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'जो इतिहास से नहीं सीखते हैं, वो महान देश की रचना नहीं करते,' बोले अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को दिल्ली में लाल किले पर लाइट एंड साउंड शो 'जय हिंद' का उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से 75 वर्षों में देश ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं और खुद को शीर्ष देशों में सफलतापूर्वक स्थान हासिल किया है. उन्होंने कहा कि अगले 25 साल भारत के 130 करोड़ लोगों के सामूहिक प्रयासों और भारत को दुनिया में शीर्ष पर देखने का समय है. प्रधानमंत्री ने इस अवधि को 'अमृत काल' कहा है.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह.
जितेंद्र बहादुर सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 10 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 11:10 PM IST

देश की राजधानी दिल्ली के लाल किले पर मंगलवार को 'जयहिंद' नाम से लाइट एंड साउंड शो का आयोजन किया गया. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इसका उद्घाटन किया. इस दौरान गृह मंत्री शाह ने संबोधित किया. उन्होंने कहा कि इस लाइट एंड साउंड शो के जरिए भारत के हजारों साल के इतिहास को सामंजस्य के साथ समाहित करने का काम किया गया है. आजादी के अमृत महोत्सव के वर्ष में ये कार्यक्रम शुरू हो रहा है और भारत के ऐतिहासिक स्थानों को प्रेरणास्थल बनाने की ये यात्रा आज यहां से शुरू हो रही है.

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गृहमंत्री ने कहा कि जो इतिहास से नहीं सीखते हैं, वो महान देश की रचना नहीं करते हैं. एक घंटे से कम के समय में शानदार तरीके से भारत का इतिहास समेटा गया. आजादी के अमृतवर्ष में ये कार्यक्रम हो रहा है, जो देश सोने की चिड़िया कहा जाता था, पूरे कालखंड को इस शो ने समेटा है. हमारी युवा पीढ़ी इससे जानेगी. इस तरीके के प्रोग्राम को देशभर में बनाना चाहिए. अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने आजादी के अमृत वर्ष में सोने की चिड़िया कहे जाने वाले भारत को गुलामी से मुक्त कराने में अपना सर्वस्व बलिदान देने वाले अनगिनत शहीदों से हमारी युवा पीढ़ी को परिचित कराने के लिए कई कार्यक्रमों का आयोजन किया है. भारत को विश्व में हर क्षेत्र में कहां पहुंचना है, मोदी जी ने इसीलिए आजादी के अमृत महोत्सव से आजादी की शताब्दी तक के समय को अमृत काल के नाम से हम सबके सामने संकल्पित कराया है. 

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'ये संकल्प लेने का समय है'

अमित शाह ने कहा कि ये यात्रा आजादी के 75 सालों से आजादी की शताब्दी तक के संकल्प लेने की भी यात्रा है और उस वक्त देश कहां होगा, ये संकल्प लेने का भी समय है. प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पिछले 8 सालों में पूरे देश की जनता में आत्मविश्वास, ऊर्जा और विश्वास के साथ एक दिशा में चलने का संकल्प दिखाई दे रहा है और भारत की 130 करोड़ की जनता के सामूहिक पुरुषार्थ से देश को विश्व में सर्वप्रथम बनाने का संकल्प हमें सिद्ध करना है. भारत सर्वप्रथम और, भारत सबसे प्रथम, इन दोनों संकल्पों को लेकर भारत को आगे बढ़ना है.

'2047 तक भारत को टॉप पर ले जाना है'

अमित शाह ने आगे कहा कि आजादी के 100 साल पूरे होने पर भारत को दुनिया का शीर्ष देश बनाने के लिए सभी लोगों को प्रयास करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगले 25 साल भारत के 130 करोड़ लोगों के सामूहिक प्रयासों और भारत को दुनिया में शीर्ष पर देखने का समय है और प्रधानमंत्री ने इस अवधि को 'अमृत काल' कहा है.

तीन हिस्सों में बांटा गया है पूरा कार्यक्रम

बता दें कि इस कार्यक्रम में 17वीं शताब्दी से लेकर भारत के अमृत काल तक के भारत के इतिहास और वीरता की नाटकीय प्रस्तुति दी गई है. इस कार्यक्रम को तीन हिस्सों में बांटा गया है, जिसमें मराठों के उदय, 1857 के स्वतंत्रता संग्राम, भारतीय राष्ट्रीय सेना के उदय और आईएनए के परीक्षणों समेत भारत के इतिहास के प्रमुख प्रसंगों को जीवंत किया गया. इस लाइट और साउंड शो में 400 साल के इतिहास को बेहतर तरीके से बताया और दिखाया गया है. कार्यक्रम के दौरान लाइट के वॉयस वोवर में कहा गया कि आज से 5000 साल पहले यहां कुछ दूर पांडवों की राजधानी थी. 

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लाल किले के बारे में दी गई जानकारी

लाल किले की प्राचीर पर जब लाइट शो की शुरुआत की गई तो उस पर ॐ और हिंदू ग्रंथ भी दिखाए गए. इसके साथ ही इस लाइट और साउंड शो में लाल किले के बारे में बताया गया कि शाहजहां ने अपनी राजधानी दिल्ली में बनाई. यहीं से शासन किया. ना सिर्फ पिछले 400 साल ये लाल किला बेबाक यहां खड़ा रहा, बल्कि कई इसिहास समेटे हुए है. लाइट एंड साउंड शो में लाल किले के निर्माण की भी जानकारी दी गई. साल 1648 में निर्माण से लेकर और शाहजहां के बारे में भी बताया गया.

 

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