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कोरोना की दूसरी लहर अभी खत्म भी नहीं हुई है और कहा जा रहा है कि इसकी तीसरी लहर बच्चों के लिए घातक साबित हो सकती है. अभी देश में 18+ को तो वैक्सीन लगनी शुरू हो गई है, लेकिन 12 से 18 वालों के लिए कोई गाइडलाइन नहीं आई है. ऐसे में सोशल मीडिया की दुनिया पर एक 12वीं क्लास के छात्र ने नई मुहिम शुरू की है जहां पर वे मांग कर रहे हैं कि बच्चों को भी कोरोना का टीका लगाया जाए.
सोशल मीडिया #VaccineForIndianKids कर रहा ट्रेंड
श्रीराम अरावली स्कूल के अयान 12वीं में पढ़ते हैं और कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर काफी जागरूक हैं. उनके मन में ये सवाल लगातार आ रहा है कि 18 से कम उम्र के बच्चों को कोविड का टीका कब तक लगेगा. उन्हें अभी तक अपने इस सवाल का कोई जवाब नहीं मिला है, ऐसे में उन्होंने अपने दोस्तों से बात की और सोशल मीडिया पर विचार शेयर किए . अब इसका असर ये रहा है कि देखते ही देखते सोशल मीडिया पर #VaccineForIndianKids टॉप पर ट्रेंड करने लगा है. अब इस हैशटैग के जरिए मांग की जा रही है कि 12 से 18 साल के बच्चों को भी टीका लगाया जाए.
बच्चों को लगे कोरोना की वैक्सीन
ये मुहिम कितनी सफल साबित हो रही है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि कम समय में सिर्फ वाट्स एप पर 20 से ज्यादा ग्रुप बन चुके हैं जहां पर कई छात्र अपने के लिए कोविड टीके की मांग कर रहे हैं. इस मुहिम के साथ कई पेरेंट्स भी जुड़ गए हैं और सब मिलकर सोशल मीडिया पर अपनी मांग को बुलंद कर रहे हैं.
इस मुहिम को शुरू करने वाले अयान कहते हैं कि उन्होंने इस पहल को काफी छोटे स्तर पर शुरू किया था. फिर कई पेरेंट्स साथ आए, बेंगलुरू-आगरा से डॉक्टरों के कॉल आने लगे और देखते ही देखते ये मुहिम वायरल हो गई. अयान ने जोर देकर कहा है कि सरकार को अब बच्चों को भी वैक्सिनेट करना चाहिए. जब कोरोना की तीसरी लहर बच्चों पर हमला करने जा रही है, ऐसे में जल्द से जल्द वैक्सीन लगना जरूरी है.
फाइजर का दिया जा रहा उदाहरण
वैसे छात्रों की तरफ से लगातार फाइजर का उदाहरण भी दिया जा रहा है. कहा जा रहा है कि जब अमेरिका में बच्चों को वैक्सीन लगने जा रही है, तो भारत में क्यों देरी हो रही है. छात्रों की तरफ से कई तरह के आंकड़े भी सामने रखे जा रहे हैं. वे बता रहे हैं कि जब देश में बड़ी आबादी छोटे बच्चों की है, तो उन्हें ऐसे खतरे में कैसे छोड़ा जा सकता है. उन्हें समय रहते टीका की सुरक्षा क्यों नहीं दी जा रही. अब सोशल मीडिया की दुनिया पर तो ये मुहिम ट्रेंड कर गई है, सरकार पर इसका क्या असर रहता है, ये जानने का सभी को इंतजार रहेगा.