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सड़क किनारे टेंट में सो रहे लोगों पर चढ़ा दिया ट्रक, पांच की दर्दनाक मौत... नशे में धुत क्लीनर चला रहा था वाहन

केरल के त्रिशूर में दर्दनाक घटना सामने आई है. यहां बेकाबू ट्रक सड़क के किनारे लगे तंबू में घुस गया. इससे दो बच्चों सहित पांच लोगों की मौत हो गई और छह घायल हो गए. घटना में जिन लोगों की जान गई, वे घुमंतू समुदाय से ताल्लुक रखते थे. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

टेंट में सो रहे लोगों को ट्रक ने कुचला. (Representational image) टेंट में सो रहे लोगों को ट्रक ने कुचला. (Representational image)
aajtak.in
  • त्रिशूर,
  • 26 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 10:29 AM IST

केरल के त्रिशूर जिले के नटिका इलाके में आज मंगलवार की सुबह दर्दनाक हादसा हो गया, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई. मृतकों में दो बच्चे भी शामिल हैं. यहां एक बेकाबू ट्रक सड़क किनारे लगे टेंट में घुस गया. इस घटना में छह लोग घायल हुए हैं, जिनमें दो की हालत गंभीर बताई जा रही है. घटना में घायल हुए लोगों को इलाज के लिए त्रिशूर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है.

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एजेंसी के अनुसार, यह हादसा सुबह करीब 4:30 बजे हुआ. टेंट में सो रहे सभी लोग घुमंतू समुदाय से ताल्लुक रखते थे. पुलिस के अनुसार, ट्रक कन्नूर से लकड़ी लेकर आ रहा था, जिसे क्लीनर चला रहा था. उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं था. प्रारंभिक जांच में पता चला है कि क्लीनर और ड्राइवर दोनों नशे में थे.

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हादसे में जान गंवाने वालों में दो महिलाएं और दो बच्चे (डेढ़ साल और चार साल की उम्र के) शामिल हैं. पुलिस ने बताया कि घटना के बाद ड्राइवर और क्लीनर मौके से भागने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन स्थानीय लोगों ने उन्हें पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया. त्रिशूर सिटी पुलिस कमिश्नर आर इलांगो ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ गैर-जमानती धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. घटना की जानकारी मिलने के बाद कलेक्टर अर्जुन पंडियन घटनास्थल पर पहुंचे और जायजा लिया.

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केरल के राजस्व मंत्री के. राजन ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि प्रारंभिक जांच में ड्राइवर और क्लीनर की गंभीर लापरवाही सामने आई है. उन्होंने पुलिस और कलेक्टर से घटना की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है, साथ ही, जांच करने के आदेश दिए हैं कि पीड़ित किन परिस्थितियों में सड़क किनारे सोने को मजबूर थे. हादसे के बाद स्थानीय लोगों में प्रशासन और लोगों की सुरक्षा को लेकर गुस्सा है. लोगों का कहना है कि सड़क किनारे सोने वालों के लिए उचित सुरक्षा और व्यवस्थाएं की जानी चाहिए.

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