
जो हुक्म देता है वो इल्तिज़ा भी करता है
ये आसमान कहीं पर झुका भी करता है
हसीन लोगों से मिलने में ऐतराज न कर
ये जुर्म वो है जो शादीशुदा भी करता है...
मशहूर शायर मुनव्वर राना का ये शेर इन दिनों भारत और पाकिस्तान से जुड़ी दो कहानियों पर मौजूं है. भारत में एसडीएम ज्योति मौर्य (SDM Jyoti Maurya) और पाकिस्तान से आई सीमा हैदर (Seema Haider) की कहानी सुर्खियों में है. दोनों शादीशुदा हैं और दोनों ने अपने पतियों को छोड़ दिया है. इसकी वजह है पति-पत्नी के बीच तीसरे किरदार की एंट्री.
जहां ज्योति के पति आलोक का आरोप है कि उन्होंने उन्हें पढ़ाने लिखाने में मदद की. फिर जब ज्योति एसडीएम बन गईं तो उन्होंने आलोक को छोड़ दिया. फिर महोबा में तैनात होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे के साथ रिलेशन में आ गईं.
वहीं, दूसरे केस यानि पाकिस्तानी सीमा हैदर की अगर बात करें तो वह सरहद लांघकर अपने हिंदुस्तानी प्रेमी सचिन के पास भारत चली आईं. उनके पति गुलाम हैदर का आरोप है कि सीमा को बहला फुसला कर ले जाया गया है. हैदर ने कहा कि वो बीवी-बच्चों के लिए ही पैसा कमाने के लिए सऊदी अरब गया था. लेकिन उसकी पत्नी ने उसे धोखा दे दिया और सचिन के पास चली गई.
अगर दोनों केस की बात करें तो ज्योति की दो बेटियां हैं. वहीं, सीमा के भी चार बच्चे हैं. आरोप है कि शादीशुदा होने के बावजूद दोनों ने एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर रखा. ज्योति ने तो मामले में कहा कि वो इसका जवाब सिर्फ कोर्ट में ही देंगी. तो वहीं, सीमा की अगर बात करें तो वो खुलकर कह रही हैं कि वो सचिन के साथ ही रहना चाहती हैं और पाकिस्तान वापस नहीं जाना चाहतीं.
इन दोनों केस में एक और बात कॉमन है. दोनों ने ही अपने पतियों पर प्रताड़ना का आरोप भी लगाया है. जहां ज्योति का कहना है कि बेशक आलोक ने पढ़ाई में उनकी मदद की. लेकिन वो शादी झूठ बोलकर करवाई गई थी. यानि उन्होंने कहा कि उनसे आलोक के परिवार ने झूठ कहा था कि वो ग्राम पंचायत में अफसर है. वहीं, सीमा हैदर केस में सीमा का कहना है कि उसके घर वालों ने जबरदस्ती गुलाम हैदर से उनकी शादी करवाई.
ज्योति का कहना है कि आलोक और ससुराल वाले उन्हें दहेज के लिए प्रताड़ित करते थे. उधर सीमा का कहना है कि गुलाम उनके साथ मारपीट करता था. कायदे से देखा जाए तो दोनों ही महिलाओं का कहना है कि वे अपने पतियों के साथ खुश नहीं थीं.
पहले जानते हैं ज्योति मौर्य मामले में पति आलोक का क्या कहना है:
आलोक मौर्य ने कहा कि पति-पत्नी के बीच में झगड़े होते हैं, लेकिन एक तीसरे शख्स के कारण मेरा परिवार टूट गया और आज सब खत्म हो गया. आलोक कहते हैं कि साल 2010 में हमारी शादी हुई थी. शादी से पहले ज्योति और मैं रिलेशन में थे. सब कुछ ठीक चल रहा था. हमारी शादी आपसी रजामंदी से परिवार के साथ हुई थी और शादी के बाद ज्योति पढ़ना चाहती थी. इसलिए मैंने मदद की. साल 2015 में एग्जाम पास करके वह अधिकारी बनी थी.
हर तरीके से मैंने कम तनख्वाह होने के बावजूद भी ज्योति की पढ़ाई के लिए सहयोग किया. प्रयागराज में रहते हुए ज्योति को अधिकारी बनाने में मेरे परिवार ने मदद की, लेकिन बाद में ज्योति ने किसी का मान नहीं रखा.
