
उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्से में कांवड़ यात्रियों की कथित रूप से सुविधा के लिए मुस्लिम दुकानदारों से अपनी दुकानों के आगे नेमप्लेट लगाने को कहा गया है. योगी सरकार ने खासतौर पर कांवड़ यात्रा के रूट पर पड़ने वाले मुस्लिम दुकानों को यह आदेश दिया है. राज्य सरकार के इस फैसले का चौतरफा विरोध हो रहा है. खुद एनडीए गठबंधन दलों ने भी इसका विरोध किया. समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और पार्टी नेताओं ने भी इस मुद्दे पर अपनी बात रखी.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी में ये लोग नफरत फैला रहे हैं. समाज में नफरत फैला रहे हैं. इसमें ये लोग कामयाब नहीं होंगे. उन्होंने कहा कि जनता इनको शूण्य कर देगी. वहीं सपा के वरिष्ठ नेता रामगोपाल ने मॉनसून सत्र से पहले ऑल मीटिंग में पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात की और बताया कि इस वक्त सबसे अहम मुद्दा उत्तर प्रदेश में पैदा हो रहे हालात हैं, जहां मुस्लिम दुकानों को नेमप्लेट लगाने का आदेश दिया गया है.
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'मुसलमानों को टारगेट किया जा रहा है'
रामगोपाल यादव ने कहा, "यूपी सरकार ने कांवड़ यात्रा के रूट पर मुसलमानों को अपनी दुकान पर अपना नाम, धर्म, जाति, वहां काम करने वाले लोगों के नाम और पता लिखने के आदेश दिए हैं. ये सरकार सीधे-सीधे मुसलमानों को टारगेट कर रही है. जहां से यात्रा गुजरती है वहां बड़ी आबादी मुसलमानों की है. ऐसा कभी नहीं हुआ पहले. सरकार ने कहा कि इसस कन्फ्यूजन पैदा न हो इसलिए ऐसा किया गया."
'कांवड़ में असामाजिक तत्व घुस आते हैं'
सपा नेता ने कहा, "ये यात्रा पहली बार नहीं निकल रही है. यात्रा जाने कब से निकल रही है और कभी धर्म के नाम पर किसी तरह का विवाद नहीं हुआ. आखिर क्या जरूरत थी कि इस बारे ऐसा (दुकानों के नेमप्लेट लगाने का आदेश) जारी किया गया."
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रामगोपाल यादव ने कहा कि कांवड़ यात्रा में कई बार असामाजिक तत्व भी घुस आते हैं. ये धर्म के नाम पर मुसलमानों की दुकानों को लूट सकते हैं. लोगों के जान माल का खतरा हो सकता है. धर्म के नाम पर उन्माद करने की कोशिश हो रही है. लोगों को विभाजित करने की कोशिश है. केंद्र सरकार को इस पर कुछ कदम उठाना चाहिए.