
अमेरिका के राजदूत को भारत में 'कड़क चाय' और 'छोले भटूरे' बहुत पसंद आ रहा है. वह पिछले एक साल से यहां काम कर रहे हैं. अपने कार्यकाल पर उन्होंने बेहद ही दिलचस्प वीडियो जारी किया है. उन्होंने बताया कि इस दरमियान उन्होंने दर्जनों एग्रीमेंट्स किए, दर्जनों फाइलों पर हस्ताक्षर किए, कई राज्यों का दौरा किया और इसमें उन्हें जो बेहद पसंद आया वो रही कड़क चाय, छोले भटूरे, आम और बहुत कुछ.
भारत में अमेरिकी राजदूत के रूप में कार्यालय एक साल पूरा करने के मद्देनजर एरिक गार्सेटी ने 13 मई, सोमवार को एक एक्स पोस्ट में अमेरिका और भारत के बीच गहरी होती दोस्ती और मजबूत होते रिश्ते पर रौशनी डाली. अपने पिछले एक साल को "अविश्वसनीय" बताते हुए उन्होंने लिखा, "भारत में अमेरिकी राजदूत के रूप में एक साल! कूटनीति और गहरी होती दोस्ती! जीवंत संस्कृतियों में गोता लगाने से लेकर हमारे राष्ट्रों के बीच बंधन को मजबूत करने तक, हर पल अविश्वसनीय रहा है."
'देसी कड़क चाय' का उठाया लुत्फ
एरिक गार्सेटी ने अपने पोस्ट में लिखा, "यह लोगों की गर्मजोशी और हमारे साझा सपने हैं, जिन्होंने सही मायनों में मेरा दिल चुरा लिया है." उन्होंने करीब 4 मिनट के वीडियो में भारत-अमेरिका के पिछले 76 साल की दोस्ती का जिक्र किया और अपने पिछले साल के कार्यकाल को सबसे प्रोडक्टिव बताया. उन्होंने बताया कि इस दौरान उन्होंने कई एग्रीमेंट्स और कई पेपर वर्क के साथ 'देसी कड़क चाय' का भी लुत्फ उठाया.
छोले भटूरे देख अमेरिकी राजदूत का ऐसा रिएक्शन
अमेरिकी राजदूत ने बताया कि पिछले 12 महीनों में उन्होंने 22 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों का दौरा किया है. वागाह से लेकर कन्याकुमारी और मुंबई से कोहिमा तक गए हैं. इस दौरान उन्हें कई तोहफे भी मिले और बेहतरीन खानों का भी मजा लिया. इसके बाद उन्होंने भारत में बहुत पसंद किए जाने वाले व्यंजन छोले भटूरे को भी हाइलाइट किया और छोले भटूरे की प्लेट देख यह कहते नजर आए, "हे, ये मेरा छोले भटूरे है."
यूपीआई को भी बताया 'अद्भुत'
एरिक गार्सेटी ने अपने वीडियो में बताया कि भारत-अमेरिका के बीच 200 अरब डॉलर का व्यापार रहा है और दोनों देशों ने कई तरह के टैरिफ्स को भी कम किया है. इस दरमियान वह आम को हाइलाइट करते नजर आते हैं. इतना ही नहीं उन्होंने भारतीय डिजिटल पेमेंट गेटवे यूपीआई की भी सराहना की और इसे 'अद्भुत' बताया. इनके अलावा उन्होंने भारत-अमेरिका के बीच सैन्य अभ्यासों, दोनों मुल्कों के बीच सैन्य, स्पेस गतिविधियों पर भी बात की.