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'महाराष्ट्र गद्दारों को कभी माफ नहीं करता...' उद्धव ठाकरे का फिर एकनाथ शिंदे पर हमला

उद्धव ठाकरे से जब देवेंद्र फडणवीस से जुड़ा सवाल पूछा गया तो उन्होंने दो टूक कहा कि मेरी लड़ाई देवेंद्र से नहीं है. मेरी लड़ाई दिल्ली में बैठे तानाशाह से है. देवेंद्र पहले जरूर सीएम थे. सीएम के पद से हटने के बाद उन्होंने नारा दिया कि मैं वापस आऊंगा. वो वापस आए हैं लेकिन चपरासी बनकर. मैं ऐसे नेताओं को क्या जवाब दूं. वो मेरी वजह से ही पांच साल सत्ता में बैठे थे.

उद्धव ठाकरे (फाइल फोटो) उद्धव ठाकरे (फाइल फोटो)
साहिल जोशी
  • मुंबई,
  • 17 मई 2024,
  • अपडेटेड 2:32 PM IST

देश में लोकसभा चुनाव के चार चरणों के तहत वोटिंग हो चुकी है. पांचवें चरण के तहत 20 मई को वोटिंग है. सभी राजनीतिक दल चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं. इस बीच शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र की राजनीति, चुनाव और विपक्षी गठबंधन पर खुलकर बात की. 

इस दौरान उद्धव ठाकरे से पूछा गया कि महाराष्ट्र में अब तक के चुनाव में महाविकास अघाड़ी की क्या स्थिति है? इस पर उद्धव ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का नाम लिए बगैर कहा कि मैं जहां-जहां जा रहा हूं, मुझे लोगों का प्यार मिल रहा है. एक बात और है कि महाराष्ट्र कभी गद्दारों को माफ नहीं करता. जिस पार्टी का निर्माण बालासाहेब ठाकरे ने किया था, उसे तोड़ने और चुराने की कोशिश करने वालों को महाराष्ट्र कभी माफ नहीं करेगा. लोगों में गुस्सा और आक्रोश हैं. इस तरह की भावना लोगों में दिखाई दे रही है.

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यह पूछने पर कि सिर्फ सहानुभूति से काम नहीं चलता है. आपकी योजनाएं क्या हैं? जैसे बीजेपी के पास पीएम डायरेक्ट ट्रांसफर की योजना है, जिसके बड़े पैमाने पर लोग लाभार्थी हैं. इस पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि डायरेक्ट ट्रांसफर की योजना है ना. ईडी का नोटिस जाता है तो आदमी सीधे ट्रांसफर होता है बीजेपी में और इसका लाभार्थी होती है बीजेपी. ये है डायरेक्ट ट्रांसफर और लाभार्थी की योजना.

उन्होंने कहा कि अगर बीजेपी के उम्मीदवारों की लिस्ट देखें तो मेरी जानकारी के मुताबिक, लगभग 125 लोग कांग्रेस से बीजेपी में आए हैं. सिर्फ मुंबई की ही बात करें तो 6 में से 4 जगह पर बाहर से लाए गए प्रत्याशी हैं. 

मेरी लड़ाई फडणवीस से नहीं दिल्ली में बैठे तानाशाह से है

उद्धव ठाकरे से जब देवेंद्र फडणवीस से जुड़ा सवाल पूछा गया तो उन्होंने दो टूक कहा कि मेरी लड़ाई देवेंद्र से नहीं है. मेरी लड़ाई दिल्ली में बैठे तानाशाह से है. देवेंद्र पहले जरूर सीएम थे. सीएम के पद से हटने के बाद उन्होंने नारा दिया कि मैं वापस आऊंगा. वो वापस आए हैं लेकिन चपरासी बनकर. मैं ऐसे नेताओं को क्या जवाब दूं. वो मेरी वजह से ही पांच साल सत्ता में बैठे थे.

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बीजेपी से गठबंधन के सवाल पर उद्धव ने कहा कि मैं कभी किसी तानाशाह का समर्थन नहीं करूंगा. उन्होंने मुझे और शिवसेना को खत्म करने की कोशिश की. क्या मैं उनके साथ जा सकता हूं? ये चुनाव मेरे लिए नहीं बल्कि बीजेपी के लिए करो या मरो का है. मेरे पिता ने कहा था कि कभी अपनी जुबान से मत पलटना. 

यह पूछने पर कि क्या वह दोबारा मुख्यमंत्री का पद स्वीकार करेंगे? इस पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं इसके सपने नहीं देखता लेकिन मैं अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटूंगा. वे हिंदू-मुस्लिम करते हैं. न्होंने मुसलमानों का डर दिखाया है. लेकिन हम मुस्लिमों को साथ लेकर चलते हैं.

पीएम दिल से पूछे असली शिवसेना कौन सी है?

उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमारे साथ धोखा हुआ है. लोगों को भी ठगा गया है. हम असली शिवसेना है. प्रधानमंत्री अपने दिल से पूछकर देखें कि असली शिवसेना कौन सी है, उन्हें जवाब मिल जाएगा. भविष्य में दोबारा महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने के सवाल पर उद्धव ने कहा कि मैं सीएम का सपने देखने वालों में से नहीं हूं. जब मैंने अपने करियर की शुरुआत की थी तो लोग कहते थे कि मुझे भाषण देना भी नहीं आता है. मैंने मान लिया था कि मुझे भाषण देना नही आता. मेरे दादा-पिता ने कहा था कि तू कभी भाषण नहीं देना, लोगों से बात कर. मैं दिल से बात करता हूं. मैं मन की बात नहीं करता, दिल की बात करता हूं. मन सोचता है, दिल सोचता नहीं है. उद्धव ठाकरे ने कहा कि फिलहाल तो हमें भारत माता को तानाशाही और जुमलेबाजी से बचाना है. 

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