
भारतीय जनता पार्टी के सीनियर नेता राजनाथ सिंह को एक बार फिर से रक्षा मंत्री पद की जिम्मेदारी दी गई है. इससे पहले वह मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में गृह मंत्री और दूसरे कार्यकाल में रक्षा मंत्री के रूप में कार्य कर चुके हैं. राजनाथ सिंह बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में भी कार्य कर चुके हैं.
राजनाथ ने अपनी सियासी पारी साल 1974 में शुरू की और 1977 में वह पहली बार विधायक चुने गए. 1988 में एमएलसी बनने के बाद 1991 में यूपी के शिक्षा मंत्री बने. इस दौरान उन्होंने कई क्रांतिकारी फैसले लिए. इसके बाद साल 1994 में वह राज्यसभा सांसद चुने गए. इसके बाद 1999 में पहली बार उन्हें केंद्रीय परिवहन मंत्री बनाया गया. इस दौरान उन्होंने अटल बिहारी वाजपेयी के ड्रीम प्रोजेक्ट नेशनल हाईवे डेवलेपमेंट प्रोग्राम (NHDP) की शुरुआत की. अक्टूबर, 2000 में वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री चुने गए. इस दौरान वह बाराबंकी की हैदरगढ़ सीट से विधायक चुने गए.
2003 में बनाए गए थे कृषि मंत्री
मई, 2003 में उन्हें केंद्रीय कृषि मंत्री और फूड प्रोसेसिंग मंत्री बनाया गया. इस दौरान उन्होंने किसान कॉल सेंटर और किसान आय बीमा स्कीम की शुरुआत की. राजनाथ सिंह दिसंबर, 2005 से लेकर 2009 तक बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे. इस दौरान 2009 में वह गाजियाबाद सीट से सांसद चुने गए.
गृह-रक्षा मंत्रालय संभाल चुके हैं राजनाथ
लखनऊ से चुनकर आने के बाद 2014 को उन्होंने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी. इस दौरान उन्हें गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई. इसके बाद 2019 में जब राजनाथ सिंह लखनऊ से दोबारा चुनकर आए तो उन्हें रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई. अब एक बार फिर राजनाथ सिंह ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली है.
लखनऊ से तीसरी बार जीतकर आए हैं राजनाथ
इस बार राजनाथ सिंह लखनऊ लोकसभा सीट से तीसरी बार जीतकर आए हैं. उन्होंने समाजवादी पार्टी के रविदास मेहरोत्रा को करीब एक लाख 35 हजार वोटों से हराया है. जहां राजनाथ को छह लाख 12 हजार 709 वोट मिले, वहीं रविदास को चार लाख 77 हजार 550 वोट मिले थे. इससे पहले 2014 और 2019 में भी वह लखनऊ सीट से जीत चुके हैं.