'साल 2020 में हुई मनीष दुबे की एंट्री'
आलोक कहते हैं कि साल 2020 में मनीष दुबे की हमारी जिंदगी में एंट्री हुई. ज्योति और मनीष के बीच बातचीत होती रही. मैंने उसका विरोध किया, लेकिन ज्योति नहीं मानी. साल 2021 के बाद हालत और खराब हो गए.
आलोक का कहना है कि ज्योति के मोबाइल में दोनों (मनीष और ज्योति) की चेटिंग पढ़ी, जिसमें शादी करने की बात, एक-दूसरे को पसंद करना और कई निजी बातें थीं. ज्योति के मनीष के साथ अनैतिक संबंध हैं. मैंने इसके खिलाफ विभाग में शिकायत की और व्हाट्सएप चैट, ऑडियो, मुझे जेल भेजने की धमकी और दहेज उत्पीड़न का केस लगाने जैसी तमाम बातों के साथ सभी साक्ष्य अधिकारियों के सामने रखे.
'बच्चों से मिलना चाहता हूं'
आलोक का कहना है कि मेरा और ज्योति का रिश्ता टूट चुका है. दो महीने हो गए हैं मैं अपने बच्चों से नहीं मिला हूं, मैं उनसे मिलना चाहता हूं लेकिन ज्योति मुझे उनसे दूर कर रही है. मुझे न्यायालय पर भरोसा है और मुझे इंसाफ जरूर मिलेगा, जो भी जांच में फैसला होगा मुझे उस पर भरोसा है.
'मैं ज्योति से समझौते के लिए तैयार'
आलोक मौर्य का कहना है कि अगर किसी ने गलती की है तो उसको उसकी सजा मिले, लेकिन परिवार भी जुड़ जाएगा तो बच्चों की जिंदगी संवर जाएगी, बच्चों के लिए मैं समझौता करने को तैयार हूं बच्चों की आगे की जिंदगी खराब ना हो.
तो ये था ज्योति मौर्य मामला. यह मामला कोर्ट तक जा पहुंचा है. अब इसमें क्या फैसला आता है ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा.
अब बात करते हैं सीमा हैदर मामले में पति गुलाम हैदर का क्या कहना है:
गुलाम का कहना है कि वह अपनी बीवी और बच्चों को वापस पाना चाहता है. उन्होंने इसलिए वीडियो जारी कर पीएम नरेंद्र मोदी से गुहार लगाई है कि उसकी पत्नी सीमा और बच्चों को वापस पाकिस्तान भेजा जाए. गुलाम बार-बार बस यही कह रहे हैं कि उनकी शादी एक लव मैरिज थी. कोई जोर जबरदस्ती से नहीं हुई थी. एक रॉन्ग कॉल के जरिए दोनों के बीच दोस्ती हुई. फिर प्यार. लेकिन सीमा के घर वाले शादी के खिलाफ थे.
इसलिए वो खुद भागकर उनके पास आई. फिर दोनों ने लव मैरिज की. गुलाम ने बताया कि जब उनके चार बच्चे हो गए तो उनकी खातिर वो पैसा कमाने के लिए सऊदी अरब चला गया. वहां से वो सीमा को पैसे भेजता था. उन्हीं पैसों से सीमा ने एक घर भी खरीदा. लेकिन PUBG के जरिए सीमा की दोस्ती सचिन से हो गई और इसकी उन्हें भनक तक नहीं लग पाई. सीमा अपना घर और गहने बेचकर भारत चली आई. तब भी उन्हें कुछ पता नहीं चल पाया. फिर इंडियन मीडिया के जरिए उन्हें इस बात का पता चला कि सीमा भारत चली गई हैं.
सीमा ने गुलाम पर लगाए मारपीट के आरोप
जबकि, सीमा का कहना है कि गुलाम से वह चार साल से अलग रह रही है. शादी के बाद से ही वह उसके साथ मारपीट करता था. कई बार उसने उसके चेहरे पर मिर्च पाउडर तक फेंका है. वह उसके साथ बिल्कुल भी नहीं रहना चाहती. बहरहाल, देखना ये होगा कि आगे इस मामले में क्या होता है? क्या भारत सरकार उसे वापस पाकिस्तान भेजेगी या यहीं भारत में रहने की इजाजत देगी. क्योंकि 4 जुलाई को सीमा और सचिन को गिरफ्तार कर लिया गया था. जिसके बाद से वे जमानत पर रिहा हैं. लेकिन कानूनी कार्वाई अभी जारी है.
