
प्रधानमंत्री मोदी को युगपुरुष बताकर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ आलोचकों के निशाने पर आ गए हैं और इस बयान के बाद विवाद शुरू हो गया है. धनखड़ ने जैन गुरु और दार्शनिक श्रीमद राजचंद्रजी को समर्पित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मैं आपको एक बात बताना चाहता हूं. बीती सदी के महापुरुष महात्मा गांधी थे. इस सदी के युगपुरुष नरेंद्र मोदी हैं.
क्या बोले उपराष्ट्रपति?
उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ने सच्चाई और अहिंसा से हमें ब्रिटिशों की गुलामी से आजाद कराया था. प्रधानमंत्री मोदी ने हमें प्रगति की राह पर आगे बढ़ाया, जिसे हम हमेशा देखना चाहते थे. उपराष्ट्रपति ने कहा कि महात्मा गांधी और पीएम मोदी दोनों ने श्रीमद राजचंद्रजी की शिक्षा को दर्शाती हैं.
मनिकम टैगोर ने की आलोचना
उपराष्ट्रपति धनखड़ के इस बयान पर विपक्ष भड़क गया है. कांग्रेस नेता मनिकम टैगोर ने इस बयान की आलोचना करते हुए इसे शर्मनाक बताया. उन्होंने कहा कि अगर सर आप महात्मा गांधी से तुलना करते हैं तो यह शर्मनाक है. हम सब जानते हैं कि चापलूसी की एक सीमा होती है और आप उस सीमा को पार चुके हैं. टैगोर ने X पर किए ट्वीट में लिखा कि, बहुत सम्मान के साथ कहूंगा कि अपनी कुर्सी और पद पर रहकर चापलूस बनने से कोई मूल्य नहीं जुड़ता सर.
दानिश अली ने उठाया सवाल
वहीं, बहुजन समाज पार्टी के सांसद दानिश अली ने भी धनखड़ के बयान पर आपत्ति जताई है. उन्होंने ट्वीट किया कि, 'पिछली शताब्दी के महापुरुष महात्मा गांधी थे, इस शताब्दी के युगपुरुष नरेंद्र मोदी हैं! मैं उपराष्ट्रपति जी से पूछना चाहूँगा की संसद में प्रधानमंत्री के ही दल के सांसद द्वारा एक समुदाय विशेष को अपशब्द इस्तेमाल करने की छूट दे कर किस नये युग की शुरुआत की गई है.'