
तमिलनाडु के सियासी गलियारों में मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन को डिप्टी सीएम बनाए जाने को लेकर चर्चाएं हैं. जानकारी के मुताबिक उदयनिधि स्टालिन को जनवरी में उपमुख्यमंत्री बनाया जाना था, लेकिन सनातन विवाद और उसके बाद संसद चुनाव के कारण ये योजना रद्द कर दी गई थी.
बताया जा रहा है कि उदयनिधि स्टालिन को विधानसभा सत्र के बाद उपमुख्यमंत्री बनाया जाना था, लेकिन पिछले महीने कल्लकुरिची शराब त्रासदी के कारण इसमें देरी हो गई थी. कल्लाकुरिची जिले में जहरीली शराब पीने से 65 लोगों की मौत हो गई थी. कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की निर्धारित विदेश यात्रा से पहले उदयनिधि स्टालिन को उपमुख्यमंत्री बनाने के लिए बातचीत चल रही है.
उदयनिधि स्टालिन तमिलनाडु में सत्तारूढ़ डीएमके सरकार में खेल मंत्री हैं. दिलचस्प बात ये है कि उदयनिधि के पिता एमके स्टालिन को भी 2009 के लोकसभा चुनाव के बाद उपमुख्यमंत्री बनाया गया था. डीएमके की यूथ विंग के नेता और चेपक-तिरुवल्लिकेनी सीट से विधायक उदयनिधि ने दिसंबर 2022 में डीएमके कैबिनेट के मंत्री के रूप में शपथ ली.
उदयनिधि ने सनातन को लेकर क्या कहा था?
उदयनिधि ने सनातन उन्मूलन सम्मेलन में कहा था कि सनातन का सिर्फ विरोध नहीं किया जाना चाहिए. बल्कि, इसे समाप्त ही कर देना चाहिए. सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है. कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही कर देना चाहिए. हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते. हमें इसे मिटाना है. इसी तरह हमें सनातन को भी मिटाना है.
उदयनिधि ने दी थी बयान पर सफाई
हालांकि उदयनिधि स्टालिन ने अपने इस बयान पर सफाई देते हुए कहा था कि उनकी बात को बढ़ा-चढ़ाकर झूठ फैलाया. उन्होंने कहा कि मैंने "सनातन धर्म उन्मूलन" नामक एक सम्मेलन में हिस्सा लिया था. मैं वहां मुश्किल से 5 मिनट तक बोला. लेकिन बीजेपी ने मेरी बात को बढ़ा-चढ़ाकर बताया और झूठ फैलाया. उन्होंने (बीजेपी) मेरे खिलाफ झूठे मामले दायर किये. मेरे सिर पर 10 लाख रुपये से लेकर 10 करोड़ रुपये तक का इनाम घोषित किया गया.