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त्रिपुरा: मंदिर की मूर्ति क्षतिग्रस्त होने पर तनाव, अज्ञात लोगों ने 12 घरों में लगाई आग

पश्चिमी त्रिपुरा के रानीरबाजार इलाके में एक मंदिर में मूर्ति क्षतिग्रस्त पाए जाने के बाद अज्ञात लोगों ने कम से कम 12 घरों और कुछ वाहनों में आग लगा दी. जिससे इलाके में तनाव फैल गया.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
aajtak.in
  • अगरतला,
  • 26 अगस्त 2024,
  • अपडेटेड 1:37 PM IST

पश्चिमी त्रिपुरा के रानीरबाजार इलाके में एक मंदिर में मूर्ति क्षतिग्रस्त पाए जाने के बाद अज्ञात लोगों ने कम से कम 12 घरों और कुछ वाहनों में आग लगा दी. तनाव को कम करने के लिए इलाके में भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है. इस बात की जानकारी सोमवार को एक न्यूज एजेंसी को पुलिस ने दी. 

उपद्रियों ने 12 घरों में लगाई आग

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सहायक महानिरीक्षक (कानून एवं व्यवस्था) अनंत दास ने बताया कि कैतुरबाड़ी में देवी काली की मूर्ति खंडित पाए जाने के बाद रविवार देर रात उपद्रवियों ने रानीरबाजार में करीब 12 घरों में आग लगा दी. आग में कुछ मोटरसाइकिलें और पिकअप वैन भी जलकर खाक हो गईं. 

घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उग्र भीड़ को देखकर लोग अपने घरों से भाग गए. दास ने बताया कि तनाव कम करने के लिए भारी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है. पुलिस महानिदेशक (खुफिया) अनुराग धनखड़ और पश्चिम त्रिपुरा के पुलिस अधीक्षक किरण कुमार ने इलाके का दौरा भी किया.

टिपरा मोथा सुप्रीमो ने घटना पर जताया दुख

संपत्तियों के नुकसान का आकलन पूरा होने के बाद पुलिस स्वतः संज्ञान लेकर मामला दर्ज करेगी. टिपरा मोथा सुप्रीमो प्रद्योत किशोर माणिक्य देबबर्मा ने सोमवार को घटना पर चिंता व्यक्त की और सभी से कानून व व्यवस्था बनाए रखने की अपील की. ​​उन्होंने फेसबुक पर लिखा कि रानीरबाजार कैतुरबारी इलाके में रविवार रात की घटना सांप्रदायिक झड़पों की खबरों के साथ चिंताजनक संकेत है. मैं कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार लोगों से कानून के शासन का पालन करने की अपील करता हूं.

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उन्होंने कहा कि जब हमारा राज्य प्राकृतिक आपदा से जूझ रहा है और तनाव में है तो कुछ तत्व केवल धार्मिक राजनीति कर रहे हैं. चाहे कोई भी धर्म हो, उपद्रवियों से सख्ती से निपटा जाना चाहिए. कानून सभी के प्रति तटस्थ होना चाहिए. मैं त्रिपुरा से इन कठिन समय में एकजुट होने और एक-दूसरे से लड़ने के लिए नहीं कहता. आपको बता दें कि 19 अगस्त से विनाशकारी बाढ़ के कारण त्रिपुरा में कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई है और 1.17 लाख लोग बेघर हो गए हैं.

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