सीमा और सचिन बार-बार पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ से गुहार लगा रहे हैं कि सीमा को वापस पाकिस्तान न भेजा जाए. सीमा का कहना है कि अगर वो पाकिस्तान वापस गई तो उसे वहां तड़पा-तड़पा कर मार डाला जाएगा.
कैसे हुई थी सीमा-सचिन की लव स्टोरी की शुरुआत
साल 2020 में ऑनलाइन PUBG गेम खेलते खेलते उसे सचिन से प्यार हुआ और फिर प्यार को पाने के लिए वह बच्चों के साथ भारत चली आई. भारत आने से पहले वह एक बार सचिन से नेपाल में मिली भी थी. वहां उन्होंने 7 दिन एक साथ बिताए.
सीमा ने बताया कि जब हम पहली बार नेपाल में मिले तो एक दूसरे को देखकर बहुत ज्यादा खुश हुए. हमें यकीन ही नहीं हो रहा था कि हम असल में एक दूसरे के सामने हैं. हमें इतनी खुशी हुई कि एक दूसरे अलग होने का मन ही नहीं कर रहा था. मन कर रहा था कि बस हमेशा के लिए यहीं ठहर जाएं. लेकिन तब हम सिर्फ मिलने के लिए आए थे. हमने 7 दिन साथ में बिताए. 17 मार्च को हम दोनों को अपने-अपने देश लौटना था.
10-10 घंटे के वीडियो बनाए, खूब रोए
वापस लौटने की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही थी हमें उतना ही बुरा लग रहा था. उस समय हमें नहीं पता था कि हम दोबारा मिल भी पाएंगे या नहीं. 15 और 16 मार्च को तो हम दोनों पूरा दिन बस रोते ही रहे. हम एक दूसरे से दूर नहीं जाना चाहते थे. लेकिन मजबूरी थी. इसलिए एक दूसरे को समझाया. हमने दो दिन कैमरा कमरे में ही रिकॉर्डिंग पर लगा दिया. 10-10 घंटे के वीडियो बनाए. वो इसलिए कि अगर हम दोबारा नहीं भी मिल सके तो इन्हीं वीडियो को देखकर एक दूसरे को याद कर लेंगे.
सीमा ने बताया, ''जब वतन वापसी हुई तो वहां मैं रोज इन वीडियो को देखती और सचिन को याद करती रहती.'' सीमा ने बताया कि उसके पास 8 लाख रुपये ही थे. जिसमें से तीन लाख रुपये नेपाल ट्रिप में खत्म हो गए. फिर जब उसने तय किया कि उसे अब बच्चों के साथ भारत आना है तो उस समय 12 लाख रुपये की टिकट बुक हो रही थी.
लाला ने किया पैसे देने से इनकार
इतना पैसा उसके पास नहीं था. उसने अपनी समस्या सचिन को बताई. सचिन ने अपने लाला (जहां सचिन काम करता है) से बात की और उनके रुपये उधार मांगे. तो लाला ने यह कहकर मना कर दिया कि सचिन तू ऐसे ही किसी की बातों में मत आ. हो सकता है कि वो महिला फ्रॉड हो. सचिन ने फिर यह बात सीमा को बताई. तब सीमा ने कहा कि तुम फिक्र मत करो, अगर हमारे नसीब में मिलना लिखा होगा तो हम जरूर मिलेंगे.
सीमा ने बताया कि फिर बाद में फ्लाइट के टिकट सस्ते हो गए और उसने सबसे सस्ती वाली सीट बुक करवाई. ताकि वो बच्चों के साथ भारत आ सके. फिर वह शारजाह से नेपाल पहुंची. नेपाल से फिर 15 हजार रुपये की टिकट करके प्राइवेट गाड़ी से वह भारत पहुंची. सीमा ने बताया कि जैसे ही उसने भारत में एंट्री की तो वह खुशी से झूम उठी. कानों में हेडफोन लगाए और गाने सुनने लगी.
फिर यूपी में यमुना-एक्सप्रेस वे पर सचिन ने उसे रिसीव किया और दोनों ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा इलाके में पहुंचे. जहां सचिन ने दोस्त की मदद से किराए का मकान लिया और वहीं सीमा और उसके बच्चों के साथ वह रहने लगा. लेकिन पुलिस ने दोनों को 4 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल वे जमानत पर रिहा हैं.