
त्रिपुरा में चुनावों के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था टाइट है. इससे पहले 10 देसी बम बरामद किए गए हैं. इस मामले में एक शख्स को हिरासत में लिया गया है जबकि एक अन्य युवक फरार है. चुनाव से कुछ दिन पहले अगरतला शहर से दस देशी बम बरामद किए गए हैं.
मामला अगरतला पश्चिम थाना है, जहां पुलिस ने रामनगर विधानसभा क्षेत्र के सीमावर्ती गोलचक्कर इलाके से दस देशी बम बरामद किए हैं. पुलिस ने मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जिसका नाम आमिर हुसैन है. जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार किए गए शख्स के पिता का नाम अबुल आएक भुइयां है. उसका घर राज नगर इलाके में है. SDPO अजय कुमार दास ने बताया कि घटना में शामिल एक अन्य युवक मुबारक अली भागने में सफल रहा. पूरे राज्य में विभिन्न दलों के केंद्रीय नेता आ रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने भी शनिवार को त्रिपुरा के दो जिलों का दौरा किया था. कड़ी सुरक्षा के बीच इस तरह की घटनाएं शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करती हैं.
मामले की विस्तृत जांच करेगी पुलिस
एसडीपीओ अजय कुमार दास ने कहा कि FIR दर्ज कर घटना की जांच शुरू की जाएगी. इसके अलावा पुलिस फरार युवकों की गिरफ्तारी के लिए पहले ही कार्रवाई कर चुकी है. उन्होंने उम्मीद जताई कि हिरासत में लिए गए आरोपियों से पूछताछ कर अन्य लोगों का ठिकाना मिल जाएगा.
पीएम मोदी ने त्रिपुरा की रैली को किया संबोधित
बता दें कि पीएम मोदी ने खुद शनिवाल को त्रिपुरा में चुनावी रैली की. पीएम ने गोमती के राधाकिशोरपुर में रैली को संबोधित किया और कांग्रेस-वामपंथी दल पर हमला बोला. पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस और लेफ्ट के लोग देश की जनता के प्रति रत्ती भर भी ईमानदार नहीं हैं. ये लोग एक राज्य में लड़ते हैं और दूसरे राज्य में आकर दोस्ती कर लेते हैं. कांग्रेस और लेफ्ट केरल में कुश्ती करते हैं और त्रिपुरा में आकर दोस्ती कर लेते हैं. इन पर कौन भरोसा करेगा. उनकी बातों पर कौन विश्वास करेगा.
पीएम ने कहा कि अब त्रिपुरा की जनता ने भी ठान लिया है. वामपंथियों ने दशकों तक यहां जो कुशासन दिया है, अब फिर से वो बर्बादी के मंजर नहीं आने देना है. यहां हेलिपैड पर कुछ लोगों से चुनाव के बारे में बातचीत हुई तो उन्होंने बताया कि चुनाव में महिलाएं-बेटियां जमकर वोटिंग करेंगी. क्योंकि पहले यहां माताओं-बहनों और बेटियों का जीवन बहुत मुश्किल था. अकेले घर से बाहर नहीं निकल पाती थी. अत्याचार रेप, परेशानियां सहनी पड़ती थी. बीजेपी की सरकार आने के बाद बहन-बेटियां माथा ऊपर करके सम्मान से जी रही हैं.
(इनपुट- रेशमी देबनाथ)