
आंध्र प्रदेश की दो छात्राओं को अमेरिका में अमेरिकी सरकार के खर्च पर पढ़ाई का अवसर मिला है. कम्युनिटी कॉलेज इनीशिएटिव प्रोग्राम (CCIP) के तहत ये दोनों छात्राएं अपनी पसंद के विषय में आगे पढ़ाई के लिए अमेरिका रवाना हो रही हैं. इस प्रोग्राम के तहत स्टूडेंट्स के होने वाले खर्च को अमेरिकी विदेश विभाग स्पॉन्सर करता है.
दोनों छात्राएं, बेहेरा मॉनिका और सोपेती हेमाश्री, अभी तक श्रीकाकुलम जिले के राजम में स्थित SGCSR कॉलेज में ग्रेजुएशन के सेकेंड ईयर में पढ़ाई कर रही थीं. इस कॉलेज को GMR वारालक्ष्मी फाउंडेशन (GMRVF) की ओर से संचालित किया जाता है. दोनों शीघ्र ही अपने मनपसंद कोर्स के लिए अमेरिका की उड़ान भरने वाली हैं.
इस साल CCIP में हिस्सा लेने के लिए इन दोनों छात्राओं का चयन हैदराबाद स्थित अमेरिकी कौंसुलेट जनरल ने किया. CCIP सपोर्ट वाले छात्रों को एक साल के लिए अमेरिका के किसी कम्युनिटी कॉलेज में पढ़ने का मौका दिया जाता है.
इस प्रोग्राम में स्टूडेंट्स की हवाई टिकट, बोर्डिंग, लॉजिंग, किताबों, मेडिकल सहायता जैसा सभी खर्च अमेरिकी सरकार की ओर से उठाया जाता है. इसके अलावा आकस्मिक खर्चों से निपटने के लिए स्टूडेंट्स को हर महीने स्टाईपेंड भी दिया जाता है.
बेहेरा मॉनिका गरीब परिवार से संबंधित हैं और उनके पिता मछुआरे हैं. तीसरी कक्षा से ही मॉनिका की पढ़ाई को GMRVF की ओर से सपोर्ट किया जा रहा है. मॉनिका ने अमेरिका में पढ़ाई के लिए एनवायरेंमेंटल हॉर्टिकल्चर विषय चुना है. उन्हें अमेरिका के इलिनॉयस राज्य में स्थित कॉलेज ऑफ ड्यूपेज में पढ़ने का मौका मिलेगा.
दूसरी छात्रा हेमाश्री विजिनगरम जिले के मध्यवर्गीय परिवार से संबंधित हैं. हेमाश्री के पिता बैंक में मैसेंजेर हैं और परिवार के गुजारे के लिए पार्ट टाइम दर्जी का कभी काम करते हैं. हेमाश्री ने अमेरिका में पढ़ाई के लिए सस्टेनेबल एग्रीकल्चर विषय को चुना है. वे अमेरिका के फ्लोरिडा राज्य के ऑरलैंडो में वेलेनसिया कॉलेज में पढ़ाई करेंगी. दोनों छात्राओं का कोर्स जनवरी 2021 में शुरू होगा. कोविड-19 महामारी की वजह से इसमें कुछ विलंब हुआ.