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दोबारा कोरोना संक्रमण फैलने के क्या हैं कारण? सीधी बात में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बताया

देश कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में है और वैक्सीन की कमी की खबर आ रही है, ऐसे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने आजतक के खास कार्यक्रम 'सीधी बात' में बताया कि देश में अभी सिर्फ 2 टीके ही क्यों लग रहे हैं. साथ ही फाइजर के टीके के इस्तेमाल नहीं होने के बारे में भी बताया.

सीधी बात में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन सीधी बात में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 10 अप्रैल 2021,
  • अपडेटेड 9:10 PM IST
  • 'फाइजर ने शुरुआत में ही किया था आवेदन'
  • 'स्पूतनिक वैक्सीन को जल्द मिलेगी अनुमति'
  • मॉडर्ना ने आवेदन ही नहीं कियाः डॉ. हर्षवर्धन

देश कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में है और ऐसे समय में कई राज्यों में वैक्सीन की कमी होने की खबर आ रही है, ऐसे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने शनिवार को आजतक के खास कार्यक्रम सीधी बात में बताया कि देश में अभी सिर्फ 2 टीके ही क्यों लग रहे हैं. साथ ही देश में फाइजर के टीके के इस्तेमाल नहीं होने के बारे में भी बताया.

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'सीधी बात' में मास्क पहनने को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि मास्क पहनना जरुरी है. नियमों का उल्लंघन खतरनाक है. जो गलत है वो सभी के लिए गलत है. मंत्री और मुख्यमंत्री सभी को नियमों का पालन किया जाना चाहिए. कोविड से रक्षा करने में मास्क ही सबसे कारगर हथियार है. दो गज की दूरी बनाकर रहना और बार-बार हाथ धुलना बेहद जरुरी है.

देश में फिर से कोरोना बढ़ने के मामले पर डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना नियमों की अनदेखी खुद के लिए खतरा है. कोरोना नियमों से समझौता करना खतरनाक है. लापरवाही के कारण कोरोना के मामले बढ़े हैं. उन्होंने कहा कि मैंने कभी भी मास्क नहीं उतारा है. घर के अंदर भी मैंने हमेशा मास्क पहने रखा. सभी ने बीमारी के कारण मौतें भी देखीं.

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चुनाव कराना चुनाव आयोग का कामः डॉक्टर हर्षवर्धन

कोरोना के दौर में चुनाव कराए जाने को लेकर डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि चुनाव कराना हमारा काम नहीं है. चुनाव कराना चुनाव आयोग का काम है. 

कोरोना वैक्सीन के बारे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि एक साल के अंदर हमने 2 वैक्सीन तैयार कर लिए. इसके अलावा अभी 6 वैक्सीन क्लीनिकल ट्रायल में चल रही हैं जबकि 14 प्री-क्लीनिकल ट्रायल मोड में हैं. हमारे पास जो 2 वैक्सीन है उसके साढ़े 9 करोड़ डोज दिए जा चुके हैं. यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विजन की वजह से हुई है.

'सीधी बात' में वैक्सीन की कमी के बारे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि भारत औसत में टीकाकरण के मामले में अमेरिका से आगे है. टीकाकरण एक साइंटिफिक प्रोसेज है. विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइडलाइन है कि टीका सबसे पहले कमजोर लोगों को दिया जाए. इसी आधार पर हमने लोगों के लिए टीका लगवाने की व्यवस्था की.

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में राजनीति हो रही थी. कोवैक्सीन को जनवरी में ही छत्तीसगढ़ को भेज दिया गया तो 2 महीने तक उन्होंने वैक्सीन को नहीं लगाया. 2 बार मैंने वहां के स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखा फिर मुख्यमंत्री को भी पत्र लिखा. लेकिन 3 महीने तक सिर्फ राजनीति करते रहे कि कोवैक्सीन को नहीं लगाएंगे. और अब मार्च के अंत में लगाना शुरू किया. वैक्सीन वितरण को लेकर आबादी से कोई संबंध नहीं है. जबकि राजस्थान को 1 करोड़ से ज्यादा टीके दिए गए.

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वैक्सीन को लेकर हो रही राजनीति के बारे में डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि वैक्सीन भेजने में हमने कोई राजनीति नहीं है. हमने हमेशा अपनी जिम्मेदारी निभाई है.

PM मोदी ने कड़े फैसले भी लिएः डॉक्टर हर्षवर्धन 

कोरोना पर नियंत्रण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से कड़े फैसले नहीं लिए जाने के बारे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि दुनिया में कड़े फैसले लेने की जब जरुरत थी तो उसे लेने वाले शायद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले नेता थे. पिछले साल मार्च में आवश्यकता थी लॉकडाउन. तब लिया. बाद में अर्थव्यवस्था को भी ठीक करना था. साथ में कोविड को भी नियंत्रण में करना था. ऐसे में बैलेंस की स्थिति बनाई गई तो उसके लिए दुनियाभर के नियम-कानून बनाए गए. इसी वजह से तब कोरोना पर नियंत्रण कर सके.

उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से विदेश में फंसे लोगों को वंदे भारत मिशन के जरिए भारत लेकर आए. सारे देश में लॉकडाउन लगा हुआ था. तब 1 लैब से 2449 लैब तक पहुंचा दिया उस लॉकडाउन के दौरान. कोरोना को लेकर इंफ्रास्टक्चर खड़ा किया और देशभर में पहुंचाया. मास्क, पीपीई किट और वेंटेलिटर जिसे बाहर से खरीदते थे. हमने अपने यहां बनाना शुरू किया और अब निर्यात कर रहे हैं.

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मॉडर्ना ने अब तक आवेदन ही नहीं कियाः डॉक्टर हर्षवर्धन 

प्रभु चावला के साथ 'सीधी बात' में फाइजर या मॉडर्ना की वैक्सीन को भारत में अब तक नहीं लाए जाने के सवाल पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि आपने फाइजर की बात की. फाइजर ने एक बार शुरू में यहां पर आवेदन किया था. लेकिन जब उनको यह बताया गया कि यहां पर आने से पहले छोटा सा ट्रायल करना होगा तो शुरुआती दौर में ही उन्होंने अपना आवेदन वापस ले लिया.

उन्होंने कहा कि आज तक फाइजर या मॉडर्ना किसी ने भी कोई आवेदन नहीं किया है. और बाहर की स्पूतनिक वैक्सीन ही है जिसने आवेदन किया है. हमारे पास इसका आवेदन है और मैं समझता हूं कि हफ्ते या 10 दिन के अंदर आपातकालीन इस्तेमाल के प्रयोग के लिए अनुमति मिल जाएगी. 

'सीधी बात' में भारत बायोटेक की वैक्सीन के जल्द ही इस्तेमाल की मंजूरी दिए जाने के सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि भारत बायोटेक ने अपने ट्रायल को एडवांस स्टेज पर पहुंचाया तो हमने अनुमति दी. आज स्पूतनिक अगर उस स्टेज में पहुंचेगी तो उन्हें भी अनुमति मिल जाएगी. 

अन्य देशों के टीके के देश में लाए जाने के बारे में स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा कि दूसरे देश की कंपनियों ने टीके के लिए आवेदन ही नहीं किया है. मॉडर्ना ने आज तक आवेदन ही नहीं किया है. फाइजर ने शुरुआत में ही आवेदन किया था. 

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