
पूर्वोत्तर के तीन राज्य त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड में चुनाव संपन्न हो गए हैं. तीनों ही राज्यों में बीजेपी अपने गठबंधन साथी के साथ मिलकर सरकार बनाने जा रही है. लेकिन चुनावी नतीजों के बाद दो पूर्वोत्तर राज्यों में जमकर बवाल देखने को मिल रहा है. एक तरफ त्रिपुरा में कई जगह आगजनी की घटनाएं हुई हैं तो वहीं मेघालय के एक इलाके में नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है.
इस समय त्रिपुरा के अगरतला के बरजला इलाके में बदमाशों ने बीजेपी के कई कार्यकर्ताओं की पिटाई की है. कई का गंभीर हालत में अगरतला के जीबीपी अस्पताल में इलाज चल रहा है. इसी तरह प्रतापगढ़ क्षेत्र में बच्चे के साथ एक महिला पर बदमाशों ने हमला कर दिया है. महिला लहूलुहान हालत में थाने पहुंची.
आरोप है कि महिला के घर पर हमला इसलिए किया गया क्योंकि उसका भाई सीपीआईएम पार्टी से जुड़ा हुआ था. इसके अलावा त्रिपुरा के विशालगढ़ विधानसभा क्षेत्र के नबीनगर चौकबाजार इलाके में घर जा रहे भाजपा कार्यकर्ता कार्तिक देबनाथ पर धारदार हथियार से हमला किया गया. चारीलम इलाके से खबर है कि वहां पर कई बीजेपी कार्यकर्ता अपने घर से बाहर निकल गए हैं. उन्होंने पार्टी कार्यालय में शरण ली. टिपरा मथा पार्टी के समर्थकों ने कथित तौर पर दोपहर में राजू साहा नामक भाजपा के पोलिंग एजेंट के घर पर हमला किया था.
इसके अलावा, कई अन्य स्थानों पर विभिन्न समूहों के कार्यकर्ताओं को मामूली चोटें आईं हैं. अब त्रिपुरा से तो हिंसा की खबरें आई हीं हैं, मेघालय के ईस्टर्न वेस्ट खासी हिल्स इलाके में भी स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. प्रशासन को वहां पर शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक का कर्फ्यू तक लगाना पड़ गया है. तीनों राज्यों के नतीजों की बात करें तो त्रिपुरा में बीजेपी को 33, लेफ्ट-कांग्रेस को 14, टीएमपी को 13 सीटें मिली हैं. नगालैंड में एनडीपीपी और बीजेपी गठबंधन को 37 सीटें मिली हैं, यानी कि पूर्ण बहुमत. वहीं कांग्रेस इस बार अपना खाता खोलने में विफल रही है. एनपीएफ को मात्र 2 सीटें मिली हैं और अन्य के खाते में 21 सीटें गई हैं. मेघालय की बात करें तो यहां पर त्रिशंकु विधानसभा बनी है. एनपीपी सबसे बड़ी पार्टी बन उभरी है, उसके खाते में 26 सीटें गई हैं, वहीं बीजेपी 3 सीट जीतने में कामयाब रही है. कांग्रेस को पांच सीटों से संतुष्ट करना पड़ा है और अन्य को 25 सीटें मिली हैं.
रेशमी देबनाथ की रिपोर्ट