
शुक्रवार को UPSC के नतीजे घोषित कर दिए गए. पूरे देश में बिहार के शुभम कुमार ने पहला पायदान हासिल किया. उन्होंने सबसे मुश्किल परीक्षा में टॉप मारा. अब अगर शुभम ने देश में टॉप किया है तो तमिलनाडु में भी दो लोगों ने UPSC परीक्षा में शीर्ष पायदान हासिल किया है. एक का नाम है वीएस नारायण, वहीं दूसरे का नाम है डी रंजीत.
अब डी रंजीत का ये मुकाम हासिल करना इसलिए भी मायने रखता है क्योंकि वो एक दिव्यांग है. वो सुनने और बोलने में अक्षम है. लेकिन अपनी मेहनत के बलबूते उसने UPSC की परीक्षा में कमाल का प्रदर्शन किया है. रंजीत ने इस परीक्षा में 750वीं रैंक लाया है. लेकिन ये मुकाम उन्होंने पहली ही कोशिश में हासिल कर लिया. वहीं बात जब सिर्फ तमिलनाडु की आती है तो डी रंजीत ने स्पेशल कैटेगरी में राज्य में टॉप किया है.
रंजीत की मां अपने बेटे पर काफी गर्व महसूस करती हैं. मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा है कि वे हैरान हैं कि उनके बेटे ने ये मुकाम हासिल कर लिया है. उन्होंने इस बात की भी जानकारी दी कि उनके परिवार को इस बारे में कुछ नहीं पता था कि दिव्यांग कैंडिडेट भी इस परीक्षा के लिए अप्लाई कर सकते हैं. वैसे रंजीत की मां ने बताया है कि उनके बेटे ने 12वीं में भी टॉप किया था. तब उसे पूर्व सीएम जयललिता द्वारा 50 हजार रुपये बतौर इनाम दिए गए थे.
रंजीत ने इस बात का भी खुलासा किया कि उसने पूरा एग्जाम तमिल भाषा में दिया था. इस बारे में उसने कहा कि मुझे खुशी है कि किसी की भी सफलता में भाषा रोड़ा बनकर नहीं आती है. अब रंजीत ने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि पहले कुछ जगहों पर उन्हें भाषा की वजह से कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रह था. लेकिन UPSC की परीक्षा में उन्हें ऐसी किसी चुनौती का सामना नहीं करना पड़ा.
तमिलनाडु के दूसरे टॉपर की बात करें तो वीएस नारायण ने अपने तीसरे प्रयास में ये कमाल कर दिखाया है. वे तमिलनाडु के टॉपर बन गए हैं. वहीं पूरे देश के लिहाज से उन्होंने 33वीं रैंक हासिल की है.