
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ईरानी राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी के अंतिम संस्कार में भारत के प्रतिनिधि के तौर पर शामिल होने ईरान जाएंगे. रईसी की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में सोमवार को मृत्यु हो गई थी. धनखड़ बुधवार को ईरान रवाना होंगे. रईसी के सम्मान में मंगलवार को पूरे भारत में एक दिवसीय राजकीय शोक रखा गया.
ईरान की सरकारी मीडिया ने बताया कि देश के उत्तर-पश्चिमी हिस्से के कोहरे वाले पहाड़ी क्षेत्र में हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के कुछ घंटों बाद राष्ट्रपति रईसी, देश के विदेश मंत्री और कई अन्य अधिकारी सोमवार को मृत पाए गए. रईसी (63 वर्ष) और उनका दल रविवार को अजरबैजान-ईरान सीमा पर एक इलाके की यात्रा से लौटने के बाद तबरीज शहर की ओर जा रहे थे.
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने उपराष्ट्रपति मोहम्मद मोखबर (68 साल) को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया है. मोखबर अधिकतम 50 दिन तक ही इस पद पर रह सकते हैं यानी उन पर इस अवधि के अंदर चुनाव कराए जाने की बड़ी जिम्मेदारी होगी.
क्या थी हादसे की वजह?
ईरानी मीडिया की रिपोर्ट्स में शुरुआती कारण खराब मौसम को बताया जा रहा है. बताया जा रहा है कि खराब मौसम की वजह से इस हेलिकॉप्टर की 'हार्ड लैंडिंग' हुई. तेहरान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक हादसा घने कोहरे की वजह से हुआ. दुर्घटना तेहरान से करीब 600 किलोमीटर (375 मील) उत्तर-पश्चिम में अजरबैजान प्रांत की सीमा पर जोल्फा के पास हुआ.
राष्ट्रपति के काफिले में तीन हेलिकॉप्टर शामिल थे, जिनमें से दो तो सुरक्षित लौट आए, लेकिन वह हेलिकॉप्टर वापस नहीं लौटा जिसमें इब्राहिम रईसी के साथ ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियन, पूर्वी अजरबैजान प्रांत के गवर्नर मालेक रहमती और धार्मिक नेता मोहम्मद अली आले-हाशेम भी सवार थे.
ईरान में पांच दिनों के सार्वजनिक शोक का ऐलान
इब्राहिम रईसी की मौत पर ईरान के सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह खामेनेई ने पांच दिनों के सार्वजनिक शोक का ऐलान किया है. वहीं तुर्की और बाकी कुछ देशों ने भी राष्ट्रपति रईसी की मौत पर शोक का ऐलान किया है.