
पश्चिम बंगाल में संदेशखाली को लेकर बवाल मचा हुआ है. उत्तर 24 परगना जिले का यह गांव कई हफ्तों से विवाद के केंद्र में है. संदेशखाली की कई महिलाओं ने टीएमसी नेता शाहजहां शेख और उनके सहयोगियों के खिलाफ यौन उत्पीड़न और अवैध रूप से जमीन हड़पने के आरोप लगाए हैं. इसके अलाव स्थानीय लोगों और विपक्षी नेताओं ने टीएमसी सांसद नुसरत जहां पर भी आरोप लगाए हैं कि जबसे वो सांसद बनी हैं, तबसे इलाके में कदम नहीं रखा है. तृणमूल सांसद ने रविवार को इन आरोपों का जवाब दिया है.
बसीरहाट सांसद ने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि मैंने खुशी के समय, मुसीबत के समय में अपने निर्वाचन क्षेत्र में लोगों की सच्ची सेवा की है. इसके साथ ही उन्होंने संदेशखाली मामले को लेकर कहा कि इसका राजनीतिकरण बंद होना चाहिए.
अखबार में छपे आर्टिकल का दिया जवाब
नुसरत ने एक स्थानीय अखबार में छपे आर्टिकल का जवाब भी दिया है, जिसमें संदेशखाली के स्थानीय लोगों के हवाले से कहा गया था कि उन्होंने सांसद के रूप में चुने जाने पर अपने वादे पूरे नहीं किए. इसके अलावा लेख में संदेशखाली के विधायक सुकुमार महतों का भी हवाला दिया गया था, जिन्होंने कहा कि अगर नुसरत जहां संदेशखाली का दौरा करतीं तो टीएमसी पर लोगों का भरोसा मजबूत होता.
'संदेशखाली जल रहा है और सांसद....'
इस आर्टिकल में बीजेपी सांसद दिलीप घोष ने नुसरत जहां की आलोचना करते हुए कहा, "जहां संदेशखाली जल रहा है, जबकि सांसद डॉग डे, चॉकलेट डे और वेलेंटाइन डे मना रही हैं."
टीएमसी सांसद ने जवाब दिया, "इस तरह के आरोपों से दिल दहल जाता है. एक महिला के रूप में, एक जन प्रतिनिधि के रूप में मैंने हमेशा अपनी पार्टियों के दिशानिर्देशों का पालन किया है और लोगों की सेवा की है."
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहले ही मदद भेज चुकी हैं और लोगों का कल्याण सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं.
राज्य सरकार पर भरोसा रखना चाहिए: नुसरत
बशीरहाट सांसद ने कहा, "हम कानून से ऊपर नहीं हैं...इसलिए इसका पालन करना और प्रशासन का समर्थन करना जरूरी है...मेरा मानना है कि हमें राज्य सरकार और प्रशासन पर भरोसा रखना चाहिए, जो गलत है उसकी हमेशा निंदा की जाएगी."
टीएमसी सांसद ने कहा, "लोगों को एक-दूसरे को निशाना बनाने से बचना चाहिए और शांति कायम करने में मदद करने के लिए साथ आना चाहिए न कि हंगामा."
संदेशखाली हिंसा पर राजनीति नहीं करनी चाहिए: TMC सांसद
उन्होंने पहले भी इसी तरह का बयान दिया था जब उन्होंने कहा था कि संदेशखाली हिंसा का "राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए."
संदेशखाली में कई दिनों तक चले विरोध प्रदर्शन के बाद नुसरत जहां ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा था, ''ऐसी गंभीर स्थिति में किसी को भी दूसरों को भड़काना या उकसाना नहीं चाहिए बल्कि एकजुट होकर राज्य प्रशासन का समर्थन करना चाहिए. राज्य सरकार वही कर रही है जो जरूरी है. अधिकारी स्थानीय लोगों की सहायता कर रहे हैं."