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'यूक्रेन की सेना का व्यवहार अच्छा नहीं, इंडियन एंबेसी की वजह से हम निकल पाए' भारत लौटे छात्रों ने बयां की पीड़ा

Russia- Ukraine War: विदेश मंत्रालय ने यूक्रेन में फंसे छात्रों को किसी भी हालात में वहां से निकलने के लिए एडवाइजरी जारी की है. भारत सरकार अपने नागरिकों का पोलैंड, रोमानिया और हंगरी के बॉर्डर से रेस्क्यू कर रही है.

यूक्रेन से लौटे बेटे से लिपटकर रोने लगी मां. यूक्रेन से लौटे बेटे से लिपटकर रोने लगी मां.
अरविंद ओझा
  • नई दिल्ली,
  • 01 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 6:05 PM IST
  • 24 फरवरी से जारी रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध
  • विदेश मंत्रालय ने जारी की थी एडवाइजरी
  • भारतीय नागरिकों को जल्द से जल्द कीव छोड़ने की सलाह

यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की वापसी के लिए सरकार ने 'ऑपरेशन गंगा' शुरू किया है. इसी रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत संकटग्रस्त देश से भारतीय छात्र मंगलवार को दिल्ली एयरपोर्ट पर पहुंचे. इन्हीं में से एक छात्र ने बताया कि यूक्रेनी सेना भारतीय छात्रों के साथ बुरा व्यवहार कर रही है. हालांकि, भारतीय दूतावस काफी सक्रिय है और छात्रों की वापसी में उसकी बेहद अहम भूमिका है.   

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'ऑपरेशन गंगा' के तहत यूक्रेन से दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे छात्र शुभांशु ने बताया कि रोमानिया बॉर्डर पर फिलहाल बेहद बुरी स्थिति हो चुकी है. यूक्रेन की सेना का व्यवहार अच्छा नहीं है, लेकिन इंडियन एंबेसी ने काफी मदद की. हमें निकाला. यही वजह है कि वहां से हम यहां पहुंच पाए. बता दें कि भारतीय छात्रों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों हंगरी, रोमिनिया और पोलैंड के बॉर्डर से वापस लाया जा रहा है, क्योंकि यूक्रेन में 'नो फ्लाई' जोन के चलते बाहरी देश के किसी भी विमान को उतरने की अनुमति नहीं है. 

मुश्किल हालातों से जूझ रहे यूक्रेन से अपने बेटे-बेटियों के सकुशल लौटने पर उनके अभिभावक भी काफी भावुक हो गए. एयरपोर्ट पर पहुंची शुभांशु की मां अपने बेटे से लिपटकर फूट-फूटकर रोने लगी. भावुक मां ने रोते-रोते कहा, ''मेरे मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करती हूं, जो हमारे बेटे को यहां ले आए. मैं कहती हूं मोदी हमेशा जीते रहें, हमारे बेटों की रक्षा करते रहें.'' 

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दिल्ली एयरपोर्ट पर यूक्रेन से लौटे अपने बेटे से लिपटकर रोती एक मां.

यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के प्रयासों में और तेजी लाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय वायु सेना को भी ऑपरेशन गंगा से जुड़ने के लिए कहा है. वायु सेना के हवाई जहाज़ों के जुड़ने से भारतीयों के लौटने की प्रक्रिया गति पकड़ेगी, और उनकी संख्या में भी वृद्धि होगी. साथ ही साथ, भारत से भेजी जा रही मानवीय सहायता की राहत सामग्री भी और तेजी से पहुंचेगी. ये विमान राहत सामग्री लेकर जाएंगे और वापस आते वक्त भारतीय छात्रों को लाएंगे. भारतीय वायु सेना के कई C-17 विमान आज ऑपरेशन गंगा के तहत उड़ान शुरू कर सकते हैं. 

उधर, रूसी हमलों से यूक्रेन में अब हालात ज्यादा बिगड़ने लगे हैं. मंगलवार को खारकीव में हुए एक हमले में भारतीय छात्र की मौत हो गई है. मारे गए भारतीय छात्र का नाम नवीन शेखरप्पा है. 21 साल का नवीन कर्नाटक के हावेरी जिले का रहने वाला था.  
 

 

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