांग्रेस के हो गए. हैदर टीएमसी नेता और पश्चिम बंगाल की बनर्जी सरकार में मंत्री फिरहाद हकीम के दामाद है. हैदर टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी के काफी करीबी रहे हैं और उन्होंने इसी साल टीएमसी छोड़ दी थी. उधर, गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री चर्चिल अलेमाओ ने भी शनिवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) छोड़ दी है.

टीएमसी छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए सीएम ममता के करीबी यासिर हैदर टीएमसी छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए सीएम ममता के करीबी यासिर हैदर
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 20 अगस्त 2023,
  • अपडेटेड 6:46 AM IST

टीएमसी के लिए शनिवार का दिन कुछ खास नहीं रहा. सीएम ममता बनर्जी को एक साथ दो झटके लगे हैं. एक तरफ तो उनकी करीबी माने जाने वाले यासिर हैदर ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया तो दूसरी ओर गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री चर्चिल अलेमाओ ने भी शनिवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) छोड़ दी. सूत्रों के मुताबिक वह एनसीपी अजित गुट में शामिल हो सकते हैं. हालांकि इस दल बदलने की प्रक्रिया को लेकर अलेमाओ की टिप्पणी सामने नहीं आई है, लेकिन यासिर हैदर ने कांग्रेस में शामिल होने पर खुशी जताई है. 

Advertisement

कांग्रेस में शामिल हुए यासिर हैदर
बता दें कि तृणमूल कांग्रेस के युवा नेता रहे यासिर हैदर शनिवार को कांग्रेस के हो गए. हैदर टीएमसी नेता और पश्चिम बंगाल की बनर्जी सरकार में मंत्री फिरहाद हकीम के दामाद है. हैदर टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी के काफी करीबी रहे हैं और उन्होंने इसी साल टीएमसी छोड़ दी थी. कांग्रेस में शामिल होने पर यासिर हैदर ने खुशी जताई और टीएमसी में अपनी स्थिति को लेकर दुख जताया. उन्होंने कहा कि, 'मेरी पहचान एक पॉलिटिकल लीडर के तौर पर नहीं, बल्कि, एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में थी. मेरा जमीनी स्तर पर लोगों के साथ जुड़ाव था. मैंने पार्टी के लिए दिन-रात काम किया लेकिन मुझे उसका कोई इनाम नहीं मिला. 2019 में मुझे पता चला कि मेरा नाम गायब है,'' 

एक तरफ तो कांग्रेस और टीएमसी 26 दलों वाले विपक्षी गठबंधन 'INDIA' का हिस्सा हैं, लेकिन सांसद अधीर रंजन चौधरी आए दिन बंगाल सरकार पर विभिन्न मुद्दों को लेकर हमले करते रहे हैं और दूसरी तरफ टीएमसी के एक युवा कद्दावर नेता का कांग्रेस में चले जाना ममता के लिए झटका है. 

Advertisement

केवल इतिहास की किताबों में मिलेगा कांग्रेस का नामः फिरहाद हकीम
बता दें कि फिरहाद हकीम, शहरी विकास, नगरपालिका मामलों और आवास कैबिनेट मंत्री हैं और कोलकाता पोर्ट सीट से टीएमसी विधायक भी हैं. उनके लिए कहा जाता है कि उन्होंने विकास कार्यों को कोई महत्व नहीं दिया. अपने दामाद के कांग्रेस में शामिल होने पर उन्होंने टिप्पणी करते हुए कहा कि, 'मुझे विकास की बिल्कुल भी परवाह नहीं है. मेरा मानना ​​है कि वह दिन दूर नहीं जब कांग्रेस का नाम केवल इतिहास की किताबों में ही मिलेगा. यह ऐसे लोगों को शामिल कर रही है जिनकी अपनी कोई पहचान नहीं है, लेकिन वे फिरहाद हकीम के करीबी लोगों के रूप में जाने जाते हैं. हकीम ने कहा, 'यह कांग्रेस के लिए काफी दुखद तस्वीर है.'

लंबे समय से था कांग्रेस में जाने का इच्छुकः हैदर
जब हैदर से पूछा गया कि क्या कांग्रेस में शामिल होने से पहले उनकी हकीम से कोई चर्चा हुई थी, तो उन्होंने कहा, "मैं उनका सम्मान करता हूं और उन्हें एक नेता के रूप में देखकर ही बड़ा हुआ हूं. लेकिन हमारी विचारधाराएं अब बदल गई हैं." इस सवाल पर कि उन्होंने भाजपा के बजाय कांग्रेस को क्यों चुना, हैदर ने चुटकी लेते हुए कहा, "मैं राम मंदिर या मस्जिद पर राजनीति नहीं करता. मुझे लोगों के लिए काम करना पसंद है और कांग्रेस इसके लिए सबसे अच्छा मंच है."

Advertisement

उन्होंने कहा, "मैं लंबे समय से कांग्रेस में शामिल होने का इच्छुक था. मैंने अपनी इच्छा व्यक्त करते हुए पार्टी से संपर्क किया और मुझे खुशी है कि WBPCC प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने मुझे मौका दिया. मैं लोगों के लिए काम करना चाहता हूं."

गोवा के पूर्व सीएम ने भी छोड़ी TMC
उधर, सीएम ममता बनर्जी को दूसरा झटका चर्चिल अलेमाओ के तौर पर लगा है. गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री चर्चिल अलेमाओ ने भी शनिवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) छोड़ दी. टीएमसी गोवा के सह-संयोजक सामिल वोल्वोइकर ने इसकी पुष्टि की है. सूत्रों के मुताबिक वह जल्द ही अजित गुट की एनसीपी में शामिल हो सकते हैं. 

74 वर्षीय अलेमाओ दिसंबर 2021 में 2022 गोवा विधानसभा चुनाव से पहले एनसीपी छोड़कर ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी में शामिल हो गए थे. उस दौरान वह राज्य में एनसीपी के अकेले विधायक थे. एनसीपी के गोवा पर्यवेक्षक और पार्टी प्रवक्ता क्लाइड क्रैस्टो (जो शरद पवार गुट से हैं) ने कहा कि अलेमाओ एनसीपी में शामिल नहीं होंगे. क्रैस्टो ने कहा, “गोवा एनसीपी का नेतृत्व एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार के नेतृत्व और मार्गदर्शन में राज्य इकाई के अध्यक्ष जोस फिलिप डिसूजा करेंगे.” अलेमाओ 27 मार्च 1990 से 14 अप्रैल 1990 तक राज्य के मुख्यमंत्री भी रहे हैं. 

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement