
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने खुलकर सपा अध्यक्ष और भतीजे अखिलेश यादव पर हमला बोला है. शिवपाल ने इशारों-इशारों में यहां तक कह दिया है कि अखिलेश ने मेरा और मुलायम सिंह यादव तक का अपमान किया है. उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से हटाकर अपमान किया गया है. कट्टर सपाई नेताजी का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकते.
राष्ट्रपति चुनाव से पहले ही समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव में खुलकर देखने को मिल रही है. विधानसभा चुनाव बाद अखिलेश के मीटिंगों में नहीं बुलाने से शिवपाल यादव नाराज देखे जा रहे हैं और समय-समय पर अखिलेश को नसीहत भी दे रहे हैं.
हाल ही में शिवपाल ने राष्ट्रपति चुनाव में सपा के विपक्ष को समर्थन देने पर अखिलेश को पुराना वाक्या याद दिलाया था. शिवपाल ने चिट्ठी के जरिए अखिलेश से कहा था कि एक समय यशवंत सिन्हा ने नेताजी को आईएसआई का एजेंट कहा था. नेताजी का अपमान करने वाले का समर्थन देने से पहले एक बार फिर विचार कर लेना चाहिए.
मंगलवार को शिवपाल सिंह यादव ने आजतक से बातचीत की. शिवपाल ने कहा कि नेताजी को आईएसआई का एजेंट कहकर अपमानित करने वाले को कट्टर सपाई बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं. नेताजी का जो अपमान किया गया है, वह गलत है. उन्होंने कहा कि अखिलेश को याद कर लेना चाहिए कि बहुत से लोगों ने नेताजी को गुंडा भी बताया है. उनके पैर किसने छुआए. अटल से आडवाणी और मोदी तक...सबको पता है नेताजी का अधिकांश लोग सम्मान करते हैं, कुछ उनका अपमान भी करते हैं.
उन्होंने कहा कि अखिलेश को मैंने बहुत नजदीक से देखा है. जब मुलायम सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष थे, तब उन्हें किसने हटाया. क्या अखिलेश ने नेताजी से राष्ट्रपति चुनाव के लिए सुझाव लिया. क्या मुझसे सुझाव लिया. आजम खान को छोड़कर हमसे ज्यादा सीनियर सपा में कौन है.
उन्होंने आगे कहा कि क्या मुझे कभी मीटिंग में बुलाया अखिलेश ने. अगर वह मुझसे और नेताजी से सुझाव लेते तो हम बताते, क्या यह अपमान नहीं है. सत्ता पक्ष और विपक्ष को आम सहमति बनानी चाहिए ऐसे मौकों पर. मैं पीएम मोदी को बधाई दूंगा कि उन्होंने आदवासी महिला को चुना.
शिवपाल यादव ने कहा कि आज सबसे सुझाव लिया होता तो अखिलेश सत्ता में होते और मुख्यमंत्री बने होते. मैंने और नेताजी ने जिन लोगों को स्थापित किया, वह लोग आज ऐसी बातें कर रहे हैं.