
पांच राज्यों में चुनाव होने वाले हैं. रैलियों के दौर में बयानबाजियां तो हो ही रही हैं धर्म संसद और दूसरे समारोहों में उगली जा रही 'आग' सुर्खियों में है. मुसलमानों के साथ महात्मा गांधी निशाने पर आ गए हैं. कोई घर वापसी की बात कर रहा तो कोई ज्यादा बच्चे पैदा करने की, कुछ हथियार उठाने की वकालत कर रहे हैं. सड़क पर नमाज को गुनाह की श्रेणी में लाने की कोशिश जारी है. चर्चों को धर्मांतरण के अड्डे घोषित कर कई जगह हमले हुए हैं. हिंदू और मुसलमान दोनों को समझाया जा रहा है कि धर्म खतरे में है. ऐसी घटनाओं से तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं. ऐसा क्या है कि चुनाव के आते हैं ऐसे वाकये बढ़ जाते हैं? कहीं यह साजिश तो नहीं?
ताजा मामला पिछले दिनों रायपुर में आयोजित धर्म संसद का है. यहां काली चरण महाराज ने महात्मा गांधी की हत्या के लिए नाथूराम गोडसे को नमन किया. बंटवारे के लिए गांधी को अपशब्द कहे. इससे पहले हरिद्वार की धर्म संसद में दिए गए विवादित बयानों के वीडियो जमकर वायरल हुए. दुनियाभर में इन बयानों की निंदा हुई.
जानकार मानते हैं कि अगले कुछ ही महीनों में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनावों को देखते हुए ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं. चुनावी फायदे के लिए ऐसा किया जा रहा है ताकि गोलबंदी की जा सके. हालांकि, बयानबाज इन आरोपों को सिरे से नकार देते हैं.
ये भी पढ़ें-- 'हेट स्पीच' पर बोले सुरेश चव्हाणके- हिंदू धर्म की रक्षा के लिए मैंने ही नहीं, हेडगेवार ने भी ली थी शपथ
कभी गांधी तो कभी मुसलमान निशाने पर...
- 26 दिसंबरः नाथूराम गोडसे का नमन
रायपुर में हुई धर्म संसद में कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी को लेकर अपशब्द कहे. उन्होंने कहा, 'इस्लाम का लक्ष्य राजनीति के माध्यम से राष्ट्र पर कब्जा करना है. हमारी आंखों के सामने उन्होंने 1947 में कब्जा कर लिया था... उन्होंने पहले ईरान, इराक और अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया था. उन्होंने राजनीति के माध्यम से बांग्लादेश और पाकिस्तान पर कब्जा कर लिया था... मैं नाथूराम गोडसे को नमन करता हूं कि उन्होंने उस .... को मार डाला. '
- 26 दिसंबरः धर्मांतरण पर तेजस्वी सूर्या का बयान
बीजेपी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद तेजस्वी सूर्या का बयान भी चर्चा में है. उन्होंने उडुपी के श्री कृष्ण मठ में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, 'हजारों सालों से कभी जबरन और कभी धोखे से, कभी डर दिखाकर तो कभी लालच देकर हिंदुओं को अपने धर्म से निकाला जाता रहा. इस विसंगति को दूर करने का एक ही उपाय है. जो लोग सामाजिक-आर्थिक-राजनीतिक कारणों से अपने मातृ धर्म को छोड़कर जा चुके हैं उन्हें हिंदू धर्म में वापस लाया जाए. इसके अलावा कोई उपाय नहीं है.' हालांकि, जब विवाद बढ़ा तो सूर्या ने माफी मांग ली.
- 25 दिसंबरः क्रिसमस पर चर्चों में बजरंग दल का बवाल
25 दिसंबर को हिंदूवादी संगठनों ने देश के कई हिस्सों में क्रिसमस मनाए जाने का विरोध किया. हरियाणा के कुरुक्षेत्र में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं एक स्कूल में घुस गए और वहां क्रिसमस सेलिब्रेशन के रंग में भंग डालने की कोशिश की. वहीं, असम के सिलचर में जेल रोड स्थित चर्च में बजरंग दल ने अचानक आकर उत्पात मचाया और धमकी दी. हरियाणा गुरुग्राम में भी क्रिसमस के दिन एक स्कूल में चल रहे कार्यक्रम में कुछ लोग पहुंचे और जय श्री राम का नारा लगाया.
