
नोएडा में 103 मीटर के ट्विन टावर को महज 12 सेकेंड में सफलतापूर्वक जमींदोज करने वाली एडिफिस कंपनी को अब नया टास्क मिला है. एडिफिस इंजीनियर जमशेदपुर में 110 मीटर ऊंची बनी चिमनी को गिराएगी. बताया जा रहा है कि यह चिमनी टाटा परिसर में बनी है. ट्टिन टावर को गिरने वाला प्रोजेक्ट मैनेजर मयूर मेहता ने बताया कि वो अपने क्लाइंट का खुलासा नहीं करेंगे. लेकिन उनकी टीम ने नए प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर दिया है.
जानकारी के मुताबिक नवंबर में चिमनी में विस्फोट लगाने का काम शुरू किया जाएगा. जल्द ही चिमनी को गिराने की तारीख का भी ऐलान कर दिया जाएगा. चिमनी को भी ट्विन टावर की तरह ही जमींदोज किया जाएगा. यह चिमनी चालू प्लांट से 30 मीटर की दूरी पर है.
बता दें, भारत की एडिफाइस इंजीनियर और साउथ अफ्रीका की जेट डिमोलिशंस ने मिलकर 28 अगस्त को ट्विन टावर को गिराया था. दोनों टावर रिहायशी इलाके से मजह 15 मीटर की दूरी पर बने थे. टावर पानी के झरने की तरह नीचे गिर गई थी. आसपास के इलाके में जरा भी नुकासान नहीं पहुंचा था.
ट्विन टावर को गिराने के लिए 6 महीने पहले से तैयारी की गई थी. 350 वर्कर्स और 10 इंजीनियर इस काम के लिए लगे थे. इमारतों को ध्वस्त करने के लिए 3,700 किलोग्राम से अधिक विस्फोटकों का इस्तेमाल किया गया था. टावर के ढहने के तुरंत बाद आसपास धुएं का गुबार छा गया जो कुछ मिनट तक बरकरार रहा. इस अब तक का सबसे बड़ा डिमोलिशन कहा जा रहा है.