- 17 से 19 दिसंबरः मुस्लिम आबादी बढ़ रही
हरिद्वार में हुई धर्म संसद में कई विवादित बयान दिए गए. इसके विडियो भी वायरल हुए. इस धर्म संसद में यति नरसिंहानंद गिरी ने कहा, 'हथियार उठाए बिना न तो कोई कौम बची है और न बचेगी. 2029 में भारत का प्रधानमंत्री मुस्लिम होगा. ये कोई आधारहीन सोच नहीं है. जिस हिसाब से मुसलमानों की आबादी बढ़ रही है और हिंदुओं की घट रही है, 7 सालों में सड़कों पर केवल मुस्लिम ही दिखाई देंगे.'
ये भी पढ़ें-- हरिद्वार धर्म संसद के वीडियो पर दुनिया भर से आई प्रतिक्रिया, पाकिस्तान में जिन्ना को कहा जा रहा है 'थैंक्यू'!
- दिसंबरः ज्यादा बच्चे पैदा करें मु
सलमान
अलीगढ़ के MIM पार्टी के जिलाध्यक्ष गुफरान नूर का एक वीडियो वायरल हुआ था. इस वीडियो में गुफरान कह रहे थे, 'हमें कम बच्चे करने को कहा जाता है. जब तक बच्चे न होंगे तब तक कैसे हम राज करेंगे? कैसे ओवैसी साहब प्रधानमंत्री बनेंगे? हमें डराया जा रहा है. ये शरीयत के खिलाफ है.'
- 12 दिसंबरः हमेशा योगी-मोदी नहीं रहेंगे
असदुद्दीन ओवैसी का एक वीडियो वायरल हुआ था. इसमें वो कानपुर में एक रैली के दौरान पुलिस को धमकाते हुए कह रहे थे, ध्यान रखो कि हमेशा योगी सीएम नहीं रहेंगे, मोदी पीएम नहीं रहेंगे. हम मुसलमान वक्त से मजबूर जरूर हैं लेकिन कोई इसको भूलेगा नहीं. जब योगी मठ में चले जाएंगे, मोदी पहाड़ों में रहने जाएंगे तब तुम्हें (पुलिस) कौन बचाएगा.
- 31 अक्टूबरः जिन्ना की तुलना गांधी-पटेल से
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने हरदोई में एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोहम्मद अली जिन्ना की तुलना महात्मा गांधी और सरदार पटेल से कर दी. उन्होंने कहा था, 'सरदार पटेल जमीन को पहचानते थे और जमीन को देखकर फैसले लेते थे, वो जमीन को समझ लेते थे तभी फैसला लेते थे, इसीलिए आयरन मैन के नाम से जाने जाते थे. सरदार पटेल जी, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और जिन्ना एक ही संस्था में पढ़ कर बैरिस्टर बन कर आए थे. एक ही जगह पर पढ़ाई लिखाई की. वो बैरिस्टर बने उन्होंने आजादी दिलाई अगर उन्हें किसी भी तरह का संघर्ष करना पड़ा होगा तो वो पीछे नहीं हटे.'
- 5 सितंबरः खत्म हो मुसलमानों की नागरिकता
अयोध्या के स्वामी परमहंस दास ने इसी महीने बाराबंकी की धरती से मुसलमानों को लेकर विवादित बयान दिया था. उन्होंने मुसलमानों पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि ये देश में रहकर आतंकियों का समर्थन करेंगे और आतंक की ओर ले जाएंगे. इसीलिए हम लोग लगे हैं कि मुसलमानों की नागरिकता खत्म हो और अगर ये हिंदुस्तान में रहें भी तो गुलाम बनकर रहें नहीं तो पाकिस्तान जाएं जो इनको दिया गया है.
हिंदू vs हिंदुत्ववादी हुई चुनावी लड़ाई?
चुनावों से पहले इस तरह के बयानों ने माहौल तो गर्मा ही दिया है, साथ ही सियासी बयानबाजी भी तेज कर दी है. हरिद्वार संसद में हुई बयानबाजी के वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि हिंदुत्ववादी हमेशा नफरत और हिंसा फैलाते हैं. इससे पहले जयपुर में महंगाई हटाओ रैली में राहुल गांधी ने हिंदू बनाम हिंदुत्ववादी की बहस छेड़ी थी. उन्होंने कहा था कि मैं हिंदू और वो हिंदुत्ववादी हैं. राहुल ने कहा था कि हिंदुत्ववादी डरता है और हिंदू खड़े होकर उस डर का सामना करता है. उन्होंने कहा था कि महात्मा गांधी हिंदू थे और गोडसे हिंदुत्ववादी था.
सिर्फ कांग्रेस ही नहीं, बल्कि आम आदमी पार्टी और अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी भी अब सॉफ्ट हिंदुत्व की ओर बढ़ रहे हैं. सॉफ्ट हिंदुत्व की राजनीति माने मुस्लिम वोटर भी नाराज न हों और हिंदू वोटर भी दूर न हों. यही वजह है कि राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल मंदिरों का दौरा कर रहे हैं. मुस्लिम और यादवों की ही पार्टी मानी जाने वाली समाजवादी पार्टी भी सॉफ्ट हिंदुत्व की ओर बढ़ रही है. अखिलेश यादव ने एक रैली में खुद को असली केशव (श्रीकृष्ण के वंशज) बताया था. साथ ही राम मंदिर के दर्शन करने की बात भी कही थी.
भड़काऊ बयानबाजी करना अपराध है
भारत के संविधान में भड़काऊ बयानबाजी को अपराध की श्रेणी में रखा गया है. आईपीसी की धारा 153ए के तहत माहौल बिगाड़ना या दो समुदायों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना अपराध है. इसके तहत बोलकर, लिखकर या इशारों से धार्मिक, भाषायी या जातियों और समुदायों के बीच सौहार्द्र बिगाड़ना या शत्रुता, घृणा या वैमनस्य की भावना पैदा करना इस अपराध है. ऐसे मामलों में 3 साल कैद की सजा का प्रावधान है.
कुछ घटनाएं जिससे बढ़ा सांप्रदायिक तनाव
- गुरुग्राम में खुले में नमाज का विरोध लंबे वक्त से हो रहा है. हरियाणा सरकार ने खुले में नमाज के लिए जगह दी थी. लेकिन अब हिंदू संगठन इस पर विरोध जता रहे हैं.
- गाजियाबाद के लोनी से बीजेपी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने मीट बेचने वाली दुकानें बंद करवा दीं. गुर्जर ने कहा कि वो किसी भी कीमत पर लोनी में मुर्गा नहीं बिकने देंगे. यह मामला 26 दिसंबर का बताया जा रहा है.
- मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर को लेकर बवाल है. 6 दिसंबर को बाबरी विध्वंस की बरसी पर हिंदू संगठनों ने ईदगाह मस्जिद में लड्डू गोपाल का अभिषेक करने की धमकी दी थी.
- असदुद्दीन ओवैसी का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वो पुलिसवालों को धमकी देते हुए कह रहे थे कि मोदी-योगी चले जाएंगे तो कहां जाओगे? इस पर पलटवार करते हुए यूपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा था कि मठ-मंदिर कौन जाएगा, ये सोचने में वक्त बर्बाद न करें. यदि कल को कागज मांग लिए तो आप कहां जाएंगे, इसकी चिंता करें.
- कुछ दिन पहले एक वीडियो आया था जिसमें हिंदू युवा वाहिनी के कार्यक्रम में हिंदू राष्ट्र बनाने की शपथ दिलवाई जा रही थी. इसमें 'भारत को हिंदू राष्ट्र में बदलने के लिए लड़ो, मरो और अगर जरूरी हो तो मारो' की शपथ दिलवाई गई.